गुजरात: वडोदरा में ‘सांता क्लॉज’ बने युवक पर हमला, घर में घुसकर की गई मारपीट

गुजरात के वडोदरा शहर स्थित मकरपुरा की एक रिहायशी कॉलोनी का मामला. हमले में एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए. आरोप है कि हमलावरों ने कुछ लोगों के कपड़े भी फाड़ दिए थे. मामले में अज्ञात हमलावरों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई है.

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गुजरात के वडोदरा शहर स्थित मकरपुरा की एक रिहायशी कॉलोनी का मामला. हमले में एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए. आरोप है कि हमलावरों ने कुछ लोगों के कपड़े भी फाड़ दिए थे. मामले में अज्ञात हमलावरों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई है.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

वड़ोदरा: गुजरात के वडोदरा शहर स्थित मकरपुरा की एक रिहायशी कॉलोनी में बीते मंगलवार (20 दिसंबर) शाम तब हंगामा हो गया, जब कुछ युवकों ने सांता क्लॉज के वेश में एक शख्स पर कथित तौर पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया.

आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना मकरपुरा की अवधूत सोसाइटी में हुई. इस सोसाइटी में क्रिसमस समारोह होना है. यहां समारोह से पहले सांता क्लॉज के वेश में एक व्यक्ति और महिला समेत चार लोग पहुंचे थे.

इन पर कुछ युवकों ने यह कहते हुए हमला कर दिया कि यह हमारा क्षेत्र है. हमले में सांता क्लॉज बने व्यक्ति के हाथ में गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.

रिपोर्ट के अनुसार, सांता क्लॉज के वेश में शशिकांत डाभी नाम का शख्स सोसाइटी में रहने वाले एक ईसाई परिवार के घर क्रिसमस की बधाई देने पहुंचे थे.

शशिकांत के साथ ईसाई समुदाय के कुछ नेता भी अभिनंदन करने पहुंचे थे. जब ये लोग ईसाई परिवार के घर में जश्न मना रहे थे, तब कुछ लोग अचानक घर में घुस गए और सांता क्लॉज बने शख्स पर हमला कर दिया.

आरोप है कि हमलावरों ने कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को धमकी दी और कहा कि यह क्षेत्र हमारा है. यहां इस तरह का आयोजन नहीं कर सकते. इस दौरान हुई मारपीट में एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए. आरोप है कि हमलावरों ने कुछ लोगों के कपड़े भी फाड़ दिए थे.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मामले की जानकारी देते हुए बुधवार को मकरपुरा के पुलिस इंस्पेक्टर रश्मिन सोलंकी ने कहा, ‘कुछ निवासियों ने उसके चॉकलेट बांटने पर आपत्ति जताई. इससे दो अलग-अलग समुदायों के बीच बहस हो गई थी.’

उन्होंने कहा, ‘घटना के बाद ईसाई समुदाय के सदस्यों ने मंगलवार रात पुलिस से संपर्क किया और उस क्षेत्र में जुलूस निकालने की स्थिति में सुरक्षा मांगी. मैंने उन्हें पूरी मदद का वादा किया है.’