कर्नाटक: नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के आरोपी महंत को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुग मठ द्वारा संचालित स्कूल के छात्रावास में रहने वाली दो नाबालिग छात्राओं के कथित यौन शोषण मामले में महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू को बीते एक सितंबर को गिरफ़्तार किया गया था. शरणारू राज्य में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित एवं प्रभावशाली मठों में से एक के महंत हैं.

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महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू. (फोटो साभार: ट्विटर)

कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुग मठ द्वारा संचालित स्कूल के छात्रावास में रहने वाली दो नाबालिग छात्राओं के कथित यौन शोषण मामले में महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू को बीते एक सितंबर को गिरफ़्तार किया गया था. शरणारू राज्य में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित एवं प्रभावशाली मठों में से एक के महंत हैं.

चित्रदुर्ग के मुरुग मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू. (फोटो साभार: फेसबुक)

चित्रदुर्ग: कर्नाटक के चित्रदुर्ग की एक अदालत ने नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के आरोपी मुरुग मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू को सोमवार को 14 सितंबर तक की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया.

उन्हें नौ दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. वह दो सितंबर से पुलिस हिरासत में थे और पुलिस ने उनकी हिरासत बढ़ाने की मांग नहीं की. इसके बाद दूसरी अतिरिक्त जिला और सत्र अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

उन्हें अदालत में सुनवाई के बाद चित्रदुर्ग जिला कारागार ले जाया गया.

मुरुग मठ के महंत को एक सितंबर की रात को गिरफ्तार किया गया था और न्यायाधीश के आवास पर उनके सामने पेश किया गया था. न्यायाधीश ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

इसके बाद महंत को दो सितंबर की सुबह अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया था.

मालूम हो कि चित्रदुर्ग स्थित मुरुग मठ द्वारा संचालित स्कूल के छात्रावास में रहने वाली दो नाबालिग छात्राओं के कथित यौन शोषण के मामले में महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून और एससी-एसटी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. शरणारू, राज्य में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित एवं प्रभावशाली मठों में से एक के महंत हैं.

मैसूर शहर पुलिस ने कथित यौन शोषण के मामले में महंत शिवमूर्ति मुरुग शरणारू के खिलाफ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून तथा भारतीय दंड संहिता की धाराओं में एक एफआईआर दर्ज की थी. शरणारू, राज्य में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित एवं प्रभावशाली मठों में से एक के महंत हैं.

बीते 27 अगस्त को महंत के अलावा जिला बाल संरक्षण इकाई के एक अधिकारी की शिकायत के आधार पर मठ के छात्रावास के वार्डन समेत कुल पांच लोगों के विरुद्ध यह एफआईआर दर्ज की गई थी.

मामले को अब मैसुरु से चित्रदुर्ग पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया है, क्योंकि कथित अपराध वहीं हुआ था.

बताया जाता है कि इन लड़कियों ने गैर-सरकारी सामाजिक संगठन ‘ओडनाडी सेवा समस्थे’ से संपर्क किया था और 26 अगस्त की रात परामर्श सत्र के दौरान उन्होंने उन्हें आपबीती बताई थी. उसके बाद संगठन ने पुलिस प्रशासन से ये जानकारी साझा की थी.

घटना सामने आने के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में कुछ महिला समूहों ने आरोपी महंत को कड़ी सजा दिए जाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद महंत शरणारू को बीते एक सितंबर की रात गिरफ्तार कर दो सितंबर को तड़के जेल भेज दिया गया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)