चेन्नई की क़ाइद-ए-मिल्लत ट्रस्ट ने ‘निडर पत्रकारिता’ के लिए द वायर को सम्मानित किया

चेन्नई की क़ाइद-ए-मिल्लत एजुकेशनल एंड सोशल ट्रस्ट ने पुरस्कार देते हुए कहा कि हम मूल्य आधारित और निडर पत्रकारिता में द वायर के उत्कृष्ट योगदान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अनवरत संघर्ष को स्वीकार करते हैं.

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चेन्नई की क़ाइद-ए-मिल्लत एजुकेशनल एंड सोशल ट्रस्ट ने पुरस्कार देते हुए कहा कि हम मूल्य आधारित और निडर पत्रकारिता में द वायर के उत्कृष्ट योगदान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अनवरत संघर्ष को स्वीकार करते हैं.

नई दिल्ली: कायदे मिल्लत एजुकेशनल एंड सोशल ट्रस्ट ने मंगलवार, 31 जनवरी को द वायर  और द्रविड़ कषगम के अध्यक्ष के. वीरामणि को राजनीतिक/सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और निष्ठा के लिए पुरस्कार प्रदान किया.

रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई स्थित इस ट्रस्ट ने 2022 में राजनीतिक/सार्वजनिक जीवन सच और ईमानदारी बरतने के लिए द वायर  को पुरस्कार देते हुए कहा कि यह ‘मूल्य आधारित और निडर पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए निरंतर संघर्ष में द वायर के उत्कृष्ट योगदान’ को स्वीकार करता है.

इसने आगे कहा, ‘हम मूल्य आधारित और निडर पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अनवरत संघर्ष को पहचानते हैं. ट्रस्ट देश में लोकतांत्रिक मूल्यों, संस्थानों और कानून के शासन के संरक्षण के लिए अपनी बहादुर कोशिशों के लिए द वायर मीडिया की पूरी टीम के योगदान को गर्व से दर्ज करता है.’

इस पुरस्कार में 2.5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है.

यह पुरस्कार कायदे मिल्लत मोहम्मद इस्माइल साहिब के नाम पर रखा गया है और इसे सालाना तौर पर राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में ‘संवैधानिक मूल्यों, धर्मनिरपेक्षता, बहुलतावाद, समावेश और हाशिये के लोगों के मसलों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता’ रखने वाले दिग्गजों को दिया जाता है.

वीरामणि को सिद्धांतों पर चलने और द्रविड़ कषगम आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है.

सेवानिवृत्त सिविल सेवक और एसआईईटी के अध्यक्ष मूसा रज़ार, पूर्व कुलपति वी. वसंती देवी, सीएसआई (सेवानिवृत्त) रेव बिशप देवसगायम, वरिष्ठ पत्रकार एएस पनीरसेल्वन और ट्रस्ट के पदेन महासचिव एमजी दाऊद मियाखान पुरस्कार के लिए चयन समिति का हिस्सा थे.

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