छुट्टी न दिए जाने से नाराज़ सीआरपीएफ जवान ने ख़ुद को गोली मारी

जोधपुर पुलिस ने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारी द्वारा छुट्टी देने से मना करने पर नाराज़ सीआरपीएफ जवान ने परिवार के साथ ख़ुद को अपने क्वॉर्टर में बंद कर लिया था और आत्महत्या करने की धमकी दे रहे थे. 

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(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

जोधपुर पुलिस ने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारी द्वारा छुट्टी देने से मना करने पर नाराज़ सीआरपीएफ जवान ने परिवार के साथ ख़ुद को अपने क्वॉर्टर में बंद कर लिया था और आत्महत्या करने की धमकी दे रहे थे.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर शहर में अधिकारियों द्वारा रात भर काफी समझाने-बुझाने के प्रयास किए जाने के बावजूद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान ने सोमवार को खुद को कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने यह जानकारी दी.

बताया गया है कि वे छुट्टी नहीं मिलने को लेकर गुस्से में थे और अपने परिवार के साथ खुद को अपने क्वॉर्टर में बंद कर लिया था और आत्महत्या करने की धमकी दे रहे थे.

पुलिस के अनुसार, पाल्दी खिंचिंयां में सीआरपीएफ के प्रशिक्षण केंद्र में अपने आवासीय क्वाटर्स की बालकनी से नरेश जाट ने अपनी इंसास राइफल से आत्महत्या की धमकी देते हुए हवा में गोलियां चलाईं. वे वरिष्ठ अधिकारी द्वारा छुट्टी देने से मना करने पर नाराज थे.

इस बात की सूचना मिलने पर पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने हथियार सौंप देने के वास्ते उन्हें राजी करने का प्रयास किया लेकिन वे खुदकुशी की धमकी देते रहे.

पुलिस ने कहा कि समझाने-बुझाने के लिए उनके पिता को भी बुला लिया लेकिन बात नहीं बनी.

पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता दुहन ने कहा, ‘जवान बहुत गुस्से में था. हमने उसे शांत कराने का प्रयास किया. उसकी इच्छा के अनुसार उसकी महानिरीक्षक (सीआरपीएफ) से भी बात करवाई गई जो वहां आ रहे थे. लेकिन आखिरकार उसने सोमवार सुबह करीब 11 बजे खुद को गोली मार ली.’

पुलिस सूत्रों ने बताया कि जवान रविवार को उसे छुट्टी नहीं दिए जाने से सीआरपीएफ उपमहानिरीक्षक से नाराज था.

उन्होंने कहा, ‘बताया जाता है कि रविवार को नरेश ने डीआईजी से छुट्टी मांगी थी लेकिन अधिकारी ने मना कर दिया. इस बात से नाराज उसने पहले एक सहयोगी के हाथ पर काट खाया, जिस पर उसके विरुद्ध चेतावनी जारी की गई. नाराज जवान सीधे चौथे तल पर अपने घर में गया और पत्नी एवं बेटी के साथ खुद को अंदर बंद कर लिया.’

उन्होंने कहा, ‘रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वह अपने क्वॉर्टर की बालकनी में आया और इंसास राइफल लहराने लगा एवं हवा में गोलियां चलाने लगा. एक घंटे में उसने आठ राउंड गोलियां चलाईंऔर खुद एवं परिवार की जान ले लेने की धमकी दी.’

पुलिस उपायुक्त के अनुसार अपराध में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद कर लिया गया है.

उल्लेखनीय है कि साल 2021 में आत्महत्या के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सीआरपीएफ ने ऐसे वर्कशॉप के आयोजन की शुरुआत की थी, जिससे इस तरह की समस्या से पीड़ित जवानों की मदद हो सके. सीआरपीएफ ने पहली बार इस तरह का कदम उठाया था.

बताया गया था कि इसमें मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे जवानों को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे इससे उबर सकें. तब यह भी बताया गया था कि इससे पहले के तीन वर्षों में सीआरपीएफ के 131 जवानों ने आत्महत्या की थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)