श्रीनगर के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपने छात्रों से कहा है कि वे एशिया कप के तहत होने वाले भारत और पाकिस्तान के बीच टी20 क्रिकेट मैच के दौरान अपने-अपने कमरों में रहें और अन्य छात्रों को अपने कमरे में प्रवेश न दें, न ही समूहों में मैच देखें और मैच के संबंध में सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की सामग्री पोस्ट करने से बचें.
श्रीनगर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर (एनआईटी-श्रीनगर) ने अपने छात्रों से कहा है कि वे रविवार (28 अगस्त) को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप क्रिकेट मैच को समूहों में न देखें और न ही इससे संबंधित कोई भी पोस्ट सोशल मीडिया पर डालें.
डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर की ओर से जारी नोटिस में संस्थान प्रशासन ने छात्रों को मैच के दौरान अपने आवंटित कमरों में रहने को कहा है.
नोटिस में कहा गया है, ‘छात्रों को पता है कि दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में विभिन्न देशों के बीच क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहा है. छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वे खेल को खेल के रूप में लें और संस्थान/छात्रावास में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता नहीं करें.’
We’re about to witness history between two titans: A clash like no other. A rivalry like no other.
Watch the big battle between the two teams in the #AsiaCup2022 🏆 exclusively on Disney+ Hotstar and Star Sports.#INDvPAK #ACC #GetReadyForEpic pic.twitter.com/cgYQuPu7cn
— AsianCricketCouncil (@ACCMedia1) August 27, 2022
रविवार के मैच के दौरान छात्रों को उन्हें आवंटित कमरों में रहने और अन्य छात्रों को अपने कमरे में प्रवेश करने तथा समूहों में मैच देखने की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया गया है.
एनआईटी-श्रीनगर ने कहा, ‘यदि किसी कमरे में छात्रों का समूह मैच देखते हुए पाया गया तो जिन छात्रों को वह विशेष कमरा आवंटित किया गया है, उन्हें संस्थान के छात्रावास से निकाल दिया जाएगा और इसमें शामिल सभी छात्रों पर कम से कम पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.’
छात्रों को सोशल मीडिया पर मैच से संबंधित किसी भी सामग्री को पोस्ट करने से बचने का भी निर्देश दिया गया है. इसके अलावा उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे मैच के दौरान या बाद में छात्रावास के कमरों से बाहर न निकलें.
वर्ष 2016 में टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से भारत की हार के बाद अन्य राज्यों के और स्थानीय छात्रों के बीच संस्थान में झड़पें हुई थीं, जिससे एनआईटी कई दिनों तक बंद रहा था.
बता दें कि 24 अक्टूबर 2021 को टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हार हो गई थी. आरोप है कि उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में स्थित एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहे तीन कश्मीरी छात्रों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की थी.
ये तीनों छात्र- अरशद यूसुफ (21 वर्ष), इनायत अल्ताफ शेख और शौकत अहमद गनई आगरा में राजा बलवंत सिंह मैनेजमेंट टेक्निकल कैंपस के छात्र थे और इन्हें आगरा पुलिस द्वारा 27 अक्टूबर, 2021 को गिरफ्तार किया गया.
इन कश्मीरी छात्रों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह, साइबर आतंकवाद और सामाजिक द्वेष फैलाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. करीब पांच महीने जेल में रहने के बाद उन्हें 30 मार्च 2022 को अदालत ने जमानत दे दी थी, हालांकि इस आदेश के करीब एक महीने बाद 25 अप्रैल 2022 को उन्हें रिहा किया गया था.
इससे पहले भाजपा के स्थानीय नेताओं की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया था. बाद में इन छात्रों को निलंबित कर दिया गया था.
शुरुआत में छात्रों को आगरा में कानूनी सहायता तक पहुंच से वंचित रखा गया था, क्योंकि उनके ऊपर ‘एंटी-नेशनल’ होने का ठप्पा लगा था, इसलिए वकील कथित तौर पर उनकी पैरवी करने से इनकार कर रहे थे.
इसके बाद छात्रसंघों और स्वयंसेवकों ने मथुरा में उनके लिए कानूनी मदद का इंतजाम किया. तीनों मामले को आगरा से मथुरा स्थानांतरित कराने के लिए कोर्ट भी गए.
द वायर ने छात्रों के परिवारों द्वारा बार-बार मानवीय आधार पर जमानत दिए जाने की अपील करने के संबंध में भी रिपोर्ट की थी. छात्रों के खिलाफ राजद्रोह के आरोप और उनकी कैद ने विश्व भर में सुर्खियां बटोरी थीं.
वहीं, तीनों को जमानत देने के अपने आदेश में न्यायाधीश अजय भनोट ने कहा था कि अदालत सीधे जमानत आवेदन पर विचार कर रही है, जो एक ‘असाधारण परिस्थिति’ है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 30 मार्च को तीनों को जमानत दी थी.
इसके बाद से तीनों कश्मीरी छात्र लगातार जेल में बंद थे. उन्हें अप्रैल 2022 में जमानत के बाद जेल से रिहा किया गया था.
इसके अलावा श्रीनगर के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) और शेर-ए-कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) के हॉस्टल वॉर्डन, कॉलेज प्रबंधन और छात्रों के खिलाफ अक्टूबर 2021 में हुए इस टी-20 क्रिकेट मैच को लेकर मामला दर्ज किया गया था.
मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. कश्मीर के कई इलाकों में पाकिस्तानी टीम के लिए जश्न मनाने की खबरें सामने आईं थीं, जिसमें पटाखे फोड़ना भी शामिल था.
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने सांबा जिले से कथित तौर पर छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था. दरअसल एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें भारत के खिलाफ पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जीत को लेकर दो दर्जन से अधिक लोग जश्न मनाते और नारेबाजी करते नजर आए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)