मुंबई प्रेस क्लब की ओर से दिए जाने वाले प्रतिष्ठित रेड इंक अवॉर्ड्स, 2022 की विमेन एम्पावरमेंट एंड जेंडर इक्वॉलिटी और राजनीति श्रेणी (प्रिंट) में क्रमशः द वायर की सुकन्या शांता की जेलों में बंद ट्रांसजेंडर बंदियों की दशा पर की गई रिपोर्ट और सिद्धार्थ वरदराजन की पेगासस संबंधी रिपोर्ट को पुरस्कृत किया गया है.
नई दिल्ली: पत्रकारिता के लिए मुंबई प्रेस क्लब की ओर से दिए जाने वाले प्रतिष्ठित रेड इंक अवॉर्ड्स- 2022 के लिए शॉर्टलिस्ट हुई द वायर की छह रिपोर्ट्स में से दो को यह पुरस्कार मिला है.
राजनीति और विमेन एम्पावरमेंट एंड जेंडर इक्वॉलिटी श्रेणी (प्रिंट) में क्रमशः सिद्धार्थ वरदराजन की पेगासस स्पायवेयर को लेकर की गई एक रिपोर्ट और सुकन्या शांता की जेलों में बंद ट्रांसजेंडर समुदाय के बंदियों पर की गई रिपोर्ट को विजेता चुना गया.
Congratulations 𝗦𝘂𝗸𝗮𝗻𝘆𝗮 𝗦𝗵𝗮𝗻𝘁𝗵𝗮 on winning the #RedInkAwards2022 for the category '𝗪𝗼𝗺𝗲𝗻 𝗘𝗺𝗽𝗼𝘄𝗲𝗿𝗺𝗲𝗻𝘁 & 𝗚𝗲𝗻𝗱𝗲𝗿 𝗘𝗾𝘂𝗮𝗹𝗶𝘁𝘆'.
Story: https://t.co/4rv7CIZ1vC@sukanyashantha | @thewire_in pic.twitter.com/WLKdHdKANC
— Mumbai Press Club (@mumbaipressclub) December 16, 2022
पुलित्जर सेंटर ऑन क्राइसिस रिपोर्टिंग के साथ साझेदारी में बार्ड- द प्रिजन प्रोजेक्ट सीरीज की कड़ी के तौर पर की गई सुकन्या शांता की रिपोर्ट में भारतीय जेलों में बंद ट्रांसजेंडर कैदियों की दशा के बारे में बताया गया था.
रिपोर्ट में दर्ज किया गया था कि कैसे ट्रांस महिलाओं को पुरुषों की जेल में रखा गया, जहां वे शारीरिक और यौन हिंसा का शिकार बनीं। कुछ कैदियों ने बताया था कि कैसे जेल अथॉरिटी ने उनकी मेडिकल जरूरतों के साथ-साथ उनकी शिकायतों को भी नजरअंदाज किया जाता रहा.
इस रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है.
विमेन एम्पावरमेंट एंड जेंडर इक्वॉलिटी श्रेणी में इस रिपोर्ट के साथ जाह्नवी सेन की जेलों में महिलाओं की दशा को लेकर की गई रिपोर्ट को भी नॉमिनेट किया गया था.
इस श्रेणी में टीवी के लिए यह अवॉर्ड द क्विंट की ऐश्वर्या एस. अय्यर को दिया गया है.
पेगासस पर शुरुआती लेख
जुलाई 2021 में पेरिस स्थित फॉरबिडन स्टोरीज के नेतृत्व में मीडिया संगठनों के एक अंतरराष्ट्रीय कंसोर्टियम ने पेगासस प्रोजेक्ट के तहत बताया था कि दुनियाभर के कई देशों में इसका इस्तेमाल पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और विपक्षी दलों नेताओं को निशाना बनाने के लिए किया गया था.
द वायर भी इस कंसोर्टियम में शामिल था. राजनीति श्रेणी (प्रिंट) में पुरस्कृत रिपोर्ट में द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन ने ‘भारत में पेगासस से निशाना बनाए गए 10 फोन नंबरों का खुलासा करते हुए बताया था कि इजरायल की एनएसओ ग्रुप कंपनी के पेगासस स्पायवेयर के जरिये देश के कुछ नेता, पत्रकार, कार्यकर्ता के फोन कथित तौर पर हैक कर उनकी निगरानी की गई या फिर वे संभावित निशाने पर थे.
एनएसओ ग्रुप का कहना है कि वह मिलिट्री ग्रेड के इस स्पायवेयर को सिर्फ सरकारों को ही बेचती है, लेकिन भारत सरकार ने पेगासस की खरीद को लेकर न तो इनकार किया है और न ही इसकी पुष्टि की है.
इस रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है.
Congratulations 𝗦𝗶𝗱𝗱𝗵𝗮𝗿𝘁𝗵 𝗩𝗮𝗿𝗮𝗱𝗮𝗿𝗷𝗮𝗻 & 𝗩𝗮𝗶𝗯𝗵𝗮𝘃 𝗪𝗮𝗹𝘂𝗻𝗷 on being the 𝗝𝗢𝗜𝗡𝗧 𝗪𝗜𝗡𝗡𝗘𝗥𝗦 of the #RedInkAwards2022 for the category: 𝗣𝗢𝗟𝗜𝗧𝗜𝗖𝗦 (𝗣𝗥𝗜𝗡𝗧).#VaibhavWalunj–@indiejmag | @svaradarajan–@TheWire pic.twitter.com/8Z28RgWxKy
— Mumbai Press Club (@mumbaipressclub) December 16, 2022
इस श्रेणी में टीवी के लिए यह अवॉर्ड वैभव वलुंज को इंडीजर्नल मीडिया एलएलपी के लिए दिया गया है.
पुरस्कारों की पूरी सूची
जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर- ओम गौड़, दैनिक भास्कर के राष्ट्रीय संपादक
आर्ट्स (प्रिंट)- विनय अरविंद, फिफ्टीटू डॉट इन
आर्ट्स (टीवी)- नामदेव अनंत काटकर, बीबीसी मराठी
व्यापार और अर्थव्यवस्था (प्रिंट)- अनु अब्राहम, मातृभूमि
व्यापार और अर्थव्यवस्था (टीवी)- सैम टीवी की सोनाली शिंदे
क्राइम (प्रिंट)- द प्रिंट की अंगना चक्रवर्ती
क्राइम (टीवी)- एनडीटीवी के अनुराग द्वारी
पर्यावरण (प्रिंट)- सुष्मिता, कारवां पत्रिका
पर्यावरण (टीवी)- त्रिदीप कांति मंडल और डोमिनिक सैवियो डेंगदोह, द क्विंट
स्वास्थ्य और कल्याण (प्रिंट)- आत्रेयी धर, डाउन टू अर्थ
हेल्थ एंड वेलनेस (टीवी)- बरखा दत्त, द मोजो स्टोरी
ह्यूमन राइट्स (प्रिंट)- कीर्ति दुबे, बीबीसी हिंदी
मानवाधिकार (टीवी)- अरविंद वेणुगोपाल, मलयाला मनोरमा
जीवन शैली और मनोरंजन (प्रिंट)- जेन बोर्गेस, मिड डे
पॉलिटिक्स (टीवी)- जुगल पुरोहित, बीबीसी न्यूज़ हिंदी
साइंस एंड इनोवेशन (प्रिंट)- करिश्मा मेहरोत्रा, स्क्रॉल
द बिग पिक्चर- टीपी सूरज, द न्यू इंडियन एक्सप्रेस
द बिग पिक्चर- जिन्स माइकल, मलयाला मनोरमा (उपविजेता)
खेल (प्रिंट)- भव्य डोरे, मिंट लाउंज
खेल (टीवी) – वंदना, बीबीसी न्यूज़ हिंदी