एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते 11 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली कर्नाटक के देवनहल्ली क्षेत्र में हुई थी. मज़दूरों के एक समूह ने आरोप लगाया है कि इस रैली में शामिल होने पर उन्हें एक व्यक्ति ने 500 रुपये का भुगतान करने को कहा था.
नई दिल्ली: कर्नाटक के चिकबल्लापुर जिले के शिदलाघट्टा के 40 से अधिक मजदूरों के एक समूह ने शनिवार को आरोप लगाया कि शुक्रवार (11 नवंबर) को देवनहल्ली क्षेत्र में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भाग लेने को लेकर किए गए वादे के अनुसार उन्हें 500 रुपये का भुगतान नहीं किया गया.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, मजदूरों ने इसके विरोध में शिदलघट्टा में प्रदर्शन किया और टेलीविजन चैनलों से बातचीत में आरोप लगाया कि उन्हें रैली में ले जाने वाले व्यक्ति ने एक दिन की कमाई का भुगतान करने का वादा किया था, जिसे पूरा नहीं किया गया.
मजदूरों के एक नेता ने एक टेलीविजन चैनल को बताया, ‘हमें नाश्ता दिया गया था, लेकिन दोपहर का भोजन नहीं दिया गया. दिन खत्म होने पर जो व्यक्ति हमें रैली में ले गया था, उसने हमें 100 रुपये देने की कोशिश की और हमारा अपमान किया.’
सूत्रों ने कहा कि मजदूरों के समूह ने थाने में शिकायत दर्ज कराने की भी कोशिश की, हालांकि शिदलघट्टा पुलिस ने कहा कि ऐसा कोई समूह शिकायत के साथ उनके पास नहीं आया.