मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान की घटना. रिपोर्ट के अनुसार, कुछ छात्रों ने छात्रावास में ख़राब सुविधाओं पर प्रबंधन का ध्यान आकर्षित करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया था. प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि हनुमान चालीसा के पाठ के लिए निजी संस्थान के छात्रों से कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा. सीहोर कलेक्टर को मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है.
भोपाल: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने सीहोर स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान के छात्रावास में हनुमान चालीसा का पाठ करने पर कुछ छात्रों पर जुर्माना लगाने के संस्थान के कथित कदम की जांच के आदेश दिए हैं.
यह घटना इस सप्ताह की शुरुआत में प्रदेश की राजधानी से लगभग 70 किलोमीटर दूर सीहोर जिले में स्थित वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान (वीआईटी) के परिसर में हुई थी.
सूत्रों ने कहा कि कुछ छात्रों ने छात्रावास में खराब सुविधाओं पर प्रबंधन का ध्यान आकर्षित करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया था.
मिश्रा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘हनुमान चालीसा के पाठ के लिए निजी संस्थान के छात्रों से कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा. सीहोर कलेक्टर को पूरे मामले की विस्तृत जांच करने का आदेश दिया गया है.’
उन्होंने सवाल किया, ‘छात्र हिंदुस्तान में नहीं तो कहां पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने संस्थान को संदेश भेजा है कि छात्रों पर हनुमान चालीसा का पाठ करने पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाना चाहिए. छात्रों को सलाह दी जा सकती है, लेकिन ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती.’
सूत्रों ने बताया कि संस्थान में बीटेक पाठ्यक्रम के कुछ छात्रों ने छात्रावास में खराब सुविधाओं के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ किया था. लेकिन एक शिकायत के बाद सात छात्रों पर जुर्माना लगाया गया.
मंत्री मिश्रा ने कहा कि कुछ छात्रों के माता-पिता और चौकीदारों द्वारा पाठ के कारण होने वाले शोर पर आपत्ति जताए जाने के बाद संस्थान ने कार्रवाई की थी.
इस बीच, भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने छात्रों पर जुर्माना लगाने का विरोध किया और चेतावनी देता हुए कहा, ‘अगर छात्रों पर लगाया गया जुर्माना वापस नहीं लिया गया तो सात हजार लोग कॉलेज में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.’
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सूत्रों के अनुसार बीटेक के करीब 20 छात्रों ने दो दिन पहले शाम को छात्रावास के एक कमरे में हनुमान चालीसा का पाठ किया था. कई अन्य छात्रों ने प्रबंधन से इसकी शिकायत करते हुए कहा कि उनके शोर ने परीक्षा के दौरान उनकी पढ़ाई को प्रभावित किया.
उनकी शिकायत के आधार पर सात छात्रों को नोटिस जारी किया गया था, जिनकी पहचान सबसे पहले की गई थी और उन पर कथित तौर पर ‘ग्रुप इवेंट’ की अनुमति नहीं लेने के लिए 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था.
वीआईटी ने शुक्रवार शाम को एक बयान जारी किया कि कुछ छात्र छात्रावास के एक कमरे में इकट्ठा हो गए और चिल्लाने लगे. परीक्षाएं चल रही थीं और ये छात्र बिना अनुमति के छात्रावास के कमरे में एकत्र हो गए. उनका शोर दूसरे कमरों में छात्रों को परेशान कर रहा था. उनकी शिकायत के आधार पर अनुशासन समिति ने छात्रों से पूछताछ की और पाया कि उन्होंने बिना अनुमति के ऐसा किया.
वीआईटी ने कहा कि छात्रों को सलाह दी गई थी कि वे इसे न दोहराएं और छात्रावास में शांति बनाए रखें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)