गुरुवार को #अरेस्टअरुणयादव (#ArrestArunYadav) दिन के सर्वाधिक ट्रेंडिंग हैशटैग में से एक था, जहां ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने मोहम्मद ज़ुबैर गिरफ़्तारी का हवाला देते हुए साल 2017 से लेकर अब तक भाजपा नेता अरुण यादव द्वारा इस्लाम और मुसलमानों को लेकर किए गए ट्वीट्स को साझा करते हुए दिल्ली और हरियाणा पुलिस से उनकी गिरफ़्तारी की मांग की थी.
नई दिल्ली: गुरुवार सात जुलाई को मुस्लिमों और इस्लाम को लेकर हरियाणा भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अरुण यादव द्वारा किए गए विवदित ट्वीट्स पर भारी बवाल होने के बाद पार्टी ने देर रात यादव को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया.
गुरुवार को #अरेस्टअरुणयादव (#ArrestArunYadav) दिन के सर्वाधिक ट्रेंडिंग हैशटैग में से एक था.
https://twitter.com/TeamSaath/status/1545028163151052800
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, प्रदेश भाजपा सचिव गुलशन भाटिया ने देर शाम बताया कि यादव को बिना कोई कारण बताए तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जा रहा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने भी इसकी पुष्टि की है.
कई ट्विटर यूजर ने सवाल उठाया था कि जब ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक और पत्रकार मोहम्मद जुबैर के एक पुराने और कथित विवादास्पद ट्वीट के लिए उन पर क़ानूनी कार्रवाई हुई है तो अरुण यादव जैसे भाजपा नेताओं को इससे छूट क्यों मिली हुई है.
यादव के उक्त विवादित ट्वीट हाल के नहीं हैं, लेकिन ट्विटर यूजर्स ने 2017 से इस साल मई के बीच के इन पुराने ट्वीट्स को निकालकर साझा करते हुए दिल्ली और हरियाणा पुलिस के हैंडल को टैग किया.
https://twitter.com/TSP_President/status/1545017981503438848
एनडीटीवी के अनुसार, यादव के खिलाफ अभी तक कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई है, हालांकि उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है.
कई ट्विटर यूजर्स ने यह भी पूछा कि क्या सरकार एक बार फिर से निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के प्रति दिखाई गई नरमी के रास्ते पर है, जिनकी पैगंबर के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के फलस्वरूप भारत में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक आक्रोश देखा गया था और इस टिप्पणी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आलोचना हुई थी.
Muslims are arrested for giving Martial arts training.
Muslims are arrested for wrapping food items in Newspapers.
Muslims are arrested for reporting Hate Speeches.
While Nupur Sharma,Naveen Jindal & Now Arun Yadav are not arrested.
India’s Justice System🫡 #ArrestArunYadav pic.twitter.com/VEIEAptWYF
— Mohammed Habeeb Ur Rehman (@Habeebinamdar) July 7, 2022
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, हरियाणा के एक भाजपा नेता ने बताया कि यादव के खिलाफ खड़े हुए बड़े ऑनलाइन अभियान के चलते उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया. अख़बार ने इस नेता के हवाले से कहा, ‘उनकी गिरफ्तारी की मांग वाले 85,000 से अधिक ट्वीट्स के साथ यह एक बड़ा मुद्दा बन गया था.’
मालूम हो कि अगस्त 2015 में ट्विटर से जुड़े अरुण यादव के छह लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं.