एलपीजी की कीमतें 50 रुपये और बढ़ीं, विपक्ष ने कहा- महंगाई का बुलडोज़र चला रही है सरकार

एलपीजी के दाम मई, 2022 से अब तक तीसरी बार और इस साल चौथी बार बढ़ाए गए हैं. कांग्रेस ने इसे 'जनविरोधी निर्णय' बताते हुए इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है. वहीं, टीएमसी ने तंज़ किया कि 'मोदी जी के अमृतकाल में मुश्किलें रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं.'

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केंद्रीय मंत्री स्मृति मंत्री के घर के सामने प्रदर्शन करते यूथ कांग्रेस के सदस्य. (फोटो साभार: ट्विटर/यूथ कांग्रेस)

एलपीजी के दाम मई, 2022 से अब तक तीसरी बार और इस साल चौथी बार बढ़ाए गए हैं. कांग्रेस ने इसे ‘जनविरोधी निर्णय’ बताते हुए इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है. वहीं, टीएमसी ने तंज़ किया कि ‘मोदी जी के अमृतकाल में मुश्किलें रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं.’

केंद्रीय मंत्री स्मृति मंत्री के घर के सामने प्रदर्शन करते यूथ कांग्रेस के सदस्य. (फोटो साभार: ट्विटर/यूथ कांग्रेस)

नई दिल्ली: घरेलू रसोई गैस के दाम में बुधवार को 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई. यह मई से एलपीजी कीमतों में तीसरी वृद्धि है.

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, राजधानी दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत अब 1,053 रुपये हो गई है. यह पहले 1,003 रुपये थी.

देश के अधिकांश शहरों में अब सरकार की तरफ से गैस सिलेंडर पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है. लिहाजा अब लोगों को बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर ही खरीदना पड़ रहा है. सरकार सिर्फ उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन पाने वाले लाभार्थियों को ही एलपीजी सब्सिडी दे रही है.

एलपीजी के दाम मई, 2022 से अब तक तीसरी बार और इस साल चौथी बार बढ़ाए गए हैं. सात मई को प्रति सिलेंडर 50 रुपये की वृद्धि की गयी थी. इससे पहले 22 मार्च को भी प्रति सिलेंडर कीमतों में इतनी ही वृद्धि की गयी थी. 19 मई को रसोई गैस सिलेंडर के दाम 3.50 रुपये बढ़ाए गए थे.

जून, 2021 से अबतक रसोई गैस सिलेंडर के दाम 244 रुपये तक बढ़ चुके हैं. इसमें से 153.50 रुपये की बढ़ोतरी मार्च, 2022 से की गई है.

पेट्रोल और डीजल के दाम में पिछले तीन महीने से बदलाव नहीं हुआ था. इससे पहले, 22 मार्च से शुरू करते हुए 16 दिन के भीतर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुल दस रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी.

इस बढ़ोतरी के बाद मुंबई में एलपीजी का 14.2 किलोग्राम वाला सिलेंडर 1,052.50 रुपये का हो गया है. वहीं, चेन्नई में इसकी कीमत 1,079 रुपये और कोलकाता में 1,068.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है.

पेट्रोलियम कंपनियों ने होटल एवं रेस्तरांओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वाणिज्यिक गैस सिलेंडर के दाम घटाए हैं. राष्ट्रीय राजधानी में 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यि गैस सिलेंडर का दाम 2,021 रुपये से घटाकर 2,012.50 रुपये कर दिया गया है.

जनता के बजट पर महंगाई का बुलडोजर चला रही है सरकार: कांग्रेस

कांग्रेस ने घरेलू रसोई गैस के दाम में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का ‘जनविरोधी निर्णय’ करार देते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि सरकार जनता के बजट पर महंगाई का बुलडोजर चला रही है.

मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में की गई बढ़ोतरी वापस ली जाए ताकि जनता को राहत मिल सके.

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार सुर्खियों का प्रबंधन करने में लगी है, लेकिन अर्थव्यवस्था का कुप्रबंधन कर रही है.

उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा कि जिसमें दर्शाया गया है कि सत्ता में आने के बाद महंगाई पर भाजपा का रुख बदल गया.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है लेकिन सरकार रसोई गैस की कीमतें बढ़ाती जा रही है. आज फिर एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ा दिए गए. 5 किलो वाले सिलेंडर की कीमत भी 18 रुपये बढ़ा दी गई.’

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता के बजट पर महंगाई का बुलडोजर चला रही है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘भाजपा व उसके पूंजीपति मित्रों के खाने के दांत कुछ और हैं, दिखाने के कुछ और हैं. (सरकार ने) कार्यकारिणी बैठक में गरीब कल्याण की आड़ में पिछले 2-3 दिनों में आटा, अनाज, दही, पनीर पर 5 प्रतिशत ‘गब्बर सिंह टैक्स’ लगा दिया. आज रसोई गैस पर 50 रु और बढ़ा कर गरीब-मध्यम वर्ग की कमर तोड़ दी.’

इस बीच यूथ कांग्रेस के नेताओं ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के घर के सामने प्रदर्शन करते हुए उनके द्वारा सिलेंडर की बढ़ती कीमतों पर चुप्पी साधने की आलोचना की.

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, ‘क्या यह महाराष्ट्र सरकार को गिराने की कीमत है?’

कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने संवाददाताओं से कहा, ‘कभी महंगाई को हराने की बात करने वाले प्रधानमंत्री मोदी का महंगाई प्रेम, आज जगजाहिर है. महंगाई के प्रति इनकी गलत नीतियों की वजह से ही आज अमीर और अमीर हो गए हैं तथा गरीब और गरीब हो गए.’

रागिनी ने सिलेंडर के दामों में वृद्धि को ‘जनविरोधी निर्णय करार देते हुए कहा, ‘दिल्ली में आज सिलेंडर 1,053 रुपये का है, लेकिन दूरदराज के इलाकों में इसकी कीमत कहीं ज्यादा है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं मोदी सरकार से पूछना चाहती हूं कि इतना महंगा एलपीजी सिलेंडर कौन खरीद सकता है? वह किसान, जिसकी आय 27 रुपये प्रतिदिन हो गई है ? या फिर वे महिलाएं जिनका घरेलू बजट महंगाई के कारण बिगड़ता जा रहा है ?’

तृणमूल कांग्रेस ने भी इस वृद्धि के लिए मोदी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि ‘मोदी जी के अमृतकाल में मुश्किलें रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)