पंजाब: निजी विश्वविद्यालय के छात्र ने ख़ुदकुशी की, केरल के प्रोफेसर पर उकसाने का केस दर्ज

पुलिस के अनुसार, केरल के रहने वाले मृतक छात्र चार साल से एनआईटी (कालीकट) में पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन वहां के एक प्रोफेसर द्वारा कथित तौर पर उनके प्रति द्वेषपूर्ण बर्ताव के चलते उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया गया था. इसके बाद छात्र ने पंजाब के फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में दाख़िला लिया था.

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लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में छात्र की कथित तौर पर आत्महत्या के बाद अन्य छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था. (फोटो साभार: ट्विटर)

पुलिस के अनुसार, केरल के रहने वाले मृतक छात्र चार साल से एनआईटी (कालीकट) में पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन वहां के एक प्रोफेसर द्वारा कथित तौर पर उनके प्रति द्वेषपूर्ण बर्ताव के चलते उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया गया था. इसके बाद छात्र ने पंजाब के फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में दाख़िला लिया था.

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में छात्र की कथित तौर पर आत्महत्या के बाद अन्य छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था. (फोटो साभार: ट्विटर)

चंडीगढ़: पंजाब के फगवाड़ा में एक निजी विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. इसके बाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने यह दावा करते हुए परिसर में विरोध प्रदर्शन किया कि पिछले 10 दिनों में इस तरह की यह दूसरी मौत है.

पुलिस ने इस मामले में केरल में एक संस्थान में छात्र को पढ़ाने वाले प्रोफेसर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है.

उन्होंने बताया कि केरल से आया 22 वर्षीय छात्र अगिन एस. दिलीप लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) में ‘बैचलर इन डिजाइन’ की पढ़ाई कर रहा था. उसने 20 सितंबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि छात्र को मृत लाया गया था.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फगवाड़ा पुलिस ने बुधवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट (एनआईटी-सी) के एक प्रोफेसर प्रसाद कृष्णा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है.

अतिरिक्त डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा कि छात्र के पिता की शिकायत और उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट के आधार पर मामला दर्ज किया गया है.

शुक्ला ने कहा कि पीड़ित चार साल से एनआईटी (कालीकट) का छात्र था, लेकिन वहां के एक प्रोफेसर द्वारा कथित तौर पर उनके प्रति द्वेषपूर्ण बर्ताव के चलते उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया गया था. इसके बाद छात्र ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था, लेकिन मानसिक तनाव के चलते मंगलवार (20 सितंबर) को उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.

शुक्ला ने कहा कि पुलिस अधीक्षक स्तर की समिति मामले की निष्पक्ष और गहन जांच करेगी. उन्होंने बताया कि जालंधर रेंज के डीआईजी बी. भूपति और कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह बैंस की देखरेख में फगवाड़ा के पुलिस अधीक्षक मुख्तियार राय मामले की जांच करेंगे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि एनआईटी (कालीकट) से दो हफ्ते पहले लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले छात्र  ने तीन सुसाइड नोट छोड़े है, जिनमें से दो में उसने इस कदम के लिए ‘निजी वजहों’ को जिम्मेदार बताया है.

इन्हीं में से एक नोट में छात्र ने आग्रह किया है कि लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी उनकी फीस उनके माता-पिता को वापस कर दे क्योंकि वे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते हैं. तीसरे नोट में उन्होंने एनआईटी के प्रोफेसर को जिम्मेदार बताते हुए कहा है, ‘मेरे एनआईटी छोड़ने के लिए मैं प्रोफेसर प्रसाद कृष्णा को जिम्मेदार मानता हूं. मुझे अपने फैसले पर बहुत पछतावा है. मैं सबके लिए बोझ बन रहा हूं. मुझे दुख है, लेकिन अब बस, बहुत चुका है.’

वहीं, मीडिया से बात करते हुए छात्र के पिता ने बताया कि मंगलवार दोपहर को उनकी अपने बेटे से आखिरी बार बात हुई थी और शाम करीब छह बजे उन्हें कॉलेज से आत्महत्या की सूचना देने के लिए कॉल आया था. उन्होंने बताया, ‘दोपहर में तो वह सामान्य ही लग रहा था. मेरे बेटे ने बताया था कि एनआईटी कालीकट के प्रोफेसर की वजह से उसे चार परीक्षाएं पास नहीं करने दी गईं. मुझे फोन की बातचीत में अंदाज़ा नहीं हुआ कि बात इतनी गंभीर है.’

इससे पहले, बुधवार को छात्र की मौत की खबर के बाद लड़कियों सहित अन्य छात्र अपने छात्रावासों से बाहर आ गए और ‘हमें न्याय चाहिए’ जैसे नारे लगाए. विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड ने उन्हें शांत करने की कोशिश की. परिसर में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.

छात्रों ने मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की. सोशल मीडिया पर प्रदर्शन का एक कथित वीडियो प्रसारित हुआ है, जिसमें छात्र उन्हें शांत कराने की कोशिश कर रहे पुलिस के एक अधिकारी से सवाल-जवाब करते दिख रहे हैं.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, एक वीडियो में छात्रों को एक पुलिस अधिकारी से ‘समन’ दिखाने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस को छात्रों को समझाने की कोशिश करते हुए सुना गया कि पुलिस अपना काम कर रही है और उनसे अपील की कि ‘अभद्र व्यवहार न करें, अन्यथा वे परेशानी में पड़ जाएंगे’.

इस दौरान पत्रकारों को भी विश्वविद्यालय परिसर के अंदर नहीं जाने दिया गया.

एनडीटीवी ने प्रदर्शनकारियों के हवाले से कहा है कि फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में बीते 10 दिनों में आत्महत्या से मौत का यह दूसरा मामला है.

पुलिसकर्मियों को विश्वविद्यालय परिसर में तैनात किया गया है. फगवाड़ा के अनुमंडल पदाधिकारी लाल विश्वास बैंस ने छात्रों से किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं करने की अपील की.

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक कुमार मित्तल हैं, जो आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं.

विश्वविद्यालय ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर दुख जताया है. उसने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए बयान में कहा, ‘पुलिस की प्रारंभिक जांच और सुसाइड नोट की सामग्री छात्र के व्यक्तिगत मुद्दों की ओर इशारा करती है. विश्वविद्यालय आगे की जांच के लिए अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रहा है.’

बयान के अनुसार, ‘विश्वविद्यालय छात्र की मृत्यु पर शोक और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है.’

यूनिवर्सिटी के उपाध्यक्ष अमन मित्तल ने कहा, ‘कल (मंगलवार) जानकारी के अभाव में अन्य साथी छात्रों के बीच गलतफहमी हो गई, जिसके कारण देर शाम विश्वविद्यालय परिसर में अशांति फैल गई. पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी है. अब विश्वविद्यालय में शांति है. सभी छात्र अब शांतिपूर्वक कक्षाओं में भाग लेने के साथ-साथ परीक्षा भी दे रहे हैं.’

इस घटना से पहले हाल में मोहाली के चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में छात्राओं ने एक छात्रा पर साझा प्रसाधन (कॉमन वॉशरूम) में उनके कई आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किए थे.

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सामने आने के बाद विश्वविद्यालय को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है. छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो एक अन्य छात्रा द्वारा गुप्त रूप से फिल्माए जाने और उन्हें उसके बॉयफ्रेंड द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए जाने का आरोप लगाते हुए बीते 18 सितंबर को विद्यार्थियों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)