मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने बीते हफ्ते कॉलेज परिसर में आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मामले में एक छात्र को गिरफ़्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार, वह कॉलेज स्टाफ की भूमिका की जांच रही है क्योंकि उन्होंने घटना के बारे में पुलिस को सूचित नहीं किया था.
नई दिल्ली/मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में स्थित सुभारती मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल से कथित रूप से कूदी एक छात्रा की शुक्रवार को उपचार के दौरान मौत हो गई थी. वह बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) द्वितीय वर्ष की छात्रा थीं.
बताया गया था कि उनका एक सहपाठी उन्हें परेशान कर रहा था और उसने सार्वजनिक तौर पर छात्रा पर हाथ भी उठाया था.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस ने रविवार को बताया कि वे इस मामले में कॉलेज के स्टाफ की भूमिका की जांच कर रहे हैं क्योंकि इस घटना के बारे में कॉलेज ने पुलिस को सूचना नहीं दी, बल्कि पुलिस को सोशल मीडिया से इस घटना का पता चला.
ज्ञात हो कि सुभारती मेडिकल कॉलेज में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा वानिया असद शेख ने बुधवार (19 अक्टूबर) को कॉलेज लाइब्रेरी की छत से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया था. इलाज के लिए उन्हें सुभारती अस्पताल में ही भर्ती करवाया गया था जहां शुक्रवार दोपहर उन्होंने दम तोड़ दिया.
शुक्रवार को स्थानीय जानी थाने के प्रभारी राजेश कुमार कंबोज ने बताया था कि छात्रा के पिता की शिकायत पर उनके ही बैच के छात्र सिद्धांत कुमार पंवार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया था कि उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार, ‘सिद्धांत करीब हफ्ते भर से छात्रा को परेशान कर रहा था. बुधवार को उसने छात्रा से छेड़छाड़ का प्रयास किया और जब छात्रा ने इसका विरोध किया तब उसने बाकी विद्यार्थियों के सामने उसे दो थप्पड़ मारे. इससे क्षुब्ध होकर छात्रा यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूद गई.’
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, राजेश कांबोज ने बताया, ‘आरोपी के चेहरे पर छात्रा के नाखून के निशान मिले हैं, जो बताते हैं कि उसने अपने बचाव का प्रयास किया था. हम यूनिवर्सिटी के स्टाफ की भूमिका भी जांच रहे हैं क्योंकि उन्होंने छात्रा के सुभारती अस्पताल के आईसीयू में भर्ती होने के बाद भी अपने क्षेत्र के थाने को सूचित नहीं किया था. हमें इस घटना के बारे में सोशल मीडिया से पता चला और हमे फौरन कार्रवाई की. हमने छात्रा का फोन भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.’
पुलिस का कहना है कि उसने चश्मदीद स्टाफ और विद्यार्थियों के बयान भी लिए हैं. विद्यार्थियों ने पुलिस को बताया है कि उस रोज छात्रा कार से यूनिवर्सिटी आई थी और वहां आने के बाद यूनिवर्सिटी परिसर में ही उसका सिद्धांत से कोई विवाद हुआ, जिसने छात्रा को थप्पड़ मारे.
यूनिवर्सिटी के ट्रस्टी अतुल कृष्णा भटनागर ने कहा, ‘वानिया ने सिद्धांत से झगड़ा होने के बाद इमारत से छलांग लगा दी थी और हमने फौरन उसे मेडिकल सहायता मुहैया करवाई थी.’