चंडीगढ़ पुलिस ने एक महिला कोच की शिकायत पर हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है. विपक्ष, खाप आदि की सिंह को बर्ख़ास्त करने की मांग पर मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि महिला ने मंत्री के ख़िलाफ़ बेतुका आरोप लगाया है, लेकिन सिर्फ आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता.
नई दिल्ली/झज्जर: हरियाणा की एक ‘खाप पंचायत’ ने सोमवार को चेतावनी दी है कि अगर एक महिला कोच के यौन उत्पीड़न के आरोपी हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह को सात जनवरी तक बर्खास्त नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेगी.
झज्जर जिले के एक गांव में ’12 धनखड़ खाप’ की एक पंचायत आयोजित की गई और इसमें ‘खाप’ और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
खाप के एक प्रतिनिधि के अनुसार, बैठक में राज्य सरकार से कोच के लिए जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करने और मंत्री को बर्खास्त करने का आग्रह किया गया. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा करने में विफल रहती है, तो खाप एक ‘बड़ा आंदोलन’ शुरू करेगी.
जूनियर एथलेटिक्स कोच ने संदीप सिंह (36) पर गलत तरीके से छूने और उनके कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया है. चंडीगढ़ पुलिस ने शनिवार को भाजपा नेता सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और गलत तरीके से बंधक बनाकर रखने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, खाप ने संदीप सिंह की गिरफ्तारी की भी मांग उठाई. खाप ने कहा कि बैठक में मांग की गई कि सिंह को मुख्यमंत्री द्वारा तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए क्योंकि अगर वह सरकार में मंत्री बने रहते हैं तो वह जांच को ‘प्रभावित’ कर सकते हैं.
कुछ खाप सदस्यों ने यह आशंका भी जताई कि हरियाणा पुलिस महानिदेशक के आदेश पर गठित एक समिति का कोई उद्देश्य नहीं होगा क्योंकि चंडीगढ़ पुलिस पहले से ही मामले की जांच कर रही है.
खाप नेता युद्धबीर सिंह ने इस अखबार से कहा, ‘जब तक शिकायतकर्ता को इंसाफ नहीं मिल जाता, हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे. सरकार को मंत्री को बर्खास्त करके निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए.’
पूर्व ओलंपियन और कुरुक्षेत्र के पिहोवा से पहली बार विधायक बने संदीप सिंह के पास प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग भी है.
सिंह ने रविवार को अपना खेल विभाग यह कहते हुए छोड़ दिया था कि उन्होंने नैतिक आधार पर यह कदम उठाया है और दावा किया कि उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं.
भारत के पूर्व हॉकी कप्तान ने कहा कि उन्होंने खेल विभाग का प्रभार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सौंप दिया है. हालांकि, उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले हरियाणा मंत्रिमंडल से इस्तीफा नहीं दिया है.
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इस बीच, इंडियन नेशनल लोक दल के नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा समिति ‘केवल मंत्री को बचाने का एक प्रयास है.’
उन्होंने सवाल किया, ‘जब चंडीगढ़ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है और मामले की जांच कर रही है, तो यह हरियाणा समिति किस उद्देश्य से स्थापित की गई है?’
राज्य में भारतीय किसान यूनियन के नेता दलजीत सिंह ने भी कहा कि अगर सात जनवरी तक मंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार नहीं किया जाता, तो वे बड़ा प्रदर्शन करेंगे.
मुख्यमंत्री बोले- आरोप लगाए जाने से व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता
इस दौरान विपक्षी दलों द्वारा मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त करने की मांग के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए दोषी नहीं हो जाता कि उसके खिलाफ आरोप लगा है.
खट्टर ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘एक महिला खिलाड़ी ने खेल मंत्री के खिलाफ बेतुका आरोप लगाया है. लेकिन सिर्फ आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता है. पुलिस आरोपों की आगे जांच करती है.’
एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए राजस्थान के सिरोही पहुंचे खट्टर ने कहा, ‘चंडीगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है और हरियाणा पुलिस भी अपनी रिपोर्ट इकट्ठा कर रही है. (जांच) रिपोर्ट आने के बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे.’
खट्टर ने कहा, ‘खेल विभाग में मंत्री होने के नाते, एक मुद्दा उठाया जा सकता है कि निष्पक्ष जांच नहीं हो रही है. इसलिए, वह (सिंह) खेल मंत्री नहीं रहेंगे, वह वहां से हट चुके हैं ताकि एक उचित और निष्पक्ष जांच हो.’
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने सिंह द्वारा कोच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद एक समिति का गठन किया है. सिंह ने कोच के खिलाफ शिकायत में दावा किया कि महिला में उनकी छवि खराब की है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)