घटना सेक्टर 77 में मंगलवार शाम को हुई, जहां पांच मज़दूर एक निर्माणाधीन इमारत की 17वीं मंज़िल के पास एक टावर क्रेन को ठीक कर रहे थे और शटरिंग का एक लोहे का एंगल टूट गया जिससे वे सभी गिर गए. चार श्रमिकों की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हैं.
गुड़गांव: हरियाणा के गुड़गांव में एक आवासीय सोसाइटी में निर्माण कार्य के दौरान मंगलवार को क्रेन से गिरकर चार मजदूरों की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि घटना सेक्टर 77 में आवासीय सोसाइटी एम्मार पाम हाइट्स के निर्माण स्थल पर शाम करीब 5.10 बजे हुई.
उन्होंने कहा कि पांच मजदूर एक निर्माणाधीन इमारत की 17वीं मंजिल के पास एक टावर क्रेन को ठीक कर रहे थे और अचानक शटरिंग का एक लोहे का एंगल टूट गया जिससे वे सभी गिर गए.
अधिकारियों ने बताया कि चार मजदूर नीचे जमीन पर गिर पड़े, वहीं एक मजदूर इमारत की 12वीं मंजिल पर फंस गया.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि मजदूरों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनमें से चार को मृत घोषित कर दिया गया. इसने कहा कि गंभीर रूप से घायल हुए एक मजदूर का इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान बिहार के किशनगंज निवासी मोहम्मद तौहीद (27), गोपालगंज निवासी कामोद (32), नवीन (28) और परमेसर (35) के रूप में हुई है.
घायल मजदूर की पहचान बिहार के गोपालगंज निवासी राजकिशोर के रूप में हुई है.
मानेसर के सहायक पुलिस आयुक्त सुरेश कुमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह घटना लापरवाही के कारण हुई है.
उन्होंने कहा कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, मजदूरों (सभी वेल्डर) ने कोई सुरक्षा उपकरण नहीं पहना हुआ था और वे पिछले सात महीने से स्थल पर काम कर रहे थे.
आवासीय सोसाइटी का विकास एम्मार द्वारा जबकि निर्माण कार्य जेजेआरएस द्वारा किया जा रहा है.
एम्मार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हैं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं.’
उन्होंने कहा, ‘दुखद दुर्घटना ठेकेदार द्वारा पाम हाइट्स में एक पूर्ण टॉवर में निर्माण कार्य के दौरान हुई. हम इस घटना के कारणों को समझने के लिए अपने ठेकेदार के साथ जांच कर रहे हैं.’
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, आरोप है कि पांच मजदूरों में से किसी ने भी सेफ्टी बेल्ट नहीं पहनी थी. एसीपी (मानेसर) सुरेश कुमार ने कहा कि पुलिस ने लापरवाही के आरोपों के बाद निर्माण कार्य कर रहे निजी ठेकेदार के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.
हालांकि 12वीं मंजिल के खंभों में सुरक्षा जाल लगा हुआ था, लेकिन यह उस पर गिरे पांच मजदूरों के वजन से नीचे जा गिरा. उनमें से एक किसी तरह जाल में फंस गया, जिससे उनके गिरने की रफ़्तार कम हो गई.
कुमार ने कहा, ‘घायल मजदूर का अस्पताल में इलाज चल रहा है. चार अन्य के शवों का बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा.’
जिस इमारत में मजदूर काम कर रहे थे वह 25 मंजिला है. कुमार ने कहा, ‘हमें बताया गया था कि चूंकि निर्माण कार्य का एक बड़ा हिस्सा खत्म हो गया था, इसलिए अधिकांश मजदूर साइट छोड़ गए थे और केवल कुछ ही वहां थे. हमने साइट पर एक निरीक्षण किया है. ड्यूटी मजिस्ट्रेट और अन्य दल भी दौरा करेंगे. जल्द ही एक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.’
अपनी टीम के साथ साइट का दौरा करने वाले जिला नगर योजनाकार अमित मधौलिया ने कहा कि ठेकेदार की ओर से लापरवाही की गई है.
उन्होंने कहा, ‘श्रमिकों को सुरक्षा बेल्ट नहीं दिए गए थे. अन्यथा उन्हें बचाया जा सकता था. एक जांच जारी है और तदनुसार कार्रवाई की जाएगी.’
गिरने से बाल-बाल बचे राज किशोर (30) का डीएलएफ फेज 2 के उमा संजीवनी अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें कई खरोंचें हैं और उनकी एक बांह टूट गई है.
साइट पर काम करने वाले कुछ अन्य मजदूरों ने बताया कि उन्हें दुर्घटना के बारे में बहुत बाद तक कोई जानकारी नहीं थी.
एक मजदूर साजिद ने कहा, ‘मैं उसी इमारत की छत पर था और मुझे नहीं पता था कि क्या हुआ था. शाम के करीब 5 बजे थे जब मेरे चाचा ने फोन किया और मुझे दुर्घटना के बारे में बताया. मुझे बाद में पता चला कि पांच मजदूरों को एक एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया गया है.’
दुर्घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे तौहीद के चाचा राशिद ने कहा कि उनका भतीजा 2011 से शहर में एक निर्माण मजदूर था.
उन्होंने कहा, ‘इन चार मौतों के लिए बिल्डर और ठेकेदार जिम्मेदार हैं. हम मांग करते हैं कि परिवारों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए. अगर वे नहीं करते हैं, तो हम उनके शवों के साथ साइट पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)