रसना समूह ने कहा कि 85 वर्षीय अरीज़ पिरोजशॉ खंबाटा ने भारतीय उद्योग, व्यापार और समाज की सेवा के ज़रिये सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने 1970 के दशक में उच्च कीमत पर बेचे जाने वाले सॉफ्ट ड्रिंक उत्पादों के विकल्प के रूप में रसना के किफ़ायती शीतल पेय पैक बनाए थे.
नई दिल्ली: रसना समूह ने सोमवार को कहा कि उसके संस्थापक और चेयरमैन अरीज पिरोजशॉ खंबाटा का निधन हो गया है.
समूह की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 85 वर्षीय खंबाटा का शनिवार को निधन हो गया. वह अरीज खंबाटा बेनेवॉलेंट ट्रस्ट और रसना फाउंडेशन के चेयरमैन भी थे.
वह डब्ल्यूएपीआईजेड (पारसी ईरानी जरथोस्ती का विश्व गठबंधन) के पूर्व चेयरमैन और अहमदाबाद पारसी पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भी थे.
बयान में कहा गया है, ‘खंबाटा ने भारतीय उद्योग, व्यापार और समाज की सेवा के जरिये सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया.’
खंबाटा को लोकप्रिय घरेलू पेय ब्रांड रसना के लिए जाना जाता है, जिसे देश में 18 लाख खुदरा दुकानों पर बेचा जाता है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रसना अब दुनिया का सबसे बड़ी सॉफ्ट ड्रिंक कंसंट्रेट निर्माता है. यह अब दुनिया भर के 60 देशों में बेचा जाता है और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के वर्चस्व वाले पेय सेक्टर में हमेशा एक मार्केट लीडर रहा है.
उन्होंने 1970 के दशक में उच्च कीमत पर बेचे जाने वाले सॉफ्ट ड्रिंक उत्पादों के विकल्प के रूप में रसना के किफायती शीतल पेय पैक बनाए थे. 5 रुपये के रसना के एक पैकेट को 32 गिलास शीतल पेय में बदला जा सकता है, जिसकी कीमत मात्र 15 पैसे प्रति गिलास होती है.
रसना को अब भी काफी याद किया जाता है और ब्रांड का ‘आई लव यू रसना’ अभियान अभी भी 80 और 90 के दशक में पले-बढ़े लोगों के दिमाग में ताजा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)