दिसंबर 2022 के तीसरे हफ्ते में भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें दो विद्यार्थी नमाज़ पढ़ते दिख रहे थे. इससे दो दिन पहले 24 दिसंबर 2022 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें विश्वविद्यालय परिसर के संस्कृत महाविद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर एक दंपति नमाज़ पढ़ता दिख रहा था.
वडोदरा: गुजरात के वडोदरा शहर में स्थित महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (एमएसयू) में एक विद्यार्थी द्वारा नमाज पढ़ने का कथित वीडियो सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार को मामले की जांच का आदेश दिया.
एक महीने से भी कम समय में यह ऐसा तीसरा वीडियो है, जिसमें एक विद्यार्थी परिसर में नमाज पढ़ता दिख रहा है.
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसे मामलों को देखने के लिए गठित उच्चस्तरीय अनुशासनात्मक समिति नवीनतम वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि करेगी. वीडियो पर कोई तारीख नहीं है.
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी लकुलीश त्रिवेदी ने कहा कि क्लिप में दिख रहे विद्यार्थी की पहचान की जाएगी और उससे कहा कि जाएगा कि वह शिक्षण संस्थान में इस तरह की गतिविधि करने से परहेज करे.
त्रिवेदी ने कहा, ‘वीडियो आज (सोमवार) हमारे संज्ञान में आया, क्योंकि सप्ताहांत पर छुट्टी थी. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वीडियो कहां और किस तारीख को रिकॉर्ड किया गया था. विश्वविद्यालय ने ऐसे मामलों को देखने के लिए एक उच्चस्तरीय अनुशासनात्मक समिति का गठन किया है.’
उन्होंने कहा, ‘समिति मामले की जांच करेगी और विद्यार्थी को पूछताछ के लिए बुलाएगी और जरूरत पड़ने पर काउंसलिंग भी करेगी.’
दिसंबर 2022 के तीसरे हफ्ते में भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें दो विद्यार्थी नमाज पढ़ते दिख रहे थे. उसके बाद विश्वविद्यालय ने जांच शुरू की थी. इससे दो दिन पहले 24 दिसंबर 2022 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था जिसमें विश्वविद्यालय परिसर के संस्कृत महाविद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर एक दंपति नमाज पढ़ता दिख रहा था.
तब विश्व हिंदू परिषद विहिप के कार्यकर्ताओं ने इसके पीछे साजिश का आरोप लगाते हुए उस स्थान पर गंगाजल छिड़का और राम-धुन गाए तथा हनुमान चालीसा का पाठ किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)