रविवार को एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैच में भारतीय बॉलर अर्शदीप सिंह से एक कैच छूट गया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफ़ी आलोचना हुई. इसके बाद उनके विकीपीडिया पेज पर दी गई जानकारी से छेड़छाड़ कर उन्हें ख़ालिस्तानी आंदोलन से जोड़कर दिखाया गया था.
नई दिल्ली: भारत सरकार ने क्रिकेटर अर्शदीप सिंह से संबंधित पेज पर झूठी जानकारी प्रकाशित करने के मामले में विकीपीडिया को सोमवार को नोटिस जारी किया. सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय के सूत्रों ने यह जानकारी दी.
दुबई में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच हुए एशिया कप के मैच में अर्शदीप से एक अहम कैच छूट गया था, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है.
इसी दौरान अर्शदीप सिंह के विकीपीडिया पेज पर उनके बारे में दी गई सूचनाओं को बदल दिया गया था और उनका संबंध अलगाववादी खालिस्तानी आंदोलन से जोड़कर दिखाया गया.
भारत सरकार ने सिंह के पेज पर गलत जानकारी प्रकाशित करने को लेकर विकीपीडिया को सोमवार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस तरह की भड़काऊ चीज़ों की इजाजत नहीं दी जा सकती है.
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर ऐसे कदमों की आलोचना की.
No intermerdiary operatng in India can permit this type of misinformation n deliberate efforts to incitement n #userharm – violates our govts expectation of Safe & Trusted Internet #wikipedia @GoI_MeitY #SafeTrustedInternet pic.twitter.com/Qm6HdppM1k
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) September 5, 2022
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘भारत में संचालित कोई भी इंटरमीडियरी (मध्यवर्ती) इस प्रकार की गलत सूचना फैलाने, भड़काने और उपयोगकर्ता को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दे सकती जो हमारी सरकार की सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट की अपेक्षाओं का उल्लंघन करता है.’
इस बीच आप सांसद राघव चड्ढा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अर्शदीप का समर्थन किया है.
पूर्व क्रिकेटर और आप के सांसद हरभजन सिंह ने भी अर्शदीप को ट्रोल करने वाले को आड़े हाथों लिया है.
Stop criticising young @arshdeepsinghh No one drop the catch purposely..we are proud of our 🇮🇳 boys .. Pakistan played better.. shame on such people who r putting our own guys down by saying cheap things on this platform bout arsh and team.. Arsh is GOLD🇮🇳
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) September 4, 2022
उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘अर्शदीप की आलोचना बंद करें. कोई भी जानबूझकर कैच नहीं गिराता. हमें अपने लड़कों पर नाज़ है… पाकिस्तान ने अच्छा खेला. ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए जो ट्विटर पर अर्श और टीम के बारे में घटिया बातें बोलकर अपने ही खिलाड़ियों को नीचा दिखा रहे हैं.
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि अर्शदीप के खिलाफ नफरत डराने वाली है. उन्होंने कहा कि अर्शदीप अच्छे खिलाड़ी हैं और आने वाले सालों में भारतीय बॉलिंग अटैक की अगुवाई करेंगे. किसी तरह की नफरत उन्हें नहीं डरा सकती.
इस बीच, आईटी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अर्शदीप के पेज से झूठी सामग्री को हटाने के लिए विकीपीडिया को दोपहर के आसपास एक नोटिस भेजा गया था.
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि क्रिकेटर के विकीपीडिया पेज से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आने के बाद सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया और उसके अधिकारियों को तलब करने पर विचार किया गया.
विकीपीडिया को संचालन करने वाले विकिमीडिया फाउंडेशन ने ईमेल के जरिये पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने उसे क्रिकेटर के विकीपीडिया पेज से की गई छेड़छाड़ के बारे में सूचित किया था और भ्रामक जानकारी को कुछ ही मिनट के भीतर हटा लिया गया था.
फाउंडेशन ने कहा, ‘विकीमीडिया फाउंडेशन को भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेटर अर्शदीप सिंह के विकीपीडिया पेज पर उपलब्ध जानकारी से की गई छेड़छाड़ के बारे में अवगत कराया है. क्रिकेटर के विकीपीडिया पेज से चार सितंबर को छेड़छाड़ की गई थी. हालांकि, विकीपीडिया के स्वयंसेवी समुदाय द्वारा कुछ ही मिनट के भीतर भ्रामक जानकारी हटा दी गई थी. वर्तमान में, इंग्लिश विकीपीडिया पर लेख अर्ध-संरक्षित है (जो केवल विश्वसनीय उपयोगकर्ताओं द्वारा संपादन की अनुमति देता है).’
क्रिकेटर के विकीपीडिया पेज के संपादन इतिहास के मुताबिक, उस पर एक अपंजीकृत उपयोगकर्ता ने कई जगह, ‘भारत’ के स्थान पर ‘खालिस्तान’ कर दिया और उनका नाम बदलकर ‘मेजर अर्शदीप सिंह बाजवा’ कर दिया. मगर विकीपीडिया के संपादकों ने 15 मिनट के भीतर ही इन बदलावों को ठीक कर दिया.
बड़े सोशल मीडिया मंचों को नफरती भाषणों, गलत सूचनाओं, और फर्जी खबरें जारी किए जाने को लेकर पहले भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.
विकीमीडिया ने कहा कि विकीपीडिया स्वयंसेवियों के नेतृत्व वाला मंच है और विकीमीडिया फाउंडेशन आमतौर पर विकीपीडिया पर संपादकीय नीति निर्धारित नहीं करता है.
फाउंडेशन ने कहा, ‘संपादकीय नीति इसके बजाय वैश्विक स्वयंसेवकों द्वारा निर्धारित की जाती है जो हर महीने विकीपीडिया को संपादित करते हैं. विकीपीडिया पर मिली जानकारी को विश्वसनीय समाचार या सूचना के अन्य माध्यमिक स्रोतों से स्रोत और उद्धृत किया जाता है. विकीपीडिया पर समय-समय पर छेड़छाड़ होती रहती है, जैसा कि किसी भी खुले, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में हो सकता है. यह हमारे संपादकों और पाठकों के विश्वास और सद्भाव का उल्लंघन है, और उन मूल्यों के विपरीत है जिन पर विकीपीडिया आधारित है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)