असम-मेघालय सीमा पर हिंसा में 6 लोगों की मौत, सात ज़िलों में इंटरनेट बंद

असम के कार्बी आंगलोंग ज़िले में मेघालय सीमा पर लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक पर असम पुलिस द्वारा गोलीबारी करने का आरोप है. जबकि पुलिस का कहना है कि जब उसने ट्रक में अवैध लकड़ियों का परिवहन करने वालों को पकड़ लिया तो मेघालय के लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया. हालात नियंत्रित करने के लिए उसे गोलियां चलानी पड़ीं.

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Guwahati: Four people, including a forest guard, were killed in violence at the Assam-Meghalaya border after the police intercepted a truck transporting illegal timber in the early hours of Tuesday. (PTI Photo)

असम के कार्बी आंगलोंग ज़िले में मेघालय सीमा पर लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक पर असम पुलिस द्वारा गोलीबारी करने का आरोप है. जबकि पुलिस का कहना है कि जब उसने ट्रक में अवैध लकड़ियों का परिवहन करने वालों को पकड़ लिया तो मेघालय के लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया. हालात नियंत्रित करने के लिए उसे गोलियां चलानी पड़ीं.

असम-मेघालय सीमा पर हुई हिंसा में एक वनकर्मी समेत छह लोगों की मौत की सूचना है. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के अनुसार, मंगलवार (22 नवंबर) को तड़के असम के कार्बी आंगलोंग जिले में असम-मेघालय सीमा पर लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक पर असम पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक वनकर्मी समेत छह लोगों की मौत हो गई.

हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स में चार लोगों की मौत की बात कही गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने बताया कि छह लोग मारे गए हैं, जिनमें पांच मेघालय के नागरिक हैं और एक असम का वनकर्मी शामिल है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि (असम) पुलिस ने मेघालय के मुकरु गांव में लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक का पीछा करने और उसे हिरासत में लेने के बाद गोलियां चलाईं. वहीं, असम पुलिस के मुताबिक, भीड़ के जमा होने और पुलिस पर खंजर से हमला करने के बाद जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाई गईं.

शिलॉन्ग टाइम्स के मुताबिक, मेघालय सरकार ने राज्य के सात जिलों में मंगलवार सुबह 10:30 बजे से अगले 48 घंटों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं. इस जिलों में पश्चिम जयंतिया हिल्स, पूर्वी जयंतिया हिल्स, पूर्वी खासी हिल्स, री-भोई, पूर्वी पश्चिम खासी हिल्स, पश्चिम खासी हिल्स और दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स शामिल हैं.

इस बीच, असम के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मेघालय की सीमा से लगते सभी जिलों को सतर्क कर दिया गया है और वहां पुलिस को चौकन्ना रहने के लिए कहा गया है.

उन्होंने कहा, ‘मेघालय सीमा पर जिलों के सभी पुलिस अधीक्षकों को कानून एवं व्यवस्था की किसी भी संभावित स्थिति पर करीबी नजर रखने के लिए कहा गया है, लेकिन राज्यों के बीच वाहनों या लोगों के आने-जाने पर कोई पाबंदी नहीं है.’

असम और मेघालय के बीच 884.9 किलोमीटर लंबी अंतर-राज्यीय सीमा के 12 इलाकों में लंबे समय से विवाद चल रहा है. दोनों पूर्वोत्तर राज्यों ने इनमें से छह इलाकों में विवाद को खत्म करते हुए नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में मार्च में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.

दोनों ने बाकी के छह इलाकों में विवाद को हल करने के लिए बातचीत भी शुरू की है. मेघालय को असम से अलग कर 1972 में स्थापित किया और उसने असम पुनर्गठन कानून 1971 को चुनौती दी थी, जिससे विवाद पैदा हुआ.

मेघालय एकमात्र राज्य नहीं है, जिसके साथ असम का सीमा विवाद है. पिछले साल असम-मिजोरम सीमा पर तनाव में भारी वृद्धि देखी गई, जो हिंसा में तब्दील हो गई. इस दौरान असम के पांच पुलिसकर्मियों की जान चली गई थी और राज्य के कम से कम 42 पुलिसकर्मी घायल हुए थे.

अवैध लकड़ी का परिवहन

असम में पश्चिम कार्बी आंगलोंग के पुलिस अधीक्षक इमदाद अली ने बताया कि ट्रक को मेघालय सीमा पर असम वन विभाग के एक दल ने तड़के करीब तीन बजे मुकरु इलाके में रोका. वह अवैध रूप से लकड़ियां लेकर पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले (मेघालय) में जा रहा था.

उन्होंने बताया कि ट्रक के न रुकने पर वन विभाग के कर्मचारियों ने उस पर गोलियां चलाईं और उसका टायर पंचर कर दिया. चालक, उसका एक सहायक और एक अन्य व्यक्ति को पकड़ लिया गया, जबकि एक अन्य व्यक्ति वहां से भाग निकला.

अली ने बताया कि वन विभाग के कर्मचारियों ने घटना की जानकारी कार्बी आंगलोंग जिले में आने वाले जिरिकेंडिंग थाने के अधिकारियों को दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची.

उन्होंने बताया कि इसके बाद सुबह करीब पांच बजे मौके पर ‘खंजर’ तथा अन्य हथियार लेकर मेघालय के लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और गिरफ्तार किए लोगों की रिहाई की मांग करने लगी.

भीड़ ने वन विभाग के कर्मचारियों और पुलिस को घेर लिया तथा उन पर हमला किया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को गोलियां चलानी पड़ीं.

अधिकारी ने कहा, ‘घटना में वन विभाग के एक होम गार्ड और खासी समुदाय के तीन लोगों की मौत हो गई. स्थिति अब नियंत्रण में है.’

उन्होंने बताया कि जिले के शीर्ष अधिकारी सीमावर्ती क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. इस घटना में वनकर्मी विद्यासिंग लेखटे की मौत कैसे हुई, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.

शिलांग टाइम्स के अनुसार, असम के कई वाहनों को जोरबाट में पुलिस द्वारा मेघालय में प्रवेश करने से रोक दिया गया है, ताकि सार्वजनिक सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)