आरोप है कि उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फरनगर ज़िले के ताजपुर गांव में दलित युवक द्वारा वॉट्सऐप ग्रुप में टिप्पणी किए जाने को लेकर ग्राम प्रधान ने उन्हें चप्पल से पीटा और जान से मारने की धमकी दी थी.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के छपार थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान और पूर्व ग्राम प्रधान द्वारा एक दलित युवक की कथित रूप से चप्पल से पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
पुलिस के अनुसार, ताजपुर के ग्राम प्रधान शक्ति मोहन गुर्जर और रेता नगला ग्राम के पूर्व प्रधान गजे सिंह ने दलित युवक दिनेश कुमार (27) को चप्पल से पीटा और उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
पुलिस अधीक्षक (नगर) अर्पित विजयवर्गीय ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने ताजपुर के ग्राम प्रधान शक्ति मोहन गुर्जर और ग्राम रेता नगला के पूर्व ग्राम प्रधान गजे सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं (323, 504, 506) और अनुसूचित जाति, जनजाति निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
उन्होंने बताया कि इस संबंध में ग्राम प्रधान शक्ति मोहन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद उक्त कदम उठाया गया है जिसमें दोनों आरोपी दलित युवक को चप्पलों से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं.
CASTE is the worst virus.
A SC man was beaten up with slippers by the village head and threatened with death in UP’s Muzaffarnagar. Horrible. @UNHumanRights @OHCHRAsia pic.twitter.com/a3Er6jdq9i
— Suraj Kumar Bauddh (@SurajKrBauddh) August 20, 2022
अनुसूचित जाति समुदाय से आने वाले राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनिल कुमार ने द हिंदू से बात करते हुए कहा, ‘मैंने एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें गांव के प्रधान द्वारा एक दलित युवक को चप्पल से पीटा जा रहा है. यह निंदनीय कृत्य है. किसी को भी किसी के सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं है. पुलिस द्वारा एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामला दर्ज कर लिया गया है.’
पुलिस को मिली तहरीर के अनुसार, पीड़ित दलित युवक दिनेश को पिछले दिनों दोनों आरोपियों ने बुलाया और चप्पलों से उनकी पिटाई करने के बाद उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. एक वॉट्सऐप ग्रुप में पोस्ट की गई टिप्पणी के लिए उन्हें गालियां भी दीं गईं.
दलित युवक की पिटाई से आक्रोशित भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने छपार पुलिस थाने के बाहर धरना दिया. दलित समुदाय के लोगों ने इस घटना का विरोध किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.
बहरहाल द हिंदू से बात करते हुए दलित युवक ने बताया है कि वीडियो 15 दिन पुराना है.
पूरे विवाद को लेकर वे बताते हैं कि ग्राम प्रधान उनसे उन टिप्पणियों को लेकर नाराज थे, जो उन्होंने एक स्थानीय वॉट्सऐप ग्रुप में पोस्ट की थीं, जिसमें मुख्य तौर पर एससी समुदाय के सदस्य शामिल थे.
पीड़ित दिनेश पेशे से मजदूर हैं और भीम आर्मी व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के समर्थक हैं.
उन्होंने बताया, ‘ग्राम प्रधान ने एक वीडियो में दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक ब्लॉक-स्तरीय मुखिया के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था. मैंने इसके खिलाफ हमारे स्थानीय वॉट्सऐप ग्रुप में एक पोस्ट डाला था. किसी तरह विधायक शक्तिमोहन को इसके बारे में पता चल गया और इसलिए उन्होंने मुझे पीटा. उन्होंने मुझे जान से मारने की भी धमकी दी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)