मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान राज्य में दर्ज किए गए 1.40 लाख से अधिक मामलों में से मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने वाले मामलों को वापस लिया जाएगा.
नई दिल्ली: केरल सरकार ने गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन की अवधि के दौरान कोविड नियमों के उल्लंघन को लेकर दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला किया है.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में इस बारे में निर्णय लिया गया.
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान दर्ज किए गए 1.40 लाख से अधिक मामलों में से मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने वाले मामलों को वापस लिया जाएगा.
बयान में कहा गया कि इसके साथ ही गैर हिंसक प्रकृति की घटनाओं से संबंधित मामले, जैसे लोक सेवा आयोग (पीएससी) की नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के नेतृत्व में हुए आंदोलन जैसे सार्वजनिक विरोध के संबंध में दर्ज मामलों को भी वापस लिया जाएगा.
बयान में कहा गया है कि वापस लिए जाने वाले मामलों पर एक रिपोर्ट पेश करने के लिए गृह और कानून विभागों के सचिव और पुलिस प्रमुख का एक पैनल गठित किया जाएगा.
बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा उच्च अधिकारियों और पुलिस प्रमुख ने भी हिस्सा लिया था.