योगी आदित्यनाथ का अधिकारियों को निर्देश- क्रिसमस मनाएं पर धर्मांतरण की घटना न होने पाए

राज्य में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ ज़िलों में दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. तत्काल आदर्श स्थिति बनाई जाए.

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योगी आदित्यनाथ. (फोटो: पीटीआई)

राज्य में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ ज़िलों में दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. तत्काल आदर्श स्थिति बनाई जाए.

योगी आदित्यनाथ. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ जिलों में धर्म स्थलों पर पुन: लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. उन्‍होंने संपर्क-संवाद कर आदर्श स्थिति बनाने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर शाम लखनऊ में अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जोन, रेंज व जिला स्तर के अधिकारियों के साथ राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए क्रिसमस के त्योहार को सकुशल संपन्न कराने और कहीं भी धर्मांतरण की घटना न होने पाने की हिदायत दी. साथ ही धर्म स्थलों पर दोबारा लगाए जा रहे लाउडस्पीकर को हटाने पर जोर दिया.

शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने क्रिसमस के त्योहार को सभी धर्मगुरुओं के साथ संवाद स्थापित कर शांतिपूर्ण माहौल में मनाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी और इस बात पर विशेष जोर दिया कि कहीं पर भी धर्मांतरण की घटना न होने पाए.

समीक्षा बैठक के बाद शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर कहा, ‘आगामी 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार है. सभी धर्मगुरुओं के साथ संवाद बनाने हुए शांतिपूर्ण माहौल के बीच क्रिसमस मनाने की व्यवस्था हो. यह सुनिश्चित किया जाए, कहीं भी धर्मांतरण की घटना न होने पाए.’

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कुछ माह पूर्व सहज संवाद के माध्यम से हमने धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाने का अभूतपूर्व कार्य सम्पन्न किया था. लोगों ने व्यापक जनहित को प्राथमिकता देते हुए स्वतः लाउडस्पीकर हटाए थे. इसकी पूरे देश में सराहना हुई थी.’

उन्होंने कहा, ‘हाल के दिनों में जिलों के दौरे के दौरान मैंने अनुभव किया है कि कुछ जिलों में फिर से ये लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. तत्काल संपर्क-संवाद कर आदर्श स्थिति बनाई जाए.’

मालूम हो कि अप्रैल 2022 में राज्य सरकार ने धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारने की कार्रवाई बड़े पैमाने पर की थी.

इस अभियान के बाद सात मई को झांसी मंडल की एक समीक्षा बैठक में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा था कि राज्य में अब तक एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उतारे गए लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं.

योगी ने कहा था कि धार्मिक आयोजन धार्मिक स्थलों के परिसर के भीतर ही सीमित होने चाहिए, किसी भी पर्व-त्योहार का आयोजन सड़क पर नहीं होना चाहिए और इन आयोजनों से सामान्य नागरिकों के आवागमन में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए.

राज्य में धार्मिक स्थलों पर लगाए गए अवैध लाउडस्पीकर को हटाने तथा अन्य लाउडस्पीकर की आवाज को निर्धारित सीमा तक सीमित करने का अभियान पिछली 25 अप्रैल को शुरू हुआ था और एक मई तक चला था.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसी भी जिले में अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड और रिक्शा स्टैंड संचालित नहीं होने चाहिए. इस तरह के स्टैंड का इस्तेमाल असामाजिक गतिविधियों के लिए अवैध रूप से धन उगाहने के लिए किया जाता है, जिसे तुरंत रोका जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के विभागों के समन्वित प्रयासों से पिछले साढ़े पांच साल के दौरान राज्य में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में बड़ी गिरावट आई है.

उन्होंने कहा कि लड़कियों और महिलाओं से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. पुलिस को ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान करनी चाहिए.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में अवैध शराब निर्माण, खरीद-बिक्री पर रोक लगाने के लिए ठोस कार्रवाई की जरूरत है. इसके लिए छापेमारी की जानी चाहिए.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)