तमिलनाडु: 12वीं की एक और छात्रा अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाई गई

घटना तमिलनाडु के तिरुवल्लूर ज़िले की है, जहां 17 वर्षीय 12वीं की छात्रा अपने हॉस्टल में मृत पाई गई. इससे पहले बीते 13 जुलाई को राज्य के कल्लाकुरिची ज़िले में भी 12वीं की एक अन्य छात्रा कथित तौर पर हॉस्टल की छत से कूदकर अपनी जान दे दी थी.

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(फोटो साभार: एएनआई/ट्विटर)

घटना तमिलनाडु के तिरुवल्लूर ज़िले की है, जहां 17 वर्षीय 12वीं की छात्रा अपने हॉस्टल में मृत पाई गई. इससे पहले बीते 13 जुलाई को राज्य के कल्लाकुरिची ज़िले में भी 12वीं की एक अन्य छात्रा कथित तौर पर हॉस्टल की छत से कूदकर अपनी जान दे दी थी.

(फोटो साभार: एएनआई/ट्विटर)

चेन्नई: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में किलाचेरी के पास स्थित एक सरकारी सहायता प्राप्त बालिका उच्चतर महाविद्यालय के छात्रावास में सोमवार की सुबह कक्षा 12 की एक छात्रा मृत पाई गई.

इस घटना के कुछ देर बाद एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मामले को अपराध शाखा-आपराधिक जांच विभाग (सीबी-सीआईडी) को स्थानांतरित कर दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, कल्लाकुरिची स्कूल में एक अन्य छात्र की मौत पर हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू होने के करीब दो हफ्ते बाद 17 वर्षीय लड़की सोमवार सुबह छात्रावास में मृत पाई गई.

पुलिस ने कहा कि उन्होंने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया कि तिरुत्तानी निवासी लड़की की आत्महत्या से मौत हुई थी.

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) कांचीपुरम रेंज एम. सत्य प्रिया ने कहा, ‘हमें आज सुबह शिकायत मिली कि 12वीं कक्षा की एक लड़की ने आत्महत्या कर ली. हमने मौके पर जांच की और अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया. मामला अब सीबी-सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है. हमने स्कूल में छात्रों की प्रारंभिक जांच की.’

तिरुवल्लुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) पी. सेफस कल्याण ने कहा कि पुलिस कल्लाकुरिची मामले के बाद शैक्षणिक संस्थानों में हुई मौतों में मद्रास हाईकोर्ट की अनिवार्य प्रक्रियाओं का पालन करेगी. कल्याण ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है.

उन्होंने यह भी कहा, ‘स्कूल के बाकी छात्रों के माता-पिता अपने बच्चों को घर वापस ले जाना चाहते थे. उनकी पहचान की जांच करने के बाद हमने छात्रों को उनके साथ जाने की अनुमति दी, क्योंकि छात्राओं की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है. ऐसी स्थितियों में जहां एक विद्यार्थी की आत्महत्या से मृत्यु हो जाती है, भावनाओं का उमड़ना स्वाभाविक है, लेकिन हमने परिवारों को उचित तरीके से बातचीत कर समझा दिया कि इस घटना में क्या हुआ था.’

उन्होंने आगे कहा, ‘जिला एसपी होने के नाते मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कोई भी गलत सूचना न फैलाएं और हमारे साथ सहयोग करें. तिरुवल्लूर एक शांतिपूर्ण जिला है, हमें कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जरूरत है.’

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि किलाचेरी के पास के स्थित स्कूल के अधिकारियों ने छात्रावास के कमरे में जब छात्रा को पाया और उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत (Dead on Arrival) घोषित कर दिया गया. पुलिस के अनुसार, उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए तिरुवल्लूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा गया है.

मौत के बारे में जानने के बाद छात्रा के परिवार और रिश्तेदारों ने तिरुत्तानी-पोदातुरपेट मार्ग को जाम कर दिया. खबरों के अनुसार, उन्होंने दावा किया कि स्कूल प्रबंधन ने उन्हें छात्रा की मौत के बारे में उचित विवरण नहीं दिया है.

किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मैपेडू पुलिस थाने व अन्य जिलों से जवानों की तैनाती स्कूल के पास और मृतक किशोरी के गृहनगर में कर दी गई.

बता दें कि बीते 13 जुलाई को कल्लाकुरिची में भी कक्षा 12 की एक छात्रा अपने हॉस्टल के कमरे से कूद गई थी, जिसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुआ था. जिस निजी स्कूल में छात्रा पढ़ रही थी, उसमें तोड़-फोड़ की गई और लोगों ने सड़कों पर उतरकर चार स्कूल बसों और एक पुलिस बस में आग लगा दी थी.

ऐसी आशंक जताई गई थी कि छात्रावास की तीसरी मंजिल के एक कमरे में रहने वाली लड़की ने सबसे उपरी मंजिल से कूदकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से संकेत मिला था कि मौत से पहले उसे गंभीर चोटें आई थीं.

छात्रा के परिवार की ओर से गणित और रसायन के दो शिक्षकों पर पढ़ाई को लेकर उनकी बेटी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था.