दक्षिण मिज़ोरम के हनहथियाल ज़िले में यह हादसा सोमवार दोपहर बाद तीन बजे हुआ, जब श्रमिक मौदढ़ गांव स्थित पत्थर की एक खदान में काम कर रहे थे. खदान धंसने से 12 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से आठ लोगों के शव मंगलवार सुबह बरामद किए जा चुके हैं.
आइजोल: दक्षिण मिजोरम के हनहथियाल जिले में सोमवार को ढही पत्थर की एक खदान के मलबे से आठ शव बरामद किए गए हैं. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
हनहथियाल के जिला उपायुक्त आर लालरेमसंगा ने बताया कि खदान धंसने की घटना में 12 लोग लापता हो गए थे और मंगलवार सुबह 7:00 बजे तक इनमें से आठ लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स ने हनहथियाल जिले के डिप्टी कमिश्नर आर लालरेमसंगा के हवाले से कहा है कि पीड़ितों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. लालरेमसंगा ने कहा, ‘हमें सत्यापित करने के लिए रिकॉर्ड की जांच करनी होगी.’
उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर तलाश अभियान जारी है. मंलवार सुबह राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम वहां पहुंची, जिनमें दो अधिकारी और 13 जवान शामिल हैं.
#DramaticVisuals– moments when a dozen labourers from Bihar got trapped after a stone quarry collapsed in Mizoram today at Maudarh, Hnahthial district,a massive multi-agency rescue operation is on @ndtv Reports. pic.twitter.com/CwDR1VwBzk
— Ratnadip Choudhury (@RatnadipC) November 14, 2022
लालरेमसंगा के मुताबिक, हादसे में लापता 12 लोगों में से चार एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी थे, जबकि आठ अन्य एक ठेकेदार के साथ काम करते थे.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बचाव अभियान में स्थानीय पुलिस और लोगों का साथ दिया.
Mizoram | Eight bodies recovered so far from site at Maudarh village in Mizoram's Hnahthial district. BSF rescue team was immediately dispatched and arrived as first response unit. NDRF team reached the spot on Tuesday morning, search operation for 4 more on
(Source: BSF) pic.twitter.com/Y7jkXUS3xt
— ANI (@ANI) November 15, 2022
इससे पहले हनहथियाल के पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने बताया था कि यह हादसा सोमवार दिन में तीन बजे हुआ, जब एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के श्रमिक जिले के मौदढ़ गांव में स्थित पत्थर की इस खदान में काम कर रहे थे.
उन्होंने कहा था कि हादसे के समय 13 श्रमिक खदान में काम कर रहे थे, जिनमें से एक बाहर निकलने में सफल हो गया, जबकि बाकी 12 अन्य मलबे में फंस गए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चश्मदीदों ने दावा किया कि श्रमिकों ने बहुत गहरी खुदाई की थी और पत्थर खदान की स्थिरता को बिगाड़ दिया था, जिसके परिणामस्वरूप पूरी पहाड़ी श्रमिकों पर गिर गई.
लालरेमसंगा ने कहा कि पांच मिट्टी खुदाई करने वाली मशीनें, एक स्टोन क्रेशर और एक ड्रिलिंग मशीन भी मलबे के नीचे पूरी तरह से दब गए हैं.
उन्होंने कहा कि भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र लगभग 5,000 वर्ग मीटर है.
पत्थर की खदान का स्वामित्व एबीसीआई के पास है, जो हनहथियाल शहर और डॉन गांव के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को चौड़ा करने का काम कर रहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)