बेगूसराय ज़िले में मंगलवार को मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो लोगों ने नेशनल हाईवे 28 पर क़रीब 30 किलोमीटर तक अंधाधुंध गोलीबारी की. पुलिस ने कहा कि उनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है.
बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय जिले में एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो लोगों ने मंगलवार शाम को सडक़ से गुजरने के दौरान अलग-अलग स्थानो गोलीबारी की, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 11 अन्य जख्मी हो गए.
पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र कुमार ने गोलीबारी मे एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि घायलों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में बछवाड़ा इलाके में दो लोगों को मोटरसाइकिल पर सवार होकर जाते हुए देखा गया है.
कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान 30 वर्षीय चंदन कुमार के तौर पर की गई है. पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने बरौनी तापघर चौक, बरौनी, तेघरा, बछवाड़ा और राजेंद्र पुल के पास अंधाधुंध गोलीबारी की.
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में बछवाड़ा इलाके में दो लोगों को मोटरसाइकिल पर सवार होकर जाते हुए देखा गया है.
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक संबंधित इलाकोँ की नाकेबंदी कर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि चंदन कुमार को जिले के तेघरा थाना क्षेत्र के अयोध्या चौक के पास उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई.
करीब 30 किमी तक अपराधी गोलियां चलाते रहे और समस्तीपुर की ओर भाग निकले. घायलों में मोकामा के रंजीत यादव, फुलवरिया के नितेश कुमार, बरौनी के अमरजीत कुमार, मंसूरचक के नीतीश कुमार, बाढ़ के विशाल सोलंकी और मरांची के मोहन राजा शामिल हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, अपराधियों ने बरौनी थर्मल पावर स्टेशन से एनएच-28 पर बछवाड़ा तक गोलियों की बौछार शुरू कर दी. एसपी ने कहा कि उन्हें चार अलग-अलग जगहों पर गोलीबारी की सूचना मिली थी.
उन्होंने कहा, ‘जिले भर में बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. बछवाड़ा इलाके के सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर दो लोगों को देखा गया है. पुलिस उनकी पहचान करने की कोशिश कर रही है.’
एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा, ‘हमने कल की घटना के आरोपियों का पता लगाने के लिए चार टीमों का गठन किया है. टीम सभी संदिग्ध स्थानों पर पड़ोसी जिलों में छापेमारी कर रही हैं. सीसीटीवी चेक किए गए हैं जिनसे हमें अहम जानकारियां मिली हैं.’
उन्होंने कहा ‘हाल ही में जेल से छूटे सभी लोगों की पहचान की जा रही है, उनसे आम संदिग्धों का पता लगाया जा रहा है. पेट्रोलिंग कारों की प्रभावशीलता की जांच की गई. सात पीसीआर ऑपरेटरों को उसके लिए निलंबित कर दिया गया है.’
इसी बीच, भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पुलिस ने अभी तक शराब जब्ती की घोषणा नहीं की है और शराब माफियाओं का इरादा अंधाधुंध फायरिंग कर दहशत फैलाने का हो गया है.
राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘यह न केवल बिहार में बल्कि पूरे देश में अपनी तरह की पहली घटना है, जब मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने 30 किलोमीटर तक आम लोगों पर गोलियां चलाईं और पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाई. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. जब से बिहार में महागठबंधन सरकार बनी है, अपराध पर बिल्कुल नियंत्रण नहीं रहा. अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है और उन्हें लगता है कि उनकी सरकार बनी है.’
केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने भी इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला.
उन्होंने कहा, ‘अपराधियों ने 30 किलोमीटर तक लोगों पर फायरिंग करते हुए चार पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र को पार कर लिया. अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री अभी भी कहते हैं कि यह जंगलराज नहीं है, बल्कि जनताराज (जनता का शासन) है. पटना में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठकें कोई मकसद पूरा नहीं कर रहा…पुलिस के पेट्रोलिंग वाहन कहां थे, जब यह तबाही हुई. एक भी पुलिस वाला नहीं था जो अपराधियों को रोक सके. यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि मुख्यमंत्री इन अपराधियों के बीच असहाय हैं.’
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ‘मैंने अधिकारियों को ऐसी घटनाओं पर नजर रखने का निर्देश दिया है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)