दिलकुशा इलाके में भारी बारिश के कारण एक इमारत की चारदीवारी गिरने से उसके पास बनी झोपड़ियों में रह रहे तीन मजदूर दंपतियों के साथ तीन बच्चों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए. लखनऊ में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी ने शुक्रवार को सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था.
लखनऊ/उन्नाव: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दिलकुशा इलाके में भारी बारिश के कारण एक ‘आर्मी एन्क्लेव’ की चारदीवारी गिरने से तीन बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) पीयूष मोर्डिया ने बताया कि कुछ मजदूर दिलकुशा इलाके में आर्मी एन्क्लेव के पास झोपड़ियों में रह रहे थे.
उन्होंने बताया कि रात भर भारी बारिश के कारण आर्मी एन्क्लेव की चारदीवारी ढह गई. मोर्डिया ने कहा, ‘हम घटनास्थल पर देर रात तीन बजे पहुंचे. नौ शव मलबे से निकाले गए. एक व्यक्ति को बचा लिया गया.’
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि रातभर हुई बारिश के बाद एक निर्माणाधीन दीवार गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए.
गंगवार ने बताया कि घायलों को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चिकित्सकों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है.
इस बीच, झांसी जिला प्रशासन ने कहा कि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद जिले के मौरानीपुर क्षेत्र के पचवारा लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि पीड़ित एन्क्लेव के बाहर झोपड़ियों में रहते थे और जब यह घटना हुई तब वे सो रहे थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मरने वालों में तीन पुरुष, तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं. घायलों का एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, कैंट क्षेत्र में हुए हादसे में मरने वाले तीन दंपत्ति निर्माण मजदूर थे और झांसी के रहने वाले थे. वे दिलकुशा कॉलोनी में एक निर्माणाधीन मकान की दीवार के किनारे बनी झोपड़ियों में रह रहे थे.
मरने वालों की पहचान – प्रदीप (28) और उनकी पत्नी रेशमा (25), धर्मेंद्र (28) और उनकी पत्नी चंदा (26), पप्पू (50) और उनकी पत्नी मनकुंवर देवी (45), प्रदीप की एक वर्षीय बेटी नैना और धर्मेंद्र के दो बेटे जिनकी उम्र एक और दो साल है – के रूप में की गई है. ये सभी झांसी के रहने वाले थे.
अधिकारियों ने बताया कि जब दीवार गिरी, वे सभी एक झोपड़ी में सो रहे थे और मलबे में दब गए.
इसी बीच, घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मरने वाले के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की और घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए है.
उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस को दुर्घटनास्थल पर पहुंचने के लिए भी कहा. प्रभावित परिवारों को आपातकालीन कोष से राहत दी जाएगी.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए एक ट्वीट में घटना पर दुख जताते हुए कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद लखनऊ स्थित एक कॉलोनी में दीवार गिरने के हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख जताया है. मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.’
ट्वीट के मुताबिक, योगी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने को कहा है.
उधर, उत्तर प्रदेश राजभवन ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है. शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है. लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था.
उन्नाव में बारिश के कारण दीवार गिरने की अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों समेत चार की मौत
उधर, उन्नाव जिले में भारी बारिश के कारण कच्ची दीवार ढहने की दो घटनाओं में तीन बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो गई.
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि स्थानीय थाना पुलिस ने मृतकों का पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं.
उपजिलाधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि पुरवा तहसील के असोहा विकास खंड के कांथा गांव में गुरुवार रात भारी बारिश के कारण दीवार गिरने से अंकित (20), उन्नति (6) और अंकुश (4) की मौत हो गई.
सिंह के अनुसार, घटना की सूचना पर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे और पुलिस अधीक्षक (एसपी) दिनेश त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर मृत बच्चों के शोक संतप्त परिवार से संवेदनाएं व्यक्त कीं और बताया कि उन्हें आपदा राहत राशि उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है.
ग्रामीणों के मुताबिक, घटना देर रात दो बजे के आसपास हुई और जब मृतक बच्चों के माता-पिता कमरे से बाहर घर के क्षतिग्रस्त हिस्से को देख रहे थे, तभी कच्ची कोठी भरभराकर गिर गई और उसमें दबकर अंकित, उन्नति व अंकुश की मौत हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि चांदपुर झलिहई थाना क्षेत्र के अजगैन गांव में भारी बारिश के कारण मकान की दीवार गिरने से बाल गोविंद (66) की मौत हो गई. मृतक के परिवार को भी आपदा राहत राशि उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में दोनों घटना पर दुख जताते हुए कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद उन्नाव में दीवार गिरने के हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना जताई है.’
ट्वीट के मुताबिक, योगी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान करने के निर्देश दिए हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)