गुजरात में कथित ज़हरीली शराब से 28 लोगों की मौत, 14 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज

गुजरात में शराब की बिक्री पर पाबंदी है. पुलिस ने बताया कि मृतकों में से 22 बोटाद ज़िले के विभिन्न गांवों के थे, जबकि छह लोग पड़ोसी अहमदाबाद ज़िले के थे. 45 से अधिक लोग वर्तमान में भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं.

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(फोटो साभार: एएनआई)

गुजरात में शराब की बिक्री पर पाबंदी है. पुलिस ने बताया कि मृतकों में से 22 बोटाद ज़िले के विभिन्न गांवों के थे, जबकि छह लोग पड़ोसी अहमदाबाद ज़िले के थे. 45 से अधिक लोग वर्तमान में भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं.

गुजरात में बोटाद जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई. (फोटो साभार: एएनआई)

अहमदाबाद/बोटाद: गुजरात के बोटाद जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. गौरतलब है कि राज्य में शराब की बिक्री पर पाबंदी है.

गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि अत्यधिक जहरीले मिथाइल अल्कोहल (मेथनॉल) से शराब बनाई गई थी. उन्होंने कहा कि हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं और उनमें से अधिकतर को हिरासत में लिया गया है.

मामला सोमवार (25 जुलाई) की सुबह तब सामने आया जब बोटाड के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में भर्ती किया गया.

भाटिया ने कहा कि जहरीली शराब के सेवन से अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है. उनमें से 22 बोटाद जिले के विभिन्न गांवों के थे, जबकि छह लोग पड़ोसी अहमदाबाद जिले के थे. इसके अलावा 45 से अधिक लोग वर्तमान में भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं.

भाटिया ने कहा, ‘फोरेंसिक विश्लेषण से पता चला है कि पीड़ितों ने मिथाइल अल्कोहल का सेवन किया था. हमने हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अधिकतर आरोपियों को पहले ही हिरासत में ले लिया है.’

गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया ने बताया कि संबंधित रसायन को सीधे पानी में मिलाकर लोगों ने पिया. 600 लीटर रसायन 40,000 रुपये में बेचा गया था. उन्होंने कहा कि बरवाला, रानपुर और अहमदाबाद ग्रामीण में तीन एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच के लिए पुलिस एक एसआईटी का गठन भी करेगी.

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पुलिस महानिरीक्षक (भावनगर रेंज) अशोक कुमार यादव ने कहा था कि घटना की जांच के लिए और नकली शराब बेचने वाले अवैध कारोबारियों को पकड़ने के लिए पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा.

बोटाद के पुलिस अधीक्षक करनराज वाघेला ने सोमवार देर रात पत्रकारों से कहा कि इस सिलसिले में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.

वाघेला ने कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो पुलिस हत्या का आरोप भी जोड़ेगी. गुजरात एटीएस के साथ ही अहमदाबाद अपराध शाखा भी दोषियों को पकड़ने के लिए हमारी जांच में शामिल हो गई हैं.’

इससे पहले इलाज करा रहे एक पीड़ित की पत्नी ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार रात रोजिद गांव में शराब पीने के कुछ घंटे बाद ही उसके पति की हालत बिगड़ने लगी.

इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में जहरीली शराब त्रासदी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और आरोप लगाया कि राज्य में जो लोग शराब बेच रहे हैं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है.

गुजरात के दौरे पर गए केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी लागू है फिर भी अवैध शराब बेची जा रही है. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब बेचने वाले लोग राजनीतिक संरक्षण का आनंद ले रहे हैं और उन्होंने शराब की बिक्री से अर्जित धन की जांच की मांग भी की. केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वह भावनगर के एक अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए कुछ लोगों को भर्ती कराया गया था.

केजरीवाल ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गुजरात में मद्यनिषेध के बाद भी भारी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती है. ये कौन लोग हैं जो शराब बेचते हैं? उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. (शराब की बिक्री से जो) पैसे आते हैं, वे कहां जाते हैं. इसकी जांच की जरूरत है.’

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक केजरीवाल सोमवार की शाम को गुजरात पहुंचे और गिर सोमनाथ जिले के सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वह मंगलवार को राजकोट में व्यापारियों को संबोधित करेंगे.

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जहरीली शराब पीने के बाद 23 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं. मैं मरने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और आज भावनगर अस्पताल जाऊंगा.’

द हिंदू के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक अमित चावड़ा ने कहा, ‘अवैध शराब की बिक्री करने वालों और पुलिस की सांठगांठ को राज्य में भाजपा नेताओं द्वारा प्रदान किए गए संरक्षण के कारण शराब की बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही है.’

उन्होंने यह भी कहा, ‘पुलिस नियमित रूप से अवैध शराब बिक्री करने वालों से मासिक रिश्वत लेती है.’

वहीं, भाजपा नेता और अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रमुख चेहरे अल्पेश ठाकोर ने कहा कि राज्य सरकार को शराबबंदी को और सख्ती से लागू करना होगा. ठाकोर ने कहा, ‘मैं सरकार से कानून को सख्ती से लागू करने और राज्य में विशेष रूप से गांवों में शराब के अवैध प्रवाह को रोकने का आग्रह करता हूं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)