यूपी: महिला से अभद्रता करने के मामले में फ़रार आरोपी श्रीकांत त्यागी गिरफ़्तार

नोएडा पुलिस ने बताया कि ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में महिला के साथ अभद्रता के मामले में फ़रार चल रहे श्रीकांत त्यागी को मंगलवार तड़के मेरठ से गिरफ़्तार किया गया. इससे पहले त्यागी ने एक ज़िला अदालत में आत्मसमर्पण की याचिका दायर की थी. 

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श्रीकांत त्यागी. (फोटो साभार: इंस्टाग्राम/@Shrikant Tyagi)

नोएडा पुलिस ने बताया कि ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में महिला के साथ अभद्रता के मामले में फ़रार चल रहे श्रीकांत त्यागी को मंगलवार तड़के मेरठ से गिरफ़्तार किया गया. इससे पहले त्यागी ने एक ज़िला अदालत में आत्मसमर्पण की याचिका दायर की थी.

श्रीकांत त्यागी. (फोटो साभार: इंस्टाग्राम/@Shrikant Tyagi)

नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में महिला के साथ अभद्रता करने के मामले में फरार आरोपी श्रीकांत त्यागी को पुलिस ने मंगलवार को मेरठ में गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने बताया कि एक सूचना के आधार पर नोएडा पुलिस ने त्यागी को मेरठ से तड़के गिरफ्तार किया. उसके साथ मौजूद चार अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस आयुक्त ने बताया कि श्रीकांत त्यागी से गहनता से पूछताछ की जा रही है. उसे फरार रहने के दौरान किस-किस ने शरण दी इस बात की भी जानकारी हासिल की जा रही है.

उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान कुछ अहम जानकारी मिली है. जिसके आधार पर पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी.

पुलिस आयुक्त ने बताया कि श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को उनके तथा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा इनाम प्रदान किया जा रहा है.

इससे पूर्व नोएडा पुलिस ने त्यागी को फरार घोषित किया थाऔर उस पर 25 हजार रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी, जिसके बाद त्यागी ने गौतमबुद्ध नगर जिले की एक अदालत में आत्मसमर्पण से संबंधित एक याचिका दायर की थी.

गौरतलब है कि सेक्टर 93-बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में रहने वाली एक महिला ने सोसाइटी में नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए श्रीकांत त्यागी द्वारा कुछ पेड़ लगाने पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद त्यागी ने महिला के साथ कथित तौर पर अभद्र व्यवहार किया और उसे धक्का भी दिया था.

घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हो गया था, जिसमें त्यागी महिला के साथ गाली-गलौज और हाथापाई करते देखे जा सकते थे.

श्रीकांत त्यागी खुद को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबद्ध बताता है, जबकि पार्टी ने उससे दूरी बनाए रखी है. मामले को लेकर विपक्षी दलों ने भी भाजपा पर निशाना साधा है. विपक्षी दलों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ त्यागी की कथित तस्वीरें भी साझा की हैं.

हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बताती है कि त्यागी पार्टी के सदस्य थे. अख़बार ने 2018 के एक पत्र के माध्यम से पुष्टि की है कि त्यागी पार्टी से जुड़े हुए थे.

रिपोर्ट के अनुसार, 27 अगस्त 2018 की तारीख वाला त्यागी का नियुक्ति पत्र बताता है कि वे भाजपा किसान मोर्चा की युवा किसान समिति के सह-संयोजक हैं.

एक भाजपा नेता ने इस अख़बार से पुष्टि की है कि यह पत्र असली है और त्यागी अगस्त 2018 से अप्रैल 2021 तक उनकी टीम का हिस्सा थे. यूपी भाजपा के एक अन्य सूत्र ने इस अख़बार को बताया कि त्यागी मोदीनगर से चुनाव लड़ने के लिए टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया.

एक और रिपोर्ट के अनुसार, त्यागी को 2018 और 2020 के बीच गाजियाबाद प्रशासन द्वारा सुरक्षा दी गई थी. उन्हें 2018 में एक व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) प्रदान किया गया था, जिसे बाद में सरकारी आदेश पर बढ़ाकर चार कर दिया गया था. 26 फरवरी, 2020 को यह सुरक्षा वापस ले ली गई थी.

त्यागी के इंस्टाग्राम एकाउंट पर भी उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी कई तस्वीरें साझा की हुई हैं.

लापरवाही के आरोप में छह पुलिसकर्मी निलंबित, शिकायतकर्ता को सुरक्षा

इससे पहले, सोमवार को मामले में ढिलाई बरतने के आरोप में छह पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया. उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी.

उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में कहा, ‘स्थानीय थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. उनके अलावा, एक उप-निरीक्षक और चार आरक्षकों को भी काम में ढिलाई के लिए निलंबित किया है.’

कुमार ने कहा, ‘मामले में महिला शिकायतकर्ता को दो निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) भी मुहैया कराए गए हैं.’

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सोमवार को त्यागी के वकील ने सूरजपुर की कोर्ट में एक आत्मसमर्पण याचिका दायर की थी. याचिका पर बुधवार को सुनवाई की जाएगी.

वहीं, ज्ञात हो कि त्यागी के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उसके कुछ समर्थक रविवार को सोसाइटी में लाठी-डंडों के साथ घुस गए थे और वहां को लोगों व महिला को डराने-धमकाने का प्रयास किया था, जिसके बाद सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा मौके पर पहुंचे थे और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा था कि ‘शर्मिंदगी हो रही है कि यहां हमारी सरकार है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)