कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित आदिचुनचनागिरी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का मामला. छात्रों का आरोप है कि अगले शैक्षणिक सत्र की फीस का अग्रिम भुगतान नहीं करने के कारण कॉलेज प्रबंधन द्वारा उन्हें कई दिनों से एक अलग कमरे में ज़मीन पर बैठाया गया और उनकी कक्षाएं भी नहीं ली गईं.
बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक कॉलेज ने कथित तौर पर कुछ छात्रों को शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए अग्रिम फीस का भुगतान न करने पर दंडित करते हुए फर्श पर बैठाए जाने का मामला सामने आया है.
द हिंदू के मुताबिक, आदिचुनचनागिरी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने बताया कि उनमें से कइयों ने एक साल की अग्रिम फीस जमा नहीं की है और एक सप्ताह से अधिक समय से फर्श पर बैठ रहे हैं और कोई भी कक्षा नहीं लग रही है.
सूत्रों ने बताया कि प्रबंधन के मौखिक निर्देशों के बाद केवल कुछ छात्रों ने ही अग्रिम फीस का भुगतान किया है और बाकी ने नहीं किया है.
छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें अग्रिम फीस जमा न करने पर मौजूदा शैक्षणिक वर्ष की वार्षिक परीक्षा में नहीं बैठने देने की धमकी दी है.
नाम न छापने की शर्त पर एक छात्र ने बताया, ‘कॉलेज प्रबंधन ने मांग की है कि हम 2023-24 के लिए कम से कम आधी फीस का भुगतान करें, ऐसा न करने पर हमें मौजूदा शैक्षणिक वर्ष की वार्षिक परीक्षा में बैठने से रोक दिया जाएगा.’
एक अन्य छात्र ने कहा, ‘मैं मैनेजमेंट कोटे का छात्र हूं और मुझे अभी 4 लाख रुपये देने होंगे, जो अभी मेरे पास नहीं हैं. इसलिए मैं पिछले दो हफ्तों से एक अलग कमरे में फर्श पर बैठ रहा हूं और मेरी कोई भी कक्षा नहीं लग रही है. लेक्चर आते हैं, लेकिन कक्षा नहीं लेते हैं, बस हम पर नजर रखकर चले जाते हैं.’
छात्रों के माता-पिता में से एक ने कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए अभी वर्तमान में फीस की मांग करना अवैध है और छात्रों को कक्षाएं निलंबित करके फर्श पर बैठाकर दंडित करना बहुत ही घृणित कार्य है.
उन्होंने कहा, ‘हम सरकार से हस्तक्षेप की मांग करने और समस्या का समाधान करने की मांग करते हैं, वरना हमारे पास विरोध प्रदर्शन करने के अलावा कोई और चारा नहीं होगा.’
वहीं, संपर्क करने पर कॉलेज प्रबंधन के एक सदस्य ने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने छात्रों के माता-पिता को समस्या के समाधान के लिए प्रिंसिपल से संपर्क करने का सुझाव दिया.
आयुष विभाग के निदेशक डॉ. के. मंजुनाथ ने कहा कि अभी तक यह मामला उनके संज्ञान में नहीं लाया गया है. हम तत्काल कॉलेज प्रबंधन से बात करेंगे और समस्या का जल्द समाधान करेंगे.