एक वीडियो में भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का सिर क़लम करने वाले को अपना घर उपहार में देने की बात कहने वाले अजमेर दरगाह के एक ख़ादिम मौलवी सलमान चिश्ती को गिरफ़्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि वह एक हिस्ट्रीशीटर है और उसने नशे की हालत में वीडियो रिकॉर्ड किया.
जयपुर: भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बारे में भड़काऊ वीडियो बनाने व धमकाने के आरोप में अजमेर दरगाह के एक खादिम मौलवी को मंगलवार देर रात अजमेर में गिरफ्तार कर लिया गया. इस खादिम ने कथित वीडियो में शर्मा का सिर कलम करने वाले को अपना घर उपहार में देने की बात कही थी.
पुलिस ने बुधवार को बताया, ‘आरोपी सलमान चिश्ती को कल रात गिरफ्तार किया गया. वह दरगाह पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है.’
अधिकारियों ने कहा कि आरोपी खादिम सलमान चिश्ती एक हिस्ट्री-शीटर है और उसने नशे की हालत में वीडियो रिकॉर्ड किया होगा.
अजमेर पुलिस ने उसके खिलाफ चार जुलाई की रात प्राथमिकी दर्ज की थी. दरगाह पुलिस थाने के एसएचओ दलबीर सिंह फौजदार ने कहा, ‘सलमान चिश्ती को कल रात (5 जुलाई) पकड़ा गया था. वह दरगाह थाने में हिस्ट्रीशीटर है.’
द हिंदू के मुताबिक, उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि है और वह हत्या के प्रयास, फायरिंग, चोट पहुंचाने और आपराधिक धमकी के कई मामलों में आरोपी है, जिनमें से अधिकांश अजमेर दरगाह पुलिस स्टेशन में दर्ज किए गए थे.
अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने कहा कि आरोपी को खादिम मोहल्ले स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया और थाने लाया गया. उन्होंने बताया कि प्रथ दृष्टया उसने यह कथित वीडियो नशे की हालत में बनाया, आगे जांच की जा रही है.
वीडियो में चिश्ती ने कहा, ‘वह पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने पर उसको खुलेआम गोली मार देते.’ चिश्ती ने वीडियो में यह भी कहा है कि ‘जो कोई भी नूपुर शर्मा का सिर लाकर देगा वह उसे अपना घर दे देगा.’
उन्होंने वीडियो में कहा, ‘आपको सभी मुस्लिम देशों को जवाब देना होगा. यह मैं अजमेर राजस्थान से कह रहा हूं और यह संदेश हुजूर ख्वाजा बाबा के दरबार से है.’
इस बीच, वीडियो की निंदा करते हुए अजमेर दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन अली खान के कार्यालय ने कहा कि आरोपी खादिम द्वारा वीडियो में व्यक्त किए गए इस तरह के संदेशो को दरगाह का संदेश नहीं माना जा सकता.
कार्यालय ने कहा कि यह उनका अपना व्यक्तिगत बयान है और निंदनीय है.
द हिंदू के मुताबिक, दीवान जैनुलाब्दीन अली खान ने कहा, ‘दरगाह सांप्रदायिक सद्भाव का एक पवित्र स्थान है. सभी समुदायों के लोग आध्यात्मिक संतुष्टि के लिए यहां आते हैं. इन भड़काऊ टिप्पणियों को केवल एक व्यक्ति के बयान के रूप में माना जाना चाहिए.’
अजमेर दरगाह दीवान का कहना है कि मुसलमान भारत में तालिबानीकरण की मानसिकता को कभी सामने नहीं आने देंगे.
बताया गया है कि कथित तौर पर ‘खादिम’ सलमान चिश्ती का वीडियो 28 जून को उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या से पहले शूट किया गया था, लेकिन बाद में इंटरनेट पर सामने आया.
इससे पहले बीते 17 जून को अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार से कथित भड़काऊ भाषण देने के मामले में हाल ही में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उनका वीडियो पहले से सोशल मीडिया पर प्रसारित था लेकिन उक्त गिरफ्तारियां उदयपुर में 28 जून को दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले के बाद की गईं.
उल्लेखनीय है कि उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के मामले में दो मुख्य आरोपियों सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)