पाकिस्तानी फिल्म ‘द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट’ की भारतीय रिलीज़ अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

पाकिस्तानी फिल्म ‘द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट’ 30 दिसंबर को भारत में रिलीज़ होनी थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार इसे विभिन्न वर्गों के विरोध के डर से स्थगित कर दिया गया. 13 अक्टूबर को रिलीज़ हुई फ़वाद ख़ान और माहिरा ख़ान अभिनीत बिलाल लशारी की यह फिल्म पाकिस्तान में काफ़ी सफल रही है.

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(फोटो साभार: फेसबुक/@blashariofficialpage)

पाकिस्तानी फिल्म ‘द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट’ 30 दिसंबर को भारत में रिलीज़ होनी थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार इसे विभिन्न वर्गों के विरोध के डर से स्थगित कर दिया गया. 13 अक्टूबर को रिलीज़ हुई फ़वाद ख़ान और माहिरा ख़ान अभिनीत बिलाल लशारी की यह फिल्म पाकिस्तान में काफ़ी सफल रही है.

(फोटो साभार: फेसबुक/@blashariofficialpage)

मुंबई/नई दिल्ली: शुक्रवार 30 दिसंबर को भारत में रिलीज़ होने वाली पाकिस्तानी फिल्म ‘द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट’ की रिलीज़ को भारत में स्थगित कर दिया गया है. फिल्म में पाकिस्तान के कलाकार- फवाद खान और माहिरा खान हैं, जो भारत में भी खासे लोकप्रिय हैं.

सिनेमाघरों की चेन ‘आईनॉक्स’ के एक अधिकारी ने बताया कि फिल्म रिलीज को संभवत: अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है.

अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘वितरकों ने हमें सूचित किया है कि फिल्म की रिलीज टाल दी गई है. दो-तीन दिन पहले हमें यह जानकारी दी गई थी. आगे कोई तारीख हमारे साथ साझा नहीं की गई है.’

रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म उद्योग से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि कुछ वर्गों के विरोध के कारण फिल्म की रिलीज रुकी हुई थी. दूसरी ओर, इस मसले से परिचित एक अन्य सूत्र ने सिने वेबसाइट बॉलीवुड हंगामा को बताया, ‘ज़ी स्टूडियो ने पहले ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट के लिए क्लीयरेंस हासिल कर लिया था. लेकिन सोमवार को सीबीएफसी ने फिल्म को वापस बुलाया.’

वेबसाइट के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट को दिया गया सेंसर सर्टिफिकेट रद्द कर दिया गया है या नहीं.

बिलाल लशारी द्वारा निर्देशित, द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट’ 1979 की क्लासिक फिल्म ‘मौला जट्ट’ जैसी है. हालांकि फिल्म के निर्माताओं के अनुसार न तो यह रीमेक है और न ही सीक्वेल. 13 अक्टूबर को पाकिस्तान में रिलीज हुई यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अब तक सबसे अधिक कमाई करने वाली पाकिस्तानी फिल्म है.

एक पीटीआई सूत्र के मुताबिक, ‘ज़ी स्टूडियोज ने फिल्म के अधिकार हासिल कर लिए थे क्योंकि वे फिल्म के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन कुछ वर्गों के विरोध के कारण फिल्म को रिलीज न करने का फैसला किया गया.’

गौरतलब है कि मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर सिनेमाज ने बीते हफ्ते की शुरुआत में अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर फिल्म की भारत में रिलीज की तारीख साझा की थी, लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया.

आईनॉक्स लीजर लिमिटेड के मुख्य प्रोग्रामिंग अधिकारी राजेंद्र सिंह ज्याला ने पिछले हफ्ते पीटीआई को बताया था कि यह फिल्म पंजाब और दिल्ली, जहां पंजाबी भाषी लोग हैं, के कुछ सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की सिनेमा शाखा के अध्यक्ष अमेय खोपकर ने शनिवार को ट्विटर पर कहा कि पार्टी द्वारा दी गई चेतावनी के बाद फिल्म की रिलीज रोक दी गई है. उन्होंने लिखा, ‘… द लेजेंड ऑफ मौला जट्ट की स्क्रीनिंग पूरी तरह रद्द कर दी गई है…’

अभिनेत्री माहिरा खान और अभिनेता फवाद अपने लोकप्रिय पाकिस्तानी ड्रामा ‘हमसफ़र’ के चलते भारतीय दर्शकों में काफी मशहूर हैं. फवाद, जिन्हें हाल ही में सुपरहीरो सीरीज़ ‘मिस मार्वल’ में देखा गया था, ने बॉलीवुड की ख़ूबसूरत, कपूर एंड संस, और ऐ दिल है मुश्किल फिल्म में अभिनय किया है, जबकि माहिरा शाहरुख खान अभिनीत फिल्म फिल्म रईस में काम कर चुकी हैं.

भारत में सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली आखिरी पाकिस्तानी फिल्म 2011 में माहिरा खान की ‘बोल’ थी. इससे पहले 2008 में नंदिता दास और राशिद फारूकी अभिनीत रामचंद पाकिस्तानी रिलीज हुई थी. उसके पहले 2007 में ‘खुदा के लिए’, जिसमें नसीरुद्दीन शाह के साथ फवाद खान भी शामिल थे, आई थी.

2016 के उरी आतंकी हमले, जिसमें 19 भारतीय सेना के जवान मारे गए थे, के बाद से पाकिस्तानी कलाकारों को भारतीय फिल्मों में लेना बंद कर दिया गया. हालांकि पाकिस्तान से आने वाले सामानों पर कोई आधिकारिक व्यापार प्रतिबंध नहीं है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)