नोबेल पुरस्कार समिति ने कहा कि 82 वर्षीय एनी एरनॉक्स लगातार और विभिन्न एंगलों से लिंग, भाषा और वर्ग के संबंध में मजबूत असमानताओं द्वारा चिह्नित जीवन की पड़ताल कर रही हैं. वह साहित्य का नोबेल जीतने वाली पहली फ्रांसीसी महिला हैं.
स्टाकहोम: इस साल साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी लेखक एनी एरनॉक्स को दिया गया है. स्वीडिश अकादमी के स्थायी सचिव मेट्स माल्म ने स्वीडन के स्टाकहोम में बृहस्पतिवार को विजेता की घोषणा की.
82 वर्षीय एरनॉक्स ने व्यक्तिगत याद और सामाजिक असमानता की जांच करने वाली अपनी आत्मकथात्मक पुस्तकों में साहस और नैदानिक तीक्ष्णता (Clinical Acuity) के लिए साहित्य में 2022 का नोबेल पुरस्कार जीता.
स्वीडिश अकादमी ने अपने इस चयन के बारे में बताते हुए कहा, ‘एरनॉक्स लगातार और विभिन्न एंगलों से लिंग, भाषा और वर्ग के संबंध में मजबूत असमानताओं द्वारा चिह्नित जीवन की पड़ताल कर रही हैं.’
Listen to our interview with new literature laureate Annie Ernaux who tells us finding out the news was like being “in the desert and there is a call that is coming from the sky, that was sort of the feeling I had.”
This interview in French and subtitled in English.#NobelPrize pic.twitter.com/YNV118oHwU
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 6, 2022
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, साहित्य का नोबेल जीतने वाली पहली फ्रांसीसी महिला एनी एरनॉक्स ने कहा कि पुरस्कार जीतना बहुत बड़ा सम्मान है. वह पहले कह चुकी हैं कि लेखन एक राजनीतिक कार्य है, जिससे सामाजिक असमानता की ओर हमारी आंखें खुलती हैं.
उनका पहला उपन्यास 1974 में ‘लेस आर्मोयर्स वाइड्स’ (Les Armoires Vides) था, लेकिन 2008 में ‘लेस एनीस’ (Les Années) के प्रकाशन के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद ‘द ईयर्स’ के रूप में 2017 में हुआ.
अकादमी ने उस पुस्तक के बारे में कहा, ‘यह उनकी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसने उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा, प्रसंशकों और साहित्यिक शिष्यों का एक समूह दिया है.’
उत्तरी फ्रांस के नॉरमैंडी में ग्रॉसरी की दुकान चलाने वाले परिवार में जन्मी एरनॉक्स उस वर्ग के बारे में एक स्पष्ट, सीधी शैली में लिखती हैं और कैसे उन्होंने अपनी मजदूर वर्ग की पृष्ठभूमि के प्रति सच्चा रहते हुए फ्रांसीसी पूंजीपति वर्ग के आदतों और रंगढंग को अपनाने के लिए संघर्ष किया था.
एरनॉक्स के 2000 के उपन्यास ‘हैपनिंग’ पर एक फिल्म बनी थी, जो गर्भपात के उनके अनुभव पर आधारित थी, यह तब की बात है, जब साल 1960 के दशक में फ्रांस में इस पर प्रतिबंध था. इस फिल्म ने 2021 में वेनिस फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन लायन पुरस्कार जीता था.
एरनॉक्स ने पेरिस में संवाददाताओं से कहा था, ‘मैंने उस समय कल्पना नहीं की थी कि 22 साल बाद गर्भपात के अधिकार को चुनौती दी जाएगी. अपनी आखिरी सांस तक मैं महिलाओं के यह चुनने के अधिकार के लिए लड़ूंगी कि वे मां बनना चाहती हैं या नहीं.’
व्यापक रूप से दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार के रूप में देखा जाने वाला यह पुरस्कार पिछले साल तंजानिया के उपन्यासकार अब्दुलरजाक गुरनाह ने जीता था.
इसके अलावा निएंडरथल डीएनए के रहस्यों को उजागर करने वाले वैज्ञानिक को सम्मानित करने वाले चिकित्सा पुरस्कार के साथ सोमवार को (दो अक्टूबर) नोबेल पुरस्कार की घोषणाओं का सप्ताह शुरू हो गया.
चिकित्सा के क्षेत्र में इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार ‘मानव के क्रमिक विकास’ पर खोज के लिए स्वीडिश वैज्ञानिक स्वैंते पैबो को देने की घोषणा की गई है.
तीन वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से मंगलवार (चार अक्टूबर) को भौतिकी में इस खोज के लिए यह पुरस्कार जीता कि छोटे कण अलग होने पर भी एक दूसरे के साथ संबंध बनाए रख सकते हैं.
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने ‘क्वांटम सूचना विज्ञान’ के लिए फ्रांस के एलै एस्पै, अमेरिका के जॉन एफ क्लाउसर और ऑस्ट्रिया के एंतन साइलिंगर को यह पुरस्कार देने की घोषणा की थी.
‘फोटोन’ कहे जाने वाले कणों को अधिक दूरी तक अलग-अलग किए जाने के बावजूद उन्हें जोड़ सकने वाले या पकड़ने के तरीकों की खोज के लिए तीनों वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार दिया गया है.
रसायन विज्ञान में इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार कैरोलिन आर. बर्टोज्जी, मोर्टन मेल्डल और के. बैरी शार्पलेस को समान भागों में ‘अणुओं के एक साथ विखंडन’ का तरीका विकसित करने के लिए बुधवार (पांच अक्टूबर) को प्रदान किया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)