भाजपा को जब वोट चाहिए होता है तो वह मुफ्त में राशन देती है: अखिलेश यादव

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को नफ़रत फैलाने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि इसकी राजनीति लोगों को आपस में लड़ाने पर टिकी है. उन्होंने युवाओं को रोज़गार दिलाने के नाम पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनावों से पहले तो उनके नेता बड़े-बड़े सपने दिखा रहे थे, लेकिन अब युवा भटक रहे हैं और उन्हें कहीं कोई रोज़गार नहीं मिल रहा है.

अखिलेश यादव. (फोटो: पीटीआई)

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को नफ़रत फैलाने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि इसकी राजनीति लोगों को आपस में लड़ाने पर टिकी है. उन्होंने युवाओं को रोज़गार दिलाने के नाम पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनावों से पहले तो उनके नेता बड़े-बड़े सपने दिखा रहे थे, लेकिन अब युवा भटक रहे हैं और उन्हें कहीं कोई रोज़गार नहीं मिल रहा है.

अखिलेश यादव. (फोटो: पीटीआई)

मथुरा: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उसे जनता का वोट चाहिए होता है तो वह मुफ्त में राशन, तेल, चना और नमक देती है, लेकिन वोट पाकर ये सब फायदे गायब हो जाते हैं.

मैनपुरी और खतौली में हालिया संपन्न उपचुनाव में भाजपा की हार का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि भगवा पार्टी को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा.

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने रामपुर में ‘घोर बेईमानी’ का सहारा लिया और चुनाव परिणामों को अपने पक्ष में कर लिया. सपा प्रमुख ने कहा कि वह और चाचा शिवपाल सिंह यादव भविष्य में एक साथ चुनाव लड़ेंगे और अधिक प्रभावी जीत दर्ज करेंगे.

अखिलेश रविवार शाम पत्नी डिंपल यादव और बच्चों के साथ वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में पूजन और दर्शन करने आए थे. उन्होंने मंदिर पहुंचकर बांके बिहारी के समक्ष स्वास्तिक चिह्न बनाया और दीप जलाकर परिवार एवं देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि और शांति की कामना की.

उन्होंने चुनावी मनोरथ पूर्ण होने पर ठाकुरजी को छप्पन भोग अर्पित किए. मंदिर के सेवायत ने उन्हें ठाकुरजी का प्रसाद एवं अंग वस्त्र भेंट किए. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में डिंपल की जीत के बाद वह पहली बार मंदिर आए थे.

अखिलेश ने कहा, ‘भाजपा जब जनता का वोट चाहती है तो मुफ्त में राशन, तेल, चना, गुड़ और नमक देती है, लेकिन जब वोट मिल जाता है तो मुफ्त का राशन देना बंद कर देती हैं.’

उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कुछ अमीर दोस्तों को छोड़कर वह सभी को गरीब बनाना चाहती है और वह इन्हीं नीतियों पर काम कर रही है.

उन्होंने भाजपा को नफरत फैलाने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि इसकी राजनीति लोगों को आपस में लड़ाने पर टिकी है.

अखिलेश ने भाजपा को युवाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनावों से पहले तो उनके नेता बड़े-बड़े सपने दिखा रहे थे, लेकिन अब युवा भटक रहे हैं और उन्हें कहीं कोई रोजगार नहीं मिल रहा है.

हाल ही में मैनपुरी लोकसभा व खतौली विधानसभा उपचुनावों में भाजपा की करारी हार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी नाराजगी भी उन्हें इन चुनावों में झेलने को मिली.

अखिलेश ने आरोप लगाया कि हालांकि उन्होंने रामपुर में घोर बेईमानी कर चुनाव परिणाम अपने पक्ष में करा लिया.

रामपुर सदर सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने सपा के असीम राजा को हरा दिया.

मुस्लिम बहुल रामपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की यह पहली जीत है, जहां से सपा नेता आजम खान लगातार 10 बार निर्वाचित हुए थे. उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती पर भी तंज कसा कि वह कांशीराम के दिखाए रास्ते से भटक गई हैं.

चाचा शिवपाल से भावी दिनों में रिश्ता बनाए रखने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि आप सभी देखेंगे कि हम चाचा-भतीजा एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और पहले से ज्यादा प्रभावशाली ढंग से जीत कर दिखाएंगे.

मुलायम सिंह यादव की मृत्यु के कारण हुए मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल की जीत सुनिश्चित करने के लिए ‘चाचा-भतीजा’ (शिवपाल और अखिलेश) एक बार फिर से एकजुट हो गए थे.