शिक्षा मंत्रालय की ओर से राज्यसभा में यह जानकारी दी गई है कि आईआईटी खड़गपुर में 798 और आईआईटी बॉम्बे में 517 फैकल्टी पद ख़ाली हैं, जो कि देश के दूसरे आईआईटी की तुलना में सबसे अधिक हैं. शीर्ष वरियता प्राप्त आईआईटी मद्रास में भी 482 फैकल्टी पद ख़ाली पड़े हैं.
नई दिल्ली: देश के 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में 4,500 से अधिक फैकल्टी पद खाली हैं. शिक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में यह जानकारी दी है.
संसद के उच्च सदन के साथ साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, आईआईटी खड़गपुर में 798 और आईआईटी बॉम्बे में 517 फैकल्टी पद खाली हैं, जो कि देश के दूसरे आईआईटी की तुलना में सबसे अधिक हैं.
शीर्ष वरियता प्राप्त आईआईटी मद्रास में भी 482 फैकल्टी पद खाली पड़े हैं. इन आईआईटी में कुल 4,596 शिक्षक पद खाली हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने बताया, इन खाली पदों को भरना एक सतत प्रक्रिया है और आईआईटी विज्ञापन जारी करते हैं, जो सभी उम्मीदवारों के लिए साल भर खुले रहते हैं, जो आईआईटी में फैकल्टी पदों के लिए आवश्यक योग्यता और अनुभव को पूरा करते हैं.
उन्होंने आगे कहा, ‘शिक्षा मंत्रालय ने सभी आईआईटी से इन खाली पदों को भरने के लिए मिशन मोड में एक विशेष भर्ती अभियान शुरू करने का अनुरोध किया है और अधिकांश संस्थानों ने प्रक्रिया शुरू कर दी है.’
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद (446 पद), आईआईटी रुड़की (419 पद), आईआईटी कानपुर (382 पद) और आईआईटी गुवाहाटी (307 पद) में हैं. सभी पुराने आईआईटी में 300 से अधिक खाली पद हैं.
इसके अलावा आईआईटी बीएचयू में 271, आईआईटी जोधपुर में 138, आईआईटी भुवनेश्वर में 114, आईआईटी हैदराबाद में 113 और आईआईटी पटना में 97 पद खाली हैं. आईआईटी दिल्ली में 52 पद, आईआईटी तिरुपति में 15 और आईआईटी पलक्कड़ में 27 पद खाली हैं.