अरुण बाली को धारावाहिक ‘स्वाभिमान’ और फिल्म ‘3 इडियट्स’ में निभाए उनके किरदार के लिए काफी सराहना मिली थी. वह ‘राजू बन गया जेंटलमैन’, ‘खलनायक’, ‘सत्या’, ‘हे राम’, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘बर्फी’, ‘मनमर्ज़ियां’, ‘केदारनाथ’, ‘सम्राट पृथ्वीराज’ और ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी फिल्मों में भी नज़र आए थे.
मुंबई: मशहूर अभिनेता अरुण बाली का शुक्रवार सुबह उपनगरीय मुंबई में उनके आवास पर निधन हो गया. वह 79 वर्ष के थे. बाली को धारावाहिक ‘स्वाभिमान’ और फिल्म ‘3 इडियट्स’ में निभाए उनके किरदार के लिए काफी सराहना मिली थी.
बाली के बेटे अंकुश ने बताया कि उनके पिता ‘मायस्थेनिया ग्रेविस’ से पीड़ित थे. उन्हें इस साल की शुरुआत में एक अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था. अंकुश के मुताबिक, इलाज का उनके पिता पर असर दिख रहा था, लेकिन सुबह करीब 4:30 बजे उनका निधन हो गया.
अंकुश ने कहा, ‘मेरा पिता हमें छोड़ गए. वह दुर्लभ न्यूरोमस्कुलर रोग ‘मायस्थेनिया ग्रेविस’ से पीड़ित थे. हर दो-तीन दिन में उनके स्वभाव में बदलाव दिखता था. नसों और मांसपेशियों के बीच संचार की विफलता के कारण इस बीमारी ने उस पर भारी असर डाला था और अक्सर उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ता था.
बाली ने अपने अभिनय करिअर की शुरुआत प्रसिद्ध फिल्म निर्माता लेख टंडन के टीवी शो ‘दूसरा केवल’ से की थी, जिसमें शाहरुख खान भी नजर आए थे. उन्होंने ‘चाणक्य’, ‘स्वाभिमान’, ‘देस में निकला होगा चांद’, ‘कुमकुम-एक प्यारा सा बंधन’ जैसे धारावाहिकों में भी अहम किरदार निभाए थे.
बाली ‘सौगंध’, ‘राजू बन गया जेंटलमैन’, ‘खलनायक’, ‘सत्या’, ‘हे राम’, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘3 इडियट्स’, ‘रेडी’, ‘बर्फी’, ‘मनमर्जियां’, ‘पीके’, ‘एयरलिफ्ट’, ‘केदारनाथ’, ‘पानीपत’, ‘सम्राट पृथ्वीराज’ और ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी फिल्मों में भी नजर आए थे.
उनकी आखिरी फिल्म ‘गुडबॉय’ इस शुक्रवार यानी आज ही रिलीज हुई है. फिल्म में अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना लीड किरदारों में हैं.
अरुण बाली का जन्म वर्ष 1942 में पंजाब के जालंधर शहर में हुआ था. उनके परिवार में उनका एक बेटा और तीन बेटियां हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)