पुलिस ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर उग्रवादी से नेता बने मेघालय भाजपा के उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन. मारक के स्वामित्व वाले तुरा स्थित फार्महाउस पर छापा मारा गया. मारक ने कहा कि मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा हताश हैं, क्योंकि उन्हें मालूम है कि वह भाजपा की दक्षिण तुरा सीट से हार रहे हैं. मेरे फार्महाउस पर छापा मेरी छवि को ख़राब करने और राजनीतिक प्रतिशोध का एक हताशापूर्ण प्रयास है.
शिलॉन्ग: शनिवार को मेघालय भाजपा के उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन. मारक के तुरा स्थित फार्म हाउस में कथित तौर पर संचालित एक वेश्यालय पर छापा मारकर पुलिस ने छह नाबालिग बच्चों को बचाने के साथ 73 लोगों को गिरफ्तार किया. इस दौरान करीब 400 बोतल शराब तथा 500 से अधिक कंडोम बरामद किए गए.
पश्चिम गारो हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेकानंद सिंह ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर उग्रवादी से नेता बने मारक के स्वामित्व वाले फार्महाउस रिंपू बागान पर छापा मारा गया.
सिंह ने कहा, ‘हमने छह नाबालिग बच्चों (चार लड़के और दो लड़कियां) को बचाया है, जो कि रिंपू बागान के गंदे कमरों में बंद पाए गए, जिसे बर्नार्ड एन. मारक और उनके सहयोगियों द्वारा वेश्यावृत्ति के उद्देश्य से वेश्यालय के रूप में चलाया जाता था.’
उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को सुरक्षित अभिरक्षा और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई के लिए जिला बाल संरक्षण अधिकारी (डीसीपीओ) को सौंप दिया गया है.
उन्होंने बताया कि छापेमारी में 27 वाहन, आठ दोपहिया वाहन, लगभग 400 बोतल शराब, 500 से अधिक कंडोम और क्रॉसबो (धनुष जैसा यंत्र) और तीर जब्त किए गए.
अधिकारी ने कहा कि 73 लोगों को ‘नापाक गतिविधियों’ में लिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. अधिकारी ने कहा कि फार्महाउस में 30 छोटे कमरे हैं.
उन्होंने आशंका जताई कि यह वही जगह है, जहां एक लड़की का यौन उत्पीड़न किया गया था और इस संबंध में फरवरी 2022 में मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने बताया कि लड़की के परिजनों ने उसका पता रिंपू बागान से लगाया था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सिंह ने कहा, ‘यह पता चला है कि एक सप्ताह में कई बार नाबालिग का यौन उत्पीड़न किया गया था और आईपीसी की धारा 366ए (नाबालिग लड़की की खरीद), 376 (बलात्कार के लिए सजा) और पॉक्सो अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.’
पीड़िता ने अदालत को बताया था कि आरोपी उसे और उसकी दोस्त को रिंपू बागान ले गए थे. उन्होंने कहा कि आरोपी व्यक्तियों ने वहां एक कमरा किराये पर लिया और कई बार उसका यौन शोषण किया.
अधिकारी ने कहा कि तुरा शहर के निवासियों से कई मौखिक शिकायतें भी मिली थीं, जिसमें आरोप लगाया गया था कि रिंपू बागान में अनैतिक गतिविधियां चल रही है, जिसके बाद यहां छापेमारी की योजना बनाई गई थी.
छापेमारी के दौरान पुलिस को कई युवक और युवतियां बिना कपड़े और शराब के मिले. उन्होंने कहा कि सभी 68 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. संपत्ति के प्रबंधक, कार्यवाहक और तीन कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि आईपीसी की संबंधित धाराओं और अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम, 1956 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने कहा कि उसने मारक से जांच में सहयोग करने और शिलॉन्ग सदर पुलिस स्टेशन में तुरंत आत्मसमर्पण करने को कहा है, लेकिन वह गिरफ्तारी से बच रहे थे.
गारो जनजातीय स्वायत्त जिला परिषद के निर्वाचित सदस्य मारक ने छापेमारी को लेकर एक बयान में मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा पर निशाना सााधा. मारक ने ‘वेश्यालय’ चलाने के आरोप से इनकार किया.
उन्होंने दावा किया, ‘मुख्यमंत्री हताश हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें मालूम है कि वह भाजपा की दक्षिण तुरा सीट से हार रहे हैं. मेरे फार्महाउस पर छापा मेरी छवि को खराब करने और राजनीतिक प्रतिशोध का एक हताशापूर्ण प्रयास है.’ पुलिस ने कहा कि मारक को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है.
भाजपा संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) नीत सत्तारूढ़ मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है.
एसपी ने कहा कि 2000 के दशक की शुरुआत से अब तक भंग हो चुके उग्रवादी संगठन अचिक नेशनल वॉलंटरी काउंसिल (बी) के तत्कालीन स्वयंभू अध्यक्ष मराक के खिलाफ 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)