एमपी: विवाहेतर संबंध के शक में आदिवासी महिला को पीटा; कंधे पर पति को बैठाकर गांव में घुमाया

मध्य प्रदेश के देवास ज़िले का मामला है. विवाहित आदिवासी महिला के किसी और से संबंध होने के शक में ग्रामीणों के एक समूह ने उनके कंधे पर उनके पति को बैठाया और फिर उनकी पिटाई करते हुए पूरे गांव में जुलूस निकाला. महिला के कपड़े भी फाड़ दिए गए और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. महिला के पति सहित 11 नामज़द लोगों और कुछ अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. अब तक 12 लोग गिरफ़्तार किए जा चुके हैं.

/
आदिवासी महिला के विवाहेतर संबंध होने के शक में ग्रामीणों ने महिला के कंधे पर उसके पति को बैठाया और फिर उसकी पिटाई करते हुए पूरे गांव में जुलूस निकाला. (फोटो साभार: ट्विटर/@ANI)

मध्य प्रदेश के देवास ज़िले का मामला है. विवाहित आदिवासी महिला के किसी और से संबंध होने के शक में ग्रामीणों के एक समूह ने उनके कंधे पर उनके पति को बैठाया और फिर उनकी पिटाई करते हुए पूरे गांव में जुलूस निकाला. महिला के कपड़े भी फाड़ दिए गए और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. महिला के पति सहित 11 नामज़द लोगों और कुछ अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. अब तक 12 लोग गिरफ़्तार किए जा चुके हैं.

आदिवासी महिला के विवाहेतर संबंध होने के शक में ग्रामीणों ने महिला के कंधे पर उसके पति को बैठाया और फिर उसकी पिटाई करते हुए पूरे गांव में जुलूस निकाला. (फोटो साभार: ट्विटर/@ANI)

देवास: मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक आदिवासी महिला के विवाहेतर संबंध होने के शक में ग्रामीणों के एक समूह ने महिला के कंधे पर उसके पति को बैठाया और फिर उसकी पिटाई करते हुए पूरे गांव में जुलूस निकाला. एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

अधिकारी के मुताबिक, घटना रविवार (तीन जुलाई) को देवास जिला मुख्यालय से लगभग 110 किलोमीटर दूर उदयनगर थाना क्षेत्र के बोरपडाव गांव में हुई.

मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने महिला के कपड़े भी फाड़ दिए और उनके साथ दुर्व्यवहार किया.

घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है, जिसमें महिला का पति उनके कंधे पर बैठा नजर आ रहा है और ग्रामीण उन्हें बार-बार थप्पड़ मारते दिख रहे हैं.

एक अन्य वीडियो में एक अन्य पुरुष, जिसकी पहचान हरिसिंह भिलाला के रूप में हुई है, को गले में जूतों की माला के साथ देखा जा सकता है. वीडियो में ग्रामीण भिलाला और आदिवासी महिला को अपमानित करते नजर आ रहे हैं.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 32 वर्षीय विवाहित आदिवासी महिला तीन बच्चों की मां हैं. बोरपाडव गांव में जहां महिला के साथ उसके अपने बच्चों और दूसरी महिलाओं की मौजूदगी में बर्बरता की गई. युवकों और पुरुषों ने इस क्रूरता की जय-जयकार करते हुए पूरे बर्बर कृत्य को फिल्माया.

घटना के वायरल वीडियो में एक युवक महिला के कथित प्रेमी से मामले को निपटाने के लिए पांच लाख रुपये देने को कह रहा है, जबकि दोनों चप्पलों की माला लेकर गांव में घूम रहे हैं.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा के मुताबिक, भिलाला की शिकायत पर महिला के पति सहित 11 नामजद लोगों और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 (दंगा करने की सजा), 354 (महिलाओं का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 294 (अश्लील भाषा का प्रयोग), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए दंड), 452 (घर में अतिचार), 509 (स्त्री की मर्यादा का अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है.

उन्होंने बताया कि 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने की कोशिशें जारी हैं.

एफआईआर के अनुसार, हरिसिंह भिलाला पीड़ित महिला को पिछले छह माह से जानते थे और आपसी विश्वास के चलते शनिवार (दो जुलाई) रात से महिला उनके घर पर रह रही थीं.

एफआईआर में कहा गया है कि महिला भिलाला के घर चली गई थीं, क्योंकि उनके पति को उनके चरित्र पर शक था और वह उनके साथ मारपीट करता था.

इसमें आरोप लगाया गया है कि बीते तीन जुलाई को महिला के पति अपने कुछ साथियों के साथ भिलाला के घर पहुंचे और उन्हें व अपनी पत्नी को घसीटकर बाहर निकाला तथा दोनों के साथ मारपीट व गाली-गलौज की.

एफआईआर के मुताबिक, इसके बाद आरोपियों ने महिला के कपड़े फाड़ दिए और उन्हें अपने पति को कंधों पर बैठाकर गांव भर में घूमने पर मजबूर किया.

एफआईआर में कहा गया है कि महिला और भिलाला को जूतों की माला पहनने के लिए विवश किया गया. पुलिस ने बाद में महिला और भिलाला को ग्रामीणों से बचाया.

इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य में आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं का हवाला देते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘देवास के बागली के उदयनगर में एक आदिवासी महिला के कंधे पर उसके पति को बिठाकर पिटाई करते हुए उसका जुलूस निकाला गया. शिवराज जी मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि प्रदेश में आदिवासी महिलाओं पर इस कदर के बर्बर जुल्म क्यों हो रहे हैं?’

उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कहा, ‘आप आदिवासियों के नाम पर नौटंकी करते रहते हैं और आदिवासियों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है.’

उन्होंने कहा, ‘बहुत से मामलों में इस तरह के जुल्म करने में भाजपा कार्यकर्ताओं का हाथ भी सामने आ चुका है. शिवराज जी, क्या अब मध्य प्रदेश की जनता यह मान ले कि प्रदेश में आपकी सरकार के संरक्षण में ही आदिवासियों पर इतने जुल्म हो रहे हैं?’

इससे पहले, दो जुलाई को मध्य प्रदेश के गुना जिले में भूमि विवाद में पांच लोगों ने एक आदिवासी महिला को कथित तौर पर आग लगाकर मारने का प्रयास किया था. महिला गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं.

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से सवाल किया, ‘आदिवासी समुदाय के प्रति उनकी सरकार का ऐसा शत्रुतापूर्ण रवैया क्यों है? प्रदेश में आदिवासी समुदाय कब सुरक्षित होगा?’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)