हार्दिक पटेल के क़रीबी का आरोप, भाजपा में शामिल होने के लिए 1 करोड़ का आॅफर मिला

ख़रीद-फ़रोख़्त के आरोप के बीच 14 कांग्रेसी विधायकों के भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की ख़बर.

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ख़रीद-फ़रोख़्त के आरोप के बीच 14 कांग्रेसी विधायकों के भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की ख़बर.

Narendra Patel Gujarat
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नरेंद्र पटेल. (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक दलों की ओर से सियासी दांव-पेंच का खेल खेला जा रहा है. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3650 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया तो शाम को पाटीदार आंदोलन के एक नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा की ओर से उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए एक करोड़ रुपये का आॅफर मिला.

दूसरी ओर खबर आ रही है कि 14 कांग्रेसी विधायक भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. टाइम्स आॅफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, ‘भाजपा आने वाला गुजरात विधानसभा चुनाव में 14 कांग्रेसी नेताओं को टिकट देगी.’

सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा है कि ‘कांग्रेस के 12 बागी विधायक आधिकारिक तौर पर भाजपा के उम्मीदवार होंगे. जबकि, शंकर सिंह वाघेला और उनके बेटे महेंद्र सिंह, जिन्होंने नई पार्टी बनाई है, भाजपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेंगे.’

खबर में यह भी कहा गया है कि पाटीदार आंदोलन के 70 सदस्य भाजपा में आ चुके हैं, जिसमें वरुण पटेल, रेशमा पटेल, महेश पटेल और गीता पटेल शामिल हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नरेंद्र पटेल ने कहा कि ‘मुझे भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने के लिए एक करोड़ रुपये आॅफर किए गए. मुझे दस लाख रुपये एडवांस में दिए जा चुके हैं.’

पटेल ने कहा, ‘ये पैसा मुझे नहीं चाहिए, मैं सिर्फ पाटीदार समाज के लिए आंदोलन में आया हूं, मैं राजकीय अपेक्षा के लिए नहीं आया हूं.’

एजेंसी के ट्वीट के मुताबिक, ‘जो दस लाख रुपये कोई मेहनत का पैसा नहीं है, भ्रष्टाचार का पैसा है, मैं मेहसाणा का शहीद हूं, पैसा वापस करूंगा.’

नरेंद्र पटेल ने दावा किया कि हाल ही में भाजपा में गए वरुण पटेल उन्हें राज्य भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघानी के पास मीटिंग के लिए ले गए थे, जहां यह चर्चा हुई कि उन्हें एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे और नरेंद्र पटेल ने वरुण के हाथ से पेशगी के पैसे प्राप्त किए.

अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की एक खबर में कहा गया है, ‘उत्तरी गुजरात के वरिष्ठ नेता नरेंद्र पटेल ने आरोप लगाया है कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए एक करोड़ रुपये का आॅफर मिला है. हार्दिक पटेल के पुराने सहयोगी वरुण पटेल की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन करने के कुछ ही घंटों के बाद यह नाटकीय घटनाक्रम पेश आया.’

वरुण पटेल भी पाटीदार आंदोलन से जुड़े रहे हैं, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हो चुके हैं. उक्त रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नरेंद्र पटेल ने 500 रुपये के नोटों के बंडल दिखाते हुए यह दावा किया कि उन्हें 10 लाख बतौर पेशगी दिए जा चुके थे, बाकी 90 लाख पार्टी ज्वाइन करने के बाद दिए जाने थे.’

एनडीटीवी ने लिखा है, ‘गुजरात की राजनीति में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने पूरा जोर लगा दिया है और इसके लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए जाने लगे हैं. देर रात पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक नरेंद्र पटेल ने बीजेपी पर एक करोड़ रुपये आॅफर करने का आरोप लगाया. लेकिन नरेंद्र पटेल ने कहा कि एक करोड़ क्या रिजर्व बैंक भी मुझे खरीद नहीं सकता.’

नरेंद्र पटेल पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के करीबी हैं और वे मेहसाणा से आंदोलन समिति के संयोजक हैं. नरेंद्र पटेल गुजरात के बड़े ओबीसी नेताओं में गिने जाते हैं.

एनडीटीवी के मुताबिक, ‘इस आरोप को लेकर बीजेपी नेता वरुण पटेल ने कहा कि 10 लाख नहीं, 1 करोड़ रुपये लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए थी. राहुल गांधी की सभा में कोई पाटीदार जाने वाला नहीं है. राहुल गांधी की सभा को लेकर कांग्रेस बौखला चुकी है. गुजरात बीजेपी के प्रवक्ता भरत पांड्या ने कहा कि ये झूठा आरोप लगाया गया है. कांग्रेस के कहने पर नरेंद्र पटेल ने यह ड्रामा किया है. पहले बीजेपी में आने की बात कही और फिर यू-टर्न ले लिया.’

इस बीच, पाटीदार आंदोलन से जुड़े नेता और हाल ही में बीजेपी ज्वाइन करने वाले निखिल सवानी ने भाजपा छोड़ने की घोषणा की है.

एएनआई के मुताबिक, ‘निखिल सवानी ने कहा, बीजेपी की तरफ से नरेंद्र पटेल को एक करोड़ के आॅफर के बारे में सुना. बहुत चिंतित हूं. आज बीजेपी छोड़ रहा हूं.’

निखिल ने कहा, ‘मेरे भाजपा ज्वाइन करने के लिए पैसा नहीं आॅफर हुआ था. मैं इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि वे लॉलीपॉप दे रहे हैं, कर कुछ नहीं रहे हैं… मैं नरेंद्र पटेल से सहमत हूं. यहां तक कि मैंने कई लोगों को पैसा देने के प्रस्ताव के बारे में सुना है.’