तमिलनाडु: मुख्यमंत्री के विवादित कार्टून को लेकर कार्टूनिस्ट गिरफ़्तार

एक साहूकार के कथित रूप से परेशान करने के कारण एक व्यक्ति ने पत्नी-बच्चों समेत कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह किया था, बाला ने इससे जुड़ा कार्टून बनाया था.

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एक साहूकार के कथित रूप से परेशान करने के कारण एक व्यक्ति ने पत्नी-बच्चों समेत कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह किया था, बाला ने इससे जुड़ा कार्टून बनाया था.

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परिवार के आत्मदाह से जुड़े कार्टून के लिए बाला को गिरफ़्तार किया गया. (साभार: फेसबुल/बाला)

चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी का एक कथित विवादित कार्टून बनाने वाले एक स्वतंत्र कार्टूनिस्ट को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, गिरफ्तारी का विरोध करते हुए चेन्नई प्रेस क्लब ने सोमवार को चेन्नई में एक प्रदर्शन का आह्वान किया है. हालांकि, सोमवार को अदालत ने उन्हें जमानत दे दी.

दरअसल, उसने सूदखोरी को लेकर एक परिवार के हाल में खुदकुशी कर लेने के मामले में मुख्यमंत्री का कथित रूप से विवादित कार्टून बनाया था. पुलिस ने बताया कि तिरुनेलवेली की एक पुलिस टीम ने चेन्नई से काटूर्निस्ट जी बाला उर्फ बालकृष्णन (36) को गिरफ्तार कर लिया.

उन्होंने बताया कि तिरुनेलवेली के जिलाधिकारी संदीप नंदूरी की शिकायत पर बाला को गिरफ्तार किया गया. कार्टून में शहर के पुलिस प्रमुख और कलेक्टर का चित्रण भी किया गया था.

एक साहूकार के कथित रूप से के परेशान करने के कारण एक व्यक्ति ने पत्नी और दो बच्चों के साथ तिरुनेलवेली कलेक्ट्रेट परिसर में आत्मदाह कर कर लिया था. इसके बाद 26 अक्टूबर को कार्टून वेबसाइट पर अपलोड किया गया था.

इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, कार्टून में एक जलते हुए बच्चे के चारों तरफ मुख्यमंत्री, पुलिस कमिश्नर और कलेक्टर नग्न खड़े हैं और नोटों से अपने निजी अंग को ढंका हुआ है.

एफआईआर में इस चित्रण को अपमानजनक बताते हुए यह भी कहा गया है कि इससे मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ नफ़रत पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इस कार्टून को 24 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर डाला गया था जो डालते ही वायरल हो गया, लगभग 38 हज़ार लोगों ने इसे शेयर किया.

(फोटो: फ़ेसबुक)
काटूर्निस्ट जी बाला उर्फ बालकृष्णन. (फोटो साभार: फेसबुक/बाला)

ज़िला कलेक्टर संदीप नंदूरी ने क्राइम ब्रांच में इसकी शिकायत 31 अक्टूबर को की. कलेक्टर ने इसे मुख्य सेक्रेटरी के पास भेजा, मुख्य सेक्रेटरी ने इसे डीजीपी के पास भेज दिया और डीजीपी ने गिरफ़्तारी के निर्देश दिए. बाला को भारतीय दंड संहिता की सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 और 501 के तहत दर्ज मामले में गिरफ़्तार किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस ने ज़िला कलेक्टर संदीप नंदूरी के हवाले से कहा, ‘क्या सारे कार्टून इस तरह होते हैं? इस कार्टून में बहुत अपमानजनक तरीक़े से राज्य के प्रमुख और बड़े अधिकारियों का चित्रण था.’

बाला को लगभग 65 हज़ार लोग फ़ेसबुक पर फॉलो करते हैं. बाला की गिरफ़्तारी पर उनके प्रशंसकों ने विरोध और नाराज़गी जताई है.

इससे पहले, पांच दिन पहले एक 18 वर्षीय इंजीयरिंग के छात्र को श्रीविल्लीपुथर से ज़िला सेक्रेटरी की शिकायत पर गिरफ़्तार कर लिया गया था, क्योंकि उसने फ़ेसबुक पर एक बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक शब्द लिखे थे.

बहरहाल, तमिलनाडु के स्वतंत्र कार्टूनिस्ट जी. बाला (बालाकृष्णन) को तिरुनेलवेली की अदालत ने सोमवार को जमानत दे दी है. एएनआई के मुताबिक़ बाला ने कहा, ‘मैंने किसी की हत्या नहीं की है. मैं सरकार की अक्षमता को कार्टून के माध्यम से दिखता रहूंगा, मैं रुकने वाला नहीं हूं.’

 (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)