मेघालय में वेस्ट गारो हिल्स ज़िले की एक अदालत ने भाजपा नेता बर्नार्ड एन. मराक के फार्महाउस से मिली विस्फोटक सामग्रियों से जुड़े एक मामले में उन्हें छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. मराक को देह व्यापार का गिरोह चलाने के आरोप में 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया गया था.
शिलॉन्ग: मेघालय में वेस्ट गारो हिल्स जिले की एक अदालत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बर्नार्ड एन. मराक के फार्महाउस से मिली विस्फोटक सामग्रियों से जुड़े एक मामले में बृहस्पतिवार को उन्हें छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
मराक पर अपने इसी फार्महाउस से देह व्यापार का गिरोह चलाने का आरोप है. मराक को देह व्यापार के आरोप में 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उन्हें बुधवार (10 अगस्त) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
बहरहाल, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एक अन्य मामले में उन्हें बुधवार रात जिला जेल से फिर से गिरफ्तार किया गया. उन्हें अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें फिर से पुलिस हिरासत में भेज दिया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि फार्महाउस से कुल 35 जिलेटिन की छड़ें और 100 डेटोनेटर, चार क्रॉसबो और 15 तीर जब्त किए गए थे.
इससे पहले पुलिस ने 22 जुलाई को मराक द्वारा कथित तौर पर संचालित एक ‘वेश्यालय’ पर छापा मारकर छह नाबालिग बच्चों को बचाने के साथ 73 लोगों को गिरफ्तार किया था. इस दौरान करीब 400 बोतल शराब तथा 500 से अधिक कंडोम बरामद किए गए थे.
भाजपा राज्य के सत्तारूढ़ मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा कर रहे हैं.
गारो हिल्स ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के एक निर्वाचित सदस्य बर्नार्ड एन. मराक ने दावा किया है कि वह निर्दोष हैं और आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध का लक्ष्य है और उसे अपने जान का खतरा है. प्रदेश भाजपा ने भी उनके दावे का समर्थन किया.
कयास लगाए जा रहे थे कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में संगमा के खिलाफ भगवा पार्टी उन्हें मैदान में उतारेगी.
मेघालय के मुख्यमंत्री ने आरोपों को खारिज किया.
मराक कभी भंग हो चुके सशस्त्र विद्रोही समूह एएनवीसी (बी) के अध्यक्ष थे, जो अचिक राष्ट्रीय स्वयंसेवी परिषद के एक टूटा हुआ गुट था, इससे पहले वह भाजपा में शामिल हुए और तुरा से आदिवासी परिषद चुनाव जीते थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)