कश्मीर से आने वाले स्वतंत्र पत्रकार आकाश हसन मंगलवार को श्रीलंका के वर्तमान संकट पर रिपोर्ट करने के लिए दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कोलंबो जाने वाले थे, लेकिन उन्हें आव्रजन अधिकारियों द्वारा रोक दिया गया. अधिकारियों द्वारा उन्हें ऐसा करने की वजह भी नहीं बताई गई.
नई दिल्ली: मानवाधिकार, डिजिटल तकनीक और दक्षिण एशियाई राजनीति जैसे मुद्दों पर कई भारतीय और विदेशी प्रकाशनों के लिए लिखने वाले स्वतंत्र कश्मीरी पत्रकार आकाश हसन को मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर श्रीलंका जाने से रोक दिया गया. वे काम के सिलसिले में श्रीलंका जा रहे थे.
रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई महीने में यह दूसरा वाकया है जब किसी कश्मीरी पत्रकार को विदेश यात्रा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया है. और जैसा कि दो जुलाई को सना इरशाद मट्टू के मामले में हुआ था, उसी तरह हसन को भी इस कार्रवाई के पीछे का कोई कारण नही बताया गया है.
हसन ने उन्हें विदेश यात्रा करने से रोके जाने संबंधी खबर ट्विटर के माध्यम से दी. उन्होंने मंगलवार (26 जुलाई) की रात 8:19 बजे ट्वीट किया कि दिल्ली में आईजीआई एयरपोर्ट पर आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें कोलंबो की उड़ान में सवार होने से रोक दिया.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं देश (श्रीलंका) में मौजूदा संकटों पर रिपोर्ट करने के लिए जा रहा था.’
उन्होंने आगे बताया, ‘आव्रजन अधिकारियों ने मेरा पासपोर्ट, बोर्डिंग पास ले लिया और मुझे पिछले चार घंटों से एक कमरे में बिठा रखा है.’
Immigration officials at IGI airport New Delhi barred me from boarding a flight to Colombo, Sri Lanka. I was headed to report on the current crises in the country.
The immigration officials took my passport, boarding pass and have made me sit in a room for last four hours. pic.twitter.com/G36kx3oYQK
— Aakash Hassan (@AakashHassan) July 26, 2022
इसके बाद, उन्होंने लिखा कि अधिकारियों द्वारा उन्हें कोई कारण नहीं बताया गया कि वे क्यों उन्हें जाने से रोक रहे हैं.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘अधिकारी कोई कारण नहीं बता रहे हैं कि मुझे जाने की अनुमति क्यों नहीं है. मैं जिस एयरलाइन में यात्रा करने वाला था उसके एक कर्मचारी ने मुझे बताया है कि अधिकारियों ने उन्हें मेरा सामान विमान से उतारने का निर्देश दिया है. मुझसे दो अधिकारियों द्वारा मेरी पृष्ठभूमि, यात्रा के उद्देश्य के बारे में पूछा गया.’
हसन ने बाद में फिर ट्वीट किया कि पांच घंटे तक इंतजार कराने के बाद अधिकारियों ने उनका पासपोर्ट और बोर्डिंग पास लौटाया है, जिस पर रद्द करने की मुहर लगी थी.
उन्होंने ट्वीट में बताया कि पांच घंटों के दौरान उन्हें पीने के लिए पानी तक नहीं दिया गया.
The officials are not giving any me any reason for why I am not allowed.
A staff from the airlines I was travelling in told me that officials have directed them to offload my luggage from the aircraft.
I was questioned by two officials about my background, travel purpose.
— Aakash Hassan (@AakashHassan) July 26, 2022
हसन का मामला पुलित्जर पुरस्कार विजेता कश्मीरी फोटो जर्नलिस्ट सना इरशाद मट्टू से काफी मिलता-जुलता है. मट्टू को भी इसी तरह दिल्ली एयरपोर्ट पर पेरिस जाने से रोक दिया गया था.
मट्टू के मामले में भी अधिकारियों ने कथित तौर पर उन्हें देश छोड़ने से रोके जाने के पीछे का कोई कारण नहीं बताया था, बस सीधा कह दिया कि वे अंतरराष्ट्रीय यात्रा नहीं कर सकतीं.
इस बीच, एक वरिष्ठ पत्रकार ने ट्वीट किया है कि जितना उन्हें याद है उसके मुताबिक यह चौथा उदाहरण है जब एक कश्मीरी पत्रकार को देश के बाहर जाने से रोका गया है.