बीते 6 अक्टूबर को तिरुपुर ज़िले के श्री विवेकानंद सेवालयम अनाथालय में कथित रूप से विषाक्त भोजन करने के कारण तीन लड़कों की मौत हो गई और 11 अन्य का इलाज जारी है. घटना के बाद दो मंत्रियों ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अनाथालय तत्काल बंद कर दिया जाएगा.
कोयंबटूर: तमिलनाडु के दो मंत्रियों ने शुक्रवार को कहा कि तिरुपुर जिले के उस अनाथालय को तत्काल बंद किया जाएगा, जहां गुरुवार को कथित रूप से विषाक्त भोजन करने के कारण तीन लड़कों की मौत हो गई और 11 अन्य को सरकारी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है.
समाज कल्याण मंत्री पी. गीता जीवन और सूचना एवं प्रचार मंत्री एमपी समीनाथन ने अस्पताल का दौरा किया, जहां प्रभावित बच्चे भर्ती हैं और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली.
बाद में मंत्रियों ने संवाददाताओं से कहा कि निजी आवास ‘श्री विवेकानंद सेवालयम’ की स्थिति बहुत खराब है और इस घटना के बाद अब उसे तत्काल बंद कर दिया जाएगा.
उन्होंने अनाथालय के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गीता जीवन ने कहा कि बाहर से लाए गए भोजन को अनाथालय के बच्चों को परोसना गैर-कानूनी है और निराश्रित गृह में रहने वाले अन्य बच्चों की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुरुवार (6 अक्टूबर) को नाश्ते में बासी खाना परोसा गया था, जिसे खाने के बाद अनाथालय में रह रहे 14 बच्चे बीमार पड़ गए. कुछ बच्चों को चक्कर आने लगे और उल्टियां होने लगी. बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से 11 बच्चों का इलाज चल रहा है, जबकि तीन की मौत हो गई.
मंत्रियों ने कहा कि उन्हें इरोड जिले के दूसरे अनाथालय में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. राज्य में ऐसे सभी अनाथालयों और निराश्रित गृहों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
सर्वोच्च बाल अधिकार निकाय राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव से तत्काल राज्य के एक अनाथालय में बच्चों की हुई कथित मौत की जांच करने को कहा था. आयोग ने शीर्ष अधिकारी से मामले में 48 घंटे में जवाब तलब किया है.
आयोग ने कहा कि अनाथालय का एक सुरक्षाकर्मी भी अस्पताल में भर्ती था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)