बेंगलुरु में होने वाले वीर दास के शो को लेकर हिंदू जनजागृति वेदिके ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करेगा और दुनिया के सामने भारत की ख़राब छवि पेश करेगा.
बेंगलुरु: फिल्म अभिनेता और स्टैंड-अप कॉमेडियन वीर दास का बीते बृहस्पतिवार को बेंगलुरु में होने वाला शो दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों के विरोध के बाद अंतिम समय में रद्द कर दिया गया.
इन संगठनों ने शो का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि इससे हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी. मिली जानकारी के अनुसार बीते को शाम 5:30 बजे मल्लेश्वरम में शो होने वाला था.
इस शो के आयोजक ‘योसन इनोवेशन’ ने एक बयान में कहा कि इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. उसने कहा, ‘अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण 10 नवंबर, 2022 को होने वाला वीर दास का स्टैंड-अप कॉमेडी शो रद्द कर दिया गया है.’
दक्षिणपंथी समूह ‘हिंदू जनजागृति वेदिके’ ने सोमवार (सात नवंबर) को इस संबंध में व्यालिकावल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. शो को रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करेगा और दुनिया के सामने भारत की खराब छवि पेश करेगा.
संगठन के प्रदेश प्रवक्ता मोहन गौड़ा ने एक बयान में कहा था, ‘यह संज्ञान में आया है कि विवादास्पद हास्य कलाकार वीर दास 10 नवंबर को बेंगलुरु के मल्लेश्वरम में चौदिया मेमोरियल हॉल में एक कॉमेडी शो आयोजित कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में जॉन एफ. कैनेडी सेंटर में महिलाओं, हमारे प्रधानमंत्री और भारत के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए थे और देश को बदनाम किया था.’
बयान में कहा गया कि इस पृष्ठभूमि में ऐसे विवादास्पद व्यक्ति को बेंगलुरु जैसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति देना सही नहीं है.
शो के रद्द होने का स्वागत करते हुए गौड़ा ने एक बयान में कहा, ‘हमने शो के खिलाफ व्यालिकावल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. हिंदू संगठनों के आंदोलन के कारण शो को रद्द कर दिया गया है. जहां भी ऐसे लोग कॉमेडी के नाम पर हिंदू धर्म का अपमान करते हैं, उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए.’
गौरतलब है कि वीर दास की ‘आई कम फ्रॉम टू इंडियाज’ शीर्षक वाली वीडियो में की गईं टिप्पणियों को लेकर एक साल पहले देश में विवाद खड़ा हो गया था और भारत को कथित तौर पर बदनाम करने के लिए उनकी आलोचना की गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, वॉशिंगटन डीसी के जॉन एफ कैनेडी सेंटर में आयोजित इस शो में दास ने कहा था कि, ‘मैं दो भारत से आता हूं’. उन्होंने देश के दो विपरीत चेहरों के बारे में बात की और महिलाओं के खिलाफ हिंसा सहित कई सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों का उल्लेख किया था.
अखबार ने बताया कि संगठन ने दास के इस शो पर कथित रूप से आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘भारत में हम दिन में महिलाओं की पूजा करते हैं और रात में उनका बलात्कार करते हैं.’
मालूम हो कि अगस्त 2022 में स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी का बेंगलुरु में होने वाला शो भी अंतिम समय में दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के कारण रद्द कर दिया गया था.
उन्होंने आरोप लगाया था कि फारूकी ने अपने शो में भगवान राम और देवी सीता के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करके हिंदू भावनाओं को आहत किया था.
यह दूसरी बार था जब बेंगलुरु में उनका शो रद्द किया गया था. नवंबर 2021 में फारूकी के बेंगलुरु शो को रद्द किया गया था और तब उनका शो रद्द करवाने के लिए दबाव डालने पर बेंगलुरु पुलिस की खासी आलोचना हुई थी.
एक महीने बाद कुणाल कामरा, जो मोदी सरकार के तीखे आलोचक रहे हैं, का बेंगलुरु में होने वाला शो दक्षिणपंथी हिंदुत्व समूहों के दबाव में रद्द कर दिया गया था.
कुणाल कामरा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चुटकुलों के लिए जाने जाते हैं और अक्सर अन्य दलों के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर कटाक्ष करते हैं. केंद्र सरकार की नीतियों और उनकी असहिष्णुता के मुखर आलोचक रहे कामरा लंबे समय से भाजपा और उनके समर्थकों के निशाने पर रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)