शिवमोगा ज़िले में स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर एक समूह द्वारा एक चौराहे पर हिंदुत्व नेता वीडी सावरकर का फ्लेक्स लगाने पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई. ये समूह टीपू सुल्तान का फ्लेक्स लगाना चाहता था, जिसे लेकर दोनों गुटों में झड़प हुई. पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात है और शहर में निषेधाज्ञा लगाई गई है.
शिवमोगा: शिवमोगा में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हिंदुत्ववादी नेता विनायक दामोदर सावरकर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का ‘फ्लेक्स’ (खंबों आदि पर लटकाया जाने वाला बैनर) लगाने को लेकर दो समूहों के बीच सोमवार को हुए विवाद के बाद प्रशासन ने यहां निषेधाज्ञा लागू कर दी है. पुलिस ने यह जानकारी दी.
शहर के आमिर अहमद सर्कल पर माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया, जब स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर एक समूह ने सावरकर का फ्लेक्स आमिर अहमद सर्कल पर लगे बिजली के खंभे के शीर्ष पर बांधने की कोशिश की थी, जिस पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई थी. दूसरा समूह वहां टीपू सुल्तान का फ्लेक्स लगाना चाहता था.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा फ्लेक्स को बदलने या क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया था, जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए थे.
स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा. अधिकारियों ने उस स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया है, जहां दोनों समूह फ्लेक्स लगाना चाहते थे.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदुत्ववादी समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि उन्हें सावरकर का फ्लेक्स लगाने की अनुमति दी जाए और उनके आदर्श का अपमान करने के लिए दूसरे समूह के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
अधिकारियों ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और पूरे शहर में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस बीच, प्रेम सिंह नामक एक युवक को अज्ञात अपराधियों ने उस वक्त कथित तौर पर छुरा मारकर घायल कर दिया, जब वह अपनी दुकान बंद करके घर लौट रहा था.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए पड़ताल कर रही है कि क्या इस घटना का ‘फ्लेक्स विवाद’ से कोई लेना-देना तो नहीं है. घायल युवक का मैकगैन अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पुलिस ने शांति बहाली के लिए सभी उपाय किए हैं.
उन्होंने बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘यह घटना नहीं होनी चाहिए थी. मैंने अपराधियों और शांति भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है.’
चाकू घोंपने की घटना के आरोपी को पैर में गोली मारी गई
इसके बाद मंगलवार को पुलिस ने बताया कि शिवमोगा में झड़पों और एक व्यक्ति को चाकू मारने की घटना में शामिल होने के आरोपी एक व्यक्ति को उस समय पैर में गोली मारी गई, जब उसने उसे पकड़ने गए पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर हमला करने की कोशिश की.
पुलिस ने बताया कि मोहम्मद जबी उर्फ चर्बी (30) का मंगलवार की घटना के बाद एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. वह शिवमोगा के मरनामी बैलू का रहने वाला है.
पुलिस ने बताया कि सोमवार की झड़प और उसके बाद हुई चाकू मरने की घटना के संबंध में नदीम, तनवीर, चर्बी और अब्दुल रहमान पर आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था.
न्यूज़18 के मुताबिक, इनमें से एक नदीम 2016 के दंगा मामले में भी शामिल रहा है.
पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह जब उनका एक दल जबी को हिरासत में लेने के लिए पहुंचा तो उसने पुलिसकर्मियों पर कथित तौर पर हमला करने प्रयास किया. विनोबा नगर पुलिस थान के उपनिरीक्षक मंजूनाथ एस कूकी ने आत्मरक्षा में उसके दाएं पैर में गोली मार दी. उसे एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है.
इस बीच, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आलोक कुमार ने पत्रकारों को बताया कि जिस व्यक्ति को चाकू मारा गया, वह राजस्थान का रहने वाला है और कपड़े की एक दुकान पर काम करता है. वह झड़पों में शामिल नहीं था लेकिन चार लोगों ने उसे चाकू मार दिया. चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कुमार ने कहा, ‘हमने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. हम उनकी पृष्ठभूमि तथा उन्हें मिलने वाले वैचारिक समर्थन या झुकाव का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ करेंगे.’
उन्होंने यह भी कहा कि अगले तीन दिनों तक क्षेत्रवार ‘बंदोबस्त’ किए जाएंगे और गश्त जारी रहेगी तथा स्थिति की समीक्षा करने के बाद ही पुलिस अगले कदम पर फैसला लेगी.
इस बीच जिला प्रशासन ने भद्रावती और शिवमोगा शहरों के स्कूलों तथा कॉलेजों में आज यानी मंगलवार को अवकाश घोषित कर दिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)