भारतीय दूतावास ने कहा कि बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और हाल में ख़राब होते हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है. फिलहाल यूक्रेन में रह रहे छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है.
नई दिल्ली: यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने हमले तेज होते देख भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने की सलाह दी है. दूतावास ने एक बयान जारी कर भारतीय नागरिकों से यूक्रेन की यात्रा नहीं करने की भी सलाह दी है.
दूतावास ने कहा, ‘बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और हाल में खराब होते हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है. फिलहाल यूक्रेन में रह रहे छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है.’
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— India in Ukraine (@IndiainUkraine) October 19, 2022
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध तेज हो गया है. रूस ने लगभग दो सप्ताह पहले क्रीमिया में हुए एक भीषण विस्फोट के जवाब में यूक्रेन के विभिन्न शहरों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए हैं.
रूस ने विस्फोट के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद आज बुधवार पहली बार यूक्रेन ने देश भर में बिजली के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है. इन हमलों ने ठंड के महीने से ठीक पहले कुछ बिजली संयंत्रों को नष्ट कर दिया है.
क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि रूस के मिसाइल हमले ने पश्चिमी यूक्रेन के बर्शटिन शहर में एक बड़े थर्मल पावर स्टेशन को निशाना बनाया.
भारत की ताजा एडवाइजरी इस साल की शुरुआत की याद दिलाती है, जब यूक्रेन में पहली बार युद्ध छिड़ने के कारण प्रति घंटा सलाह जारी की जा रही थी, जहां हजारों भारतीय, मुख्य रूप से छात्र फंसे हुए थे.
मार्च में यूक्रेन के खारकीव शहर में एक भारतीय छात्र की मौत गोलीबारी में हो गई थी. एक अन्य भारतीय नागरिक जिसे यूक्रेन की राजधानी कीव में तीन गोलियां लगी थीं, को पोलैंड के रास्ते निकाला गया था.
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, भारतीय दूतावास ने यह सलाह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के चार क्षेत्रों में मार्शल लॉ घोषित करने के कुछ घंटे बाद दी.
रूसी कानूनों के अनुसार, मार्शल लॉ में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने, यात्रा प्रतिबंध, कर्फ्यू लगाने और अन्य प्रतिबंधों के बीच सेंसरशिप लगाई जा सकती है.
इधर यूक्रेन ने नागरिकों सहित बड़े पैमाने पर जानमाल के नुकसान की बात कही है. यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन के साथ किसी भी बातचीत के लिए कोई जगह नहीं बची है.
इस बीच, यूरोप ने पिछले कुछ दिनों में रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को और सख्त कर दिया है.
इस महीने की शुरुआत में भारत ने कहा कि वह यूक्रेन में संघर्ष के बढ़ने पर चिंतित है, जिसमें नागरिकों को निशाना बनाना और नागरिकों की मौत शामिल है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, ‘हम दोहराते हैं कि शत्रुता को बढ़ाना किसी के हित में नहीं है. हम शत्रुता को तत्काल समाप्त करने और कूटनीति और बातचीत के रास्ते पर लौटने का आग्रह करते हैं. भारत तनाव कम करने के उद्देश्य से ऐसे सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)