जलपाईगुड़ी ज़िले में माल नदी में दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हुए थे जब अचानक आई बाढ़ में कम से कम आठ लोगों की डूब गए. इसी तरह की एक घटना में राजस्थान के अजमेर ज़िले में मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबने से छह लोगों की मृत्यु हो गई.
जलपाईगुड़ी/जयपुर: विजयदशमी के अवसर पर जलपाईगुड़ी जिले में माल नदी में देवी दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान अचानक आई बाढ़ में कम से कम आठ लोगों की डूबने से मौत हो गई तथा कई अन्य लापता हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
घटना के वक्त सैकड़ों की संख्या में लोग माल नदी के तट पर विसर्जन के लिए एकत्र थे.
जलपाईगुड़ी की जिलाधिकारी मोमिता गोदरा ने कहा, ‘अचानक आई बाढ़ में लोग बह गए. अभी तक आठ शव बरामद हुए हैं और हमने करीब 50 लोगों को सुरक्षित निकाला है.’
उन्होंने कहा, ‘खोज और बचाव अभियान जारी है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में जुटा हुआ है.’
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राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बुलु चिक बराइक ने मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका जताई है. बराइक माल विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं.
उन्होंने कहा, ‘जब हादसा हुआ, उस समय मैं मौके पर मौजूद था. कई लोग बह गए और नदी का बहाव बेहद तेज था. घटना के समय वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे. अब भी कई लोग लापता हैं.’
बराइक और तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, घटना रात करीब साढ़े नौ बजे हुई. डूअर्स क्षेत्र की अधिकांश नदियों की तरह माल नदी में भी हिमालय की तलहटी में भारी बारिश होने पर बाढ़ आ जाती है.
जिस समय हादसा हुआ उस वक्त कलिम्पोंग पहाड़ियों में भारी बारिश हो रही थी. श्रद्धालुओं को नदी की ऊपरी हिस्से में जलस्तर में वृद्धि के बारे में पता नहीं था.
अधिकारियों ने बताया कि नदी तट पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे और अचानक आई बाढ़ के कारण चंद सेकेंड में ही पानी का स्तर छह इंच से बढ़कर 3.5 फुट हो गया.
उन्होंने बताया कि सभी पीड़ितों की पहचान कर ली गई है. बाढ़ के पानी में कई वाहन बह गए जिनमें मूर्तियों को ले जाया गया था. इसके अलावा कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
एक स्थानीय निवासी राजेन मुर्मू ने कहा, ‘अगर प्रशासन की ओर से पहाड़ियों में भारी बारिश और जलस्तर बढ़ने की संभावना के बारे में चेतावनी दी गई होती, तो दुर्घटना को टाला जा सकता था.’
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने घटना पर दुख जताया और राज्य प्रशासन से बचाव कार्य तेज करने का अनुरोध किया है.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान हुई दुर्घटना से दुखी हूं. अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना.’
राजस्थान में मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबने से छह लोगों की मौत
राजस्थान के अजमेर जिले के नसीराबाद सदर थाना क्षेत्र में बुधवार को दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के दौरान बारिश के पानी से भरी खाई में डूबने से छह लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना नसीराबाद सदर थाना क्षेत्र के नांदला गांव की है जहां युवक मूर्ति विसर्जित करने गए थे.
अजमेर पुलिस अधीक्षक चुना राम जाट ने बताया कि स्थानीय लोग अलग-अलग मौकों पर मूर्तियों का विसर्जन करते रहते हैं, लेकिन इस बार पीड़ित युवक गहरे पानी में चले गए क्योंकि उन्हें गहराई का अंदाजा नहीं था.
उन्होंने बताया कि शुरुआत में पांच शव बरामद हुए. बाद में पता चला कि एक और व्यक्ति लापता है, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया और शाम को एक और शव बरामद किया गया.
थानाधिकारी हेमराज ने बताया कि पीड़ित युवकों को लगा कि खाई गहरी नहीं है और वो गहराई में चले गए. उन्होंने बताया, ‘लेकिन खाई गहरी थी और वे सभी डूब गए.’
घटना की सूचना मिलते ही अजमेर कलेक्टर अंशदीप, पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट समेत अन्य जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारी नसीराबाद घटनास्थल पर पहुंचे.
पुलिस ने मृतकों की पहचान पवन रैगर (35), गजेंद्र रैगर (28), राहुल मेघवाल (24), लकी बैरवा (21) राहुल रैगर (20) और शंकर के रूप में की है.
पुलिस ने बताया कि पांच लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए और उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. जबकि बुधवार शाम को खाई में से बरामद शंकर का शव बृहस्पतिवार को परिवार को सौंप दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है.
उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘अजमेर में नसीराबाद क्षेत्र के नांदला ग्राम में मूर्ति विसर्जन के दौरान पानी में डूबने से छह लोगों की मृत्यु बेहद दुखद है. शोकाकुल परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं, ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)