सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 39 पैसे टूटकर 82.69 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया. बाद में, भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से उसकी स्थिति में कुछ सुधार हुआ.
मुंबई: कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और निवेशकों द्वारा जोखिम लेने से परहेज करने के कारण रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 39 पैसे टूटकर 82.69 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया.
इसके अलावा, घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और अमेरिकी मुद्रा की मजबूती के कारण रुपये पर अतिरिक्त दबाव बना.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.68 पर खुला और फिर गिरावट दर्ज करते हुए 82.69 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 39 पैसे की गिरावट दर्शाता है.
एनडीटीवी ने ब्लूमबर्ग के हवाले से लिखा है कि भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप के बाद रुपया सोमवार को अंतत: 82.32 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
हालांकि, समाचार एजेंसी पीटीआई का कहना है कि अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया सोमवार को शुरूआती बड़ी गिरावट से उबरते हुए चार पैसे टूटकर 82.34 प्रति डॉलर (अस्थायी) के अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ.
कारोबारियों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और डॉलर सूचकांक में मजबूती से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.
गौरतलब है कि शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे की गिरावट के साथ 82.30 पर बंद हुआ था.
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा था कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 30 सितंबर को 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया है.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसंधान विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप और कंपनियों के पूंजी प्रवाह से रुपया शुरुआत में बड़ी गिरावट से उबरा. कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से भी रूपये को समर्थन मिला.’
इस बीच, दुनिया की प्रमुख छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.23 प्रतिशत चढ़कर 113.05 पर आ गया.
वहीं, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ 97.22 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
इसके अलावा, बीएसई सेंसेक्स 200.18 अंक या 0.34 प्रतिशत गिरकर 57,991.11 अंक पर आ गया, जबकि निफ्टी 73.65 अंक की गिरावट के साथ 17,241.00 अंक पर बंद हुआ.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को शुद्ध विक्रेता रहे. उन्होंने 2,250.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)