वीडियो सत्याग्रह एक्सप्रेस (15273) का बताया जा रहा है. जिसे कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के कुशीनगर ज़िले के खड्डा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के रुकने पर शूट किया गया था. रेलवे पुलिस का कहना हैं कि अगर इस मुद्दे के बारे में कोई लिखित शिकायत मिलती है तो एफआईआर दर्ज की जाएगी.
गोरखपुर: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक ट्रेन के डिब्बे के गलियारे में नमाज अदा करते लोगों का वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
वायरल वीडियो सत्याग्रह एक्सप्रेस (15273) का बताया जा रहा है, जिसे कुछ दिनों पहले कुशीनगर के खड्डा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के रुकने पर शूट किया गया था. इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन रेलवे पुलिस मामले की जांच कर रही है और उसका कहना हैं कि अगर इस मुद्दे के बारे में कोई लिखित शिकायत मिलती है तो एफआईआर दर्ज की जाएगी.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि ट्रेन के डिब्बे के गलियारे में चार लोग नमाज पढ़ रहे हैं और सीट पर बैठा एक शख्स लोगों से हाथ हिलाकर इंतजार करने को कह रहा है.
सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो बृहस्पतिवार (20 अक्टूबर) का है. इस वीडियो को कुशीनगर से भाजपा के पूर्व विधायक दीपलाल भारती ने भी शेयर किया है.
उत्तर पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया, ‘ट्रेन के डिब्बे में नमाज अदा करने का एक वीडियो वायरल होने की जानकारी मिली है. वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है. रेलवे पुलिस से मामले की जांच करने को कहा गया है.’
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के पुलिस अधीक्षक अवधेश सिंह ने बताया, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं और अगर यात्रियों को यात्रा के दौरान किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा होगा तो लिखित शिकायत मिलने पर तत्काल एफआईआर दर्ज की जाएगी.’
हाल फिलहाल में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करना एक गहन बहस का विषय बनकर उभरा है.
इस साल की शुरुआत में हरियाणा में नमाज के लिए निर्धारित एक खुले क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. हिंदू दक्षिणपंथी समूहों के समर्थक इकट्ठा हुए और जय श्री राम के नारे लगाए, क्योंकि मुसलमानों ने इलाके में नमाज अदा की थी. स्थिति को सांप्रदायिक झड़प में बदलने से रोकने के लिए पुलिस को कदम उठाना पड़ा था.
इसके अलावा राज्य के गुड़गांव शहर में हिंदुत्ववादी समूहों के समर्थक और सदस्य साल 2021 में कई महीनों तक प्रत्येक शुक्रवार को सार्वजनिक स्थानों पर होने वाले नमाज स्थलों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
इसके बाद हिंदुत्ववादी संगठनों के दबाव के बीच गुड़गांव जिला प्रशासन ने बीते तीन नवंबर 2021 को 37 निर्धारित स्थलों में से आठ स्थानों पर नमाज अदा करने की अनुमति रद्द कर दी थी.
सितंबर 2022 में इलाहाबाद के एक अस्पताल में एक महिला द्वारा नमाज अदा किए जाने को लेकर विवाद हो गया थात्र इसके बाद अस्पताल प्रबंधन में मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की थी.
सितंबर 2022 में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर शहर में विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने सड़क पर नमाज पढ़ने के आरोप में पश्चिम बंगाल के लोगों के एक समूह को पुलिस के हवाले कर दिया. ये लोग अजमेर शरीफ जा रहे थे.
अगस्त 2022 में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक मॉल के अंदर खुली जगह में नमाज पढ़े जाने का आरोप लगाते हुए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था.
बीते 13 जुलाई 2022 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नए बने लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो क्लिप के आधार पर दक्षिणपंथी हिंदू समूह अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने लोगों द्वारा मॉल के अंदर नमाज अदा करने पर आपत्ति जताते हुए अधिकारियों से वहां हनुमान चालीसा पढ़ने की अनुमति मांगी थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)