आमिर ख़ान को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले विज्ञापनों से दूर रहना चाहिए: एमपी के गृहमंत्री

बॉलीवुड अभिनेता आमिर ख़ान और अभिनेत्री कियारा आडवाणी को एक निजी बैंक के विज्ञापन में नवविवाहित जोड़े के रूप में दिखाया गया जिसमें विदाई के बाद दूल्हा, दुल्हन के घर में पहला क़दम रखता है. इसे भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों के ख़िलाफ़ बताकर इस पर आपत्ति जताई गई है.

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निजी बैंक के विज्ञापन के एक दृश्य में अभिनेता आमिर खान और अभिनेत्री कियारा आडवाणी. (फोटो साभार: वीडियोग्रैब)

बॉलीवुड अभिनेता आमिर ख़ान और अभिनेत्री कियारा आडवाणी को एक निजी बैंक के विज्ञापन में नवविवाहित जोड़े के रूप में दिखाया गया जिसमें विदाई के बाद दूल्हा, दुल्हन के घर में पहला क़दम रखता है. इसे भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों के ख़िलाफ़ बताकर इस पर आपत्ति जताई गई है.

निजी बैंक के विज्ञापन के एक दृश्य में अभिनेता आमिर खान और अभिनेत्री कियारा आडवाणी. (फोटो साभार: वीडियोग्रैब)

भोपाल: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को कहा कि बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले विज्ञापनों और कृत्यों से दूर रहना चाहिए.

खान और अभिनेत्री कियारा आडवाणी को एक निजी बैंक (एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक) के विज्ञापन के बाद सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.

मिश्रा ने राजधानी भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि खान को भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन करने चाहिए.

विज्ञापन में खान और आडवाणी को नवविवाहित जोड़े के रूप में अपनी शादी से लौटते हुए दिखाया गया है और चर्चा की जा रही है कि वे दोनों विदाई के दौरान नहीं रोए थे.

विज्ञापन में आगे दिखाया गया है कि जोड़ा दुल्हन के घर पहुंचता है और दूल्हा, दुल्हन के घर में पहला कदम रखता है, जो परंपारिक प्रथा के विपरीत है. पारंपरिक प्रथा के अनुसार दुल्हन, दूल्हे के घर जाती है और उसके घर में पहला कदम रखती है.

इस बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने कहा, ‘शिकायत मेरे पास भी आई है. शिकायत मिलने के बाद एक निजी बैंक के लिए अभिनेता आमिर खान का विज्ञापन मैंने भी देखा है. मेरा आमिर जी से अनुरोध है कि भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों को ध्यान में रखकर आगे इस तरह का विज्ञापन करें.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मिश्रा ने कहा, ‘मैं इसे उचित नहीं मानता. भारतीय परंपरा, रीति-रिवाजों और देवताओं के बारे में ऐसी बातें आती रहती हैं, खासकर आमिर खान के बारे में. इस तरह के कृत्यों से एक विशेष धर्म की भावनाएं आहत होती हैं. मेरा मानना ​​है कि उन्हें किसी की भावनाओं को आहत करने की अनुमति नहीं है.’

सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन को लेकर छिड़ी बहस में फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री भी कूद गए.

अग्निहोत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर विज्ञापन पोस्ट करने के साथ-साथ लिखा, ‘मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि बैंक कब से सामाजिक और धार्मिक परंपराओं को बदलने के लिए जिम्मेदार हो गए हैं? मुझे लगता है कि ‘एयू बैंक इंडिया’ को भ्रष्ट बैंकिंग प्रणाली को बदलकर सक्रियता दिखानी चाहिए. ऐसी बकवास करते हैं फिर कहते हैं हिंदू ट्रोलिंग कर रहे हैं. बेवकूफ.’

अग्निहोत्री के ट्वीट के बाद इंटरनेट पर सक्रिय कई लोगों ने अपनी टिप्पणियां और राय पोस्ट की. यहां तक कि ‘एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक’ का बहिष्कार करने जैसे हैशटैग भी चल रहे हैं.

मालूम हो कि इस साल अगस्त में बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन द्वारा किए गए ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी  जोमैटो के विज्ञापन पर विवाद हुआ था, जिसके बाद कंपनी  ने इसे वापस ले लिया था.

मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों ने विज्ञापन पर आपत्ति जताते हुए दावा किया था कि इससे हिंदुओं भावनाओं को ठेस पहुंची है.

विज्ञापन में रोशन कहते नजर आ रहे थे, ‘थाली (Food Platter) का मन किया, उज्जैन में हैं, तो ‘महाकाल’ से मंगा लिया.’

विज्ञापन में बोले गए महाकाल शब्द को उज्जैन स्थित भगवान शिव के महाकालेश्वर (महाकाल) मंदिर से जोड़कर देखा गया था और इसका बहिष्कार करने की मांग की गई थी.

हालांकि जोमैटो ने बाद में स्पष्ट किया था कि विज्ञापन उज्जैन के ‘महाकाल रेस्तरां’ में मिलने वाली थाली के संदर्भ दिया गया था, यह श्रद्धेय श्री महाकालेश्वर मंदिर के बारे में नहीं है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)