पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. त्रिपुरा में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन और नगालैंड में एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला है. उधर, मेघालय में एनपीपी को 25 सीटें मिली हैं, लेकिन बहुमत से दूर होने के चलते गठबंधन सरकार बनने की उम्मीद है.
नई दिल्ली: उत्तर पूर्व के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती जारी है. हालांकि नतीजे साफ हो गए हैं. जहां त्रिपुरा और नगालैंड में भाजपा गठबंधन को फिर से बहुमत मिला है, वहीं मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) आगे चल रही है, जहां उसके साथ भाजपा के गठबंधन की संभावनाएं नजर आ रही हैं.
त्रिपुरा में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10% मतदान हुआ.2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90% मतदान हुआ था, जहां भाजपा 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और लेफ्ट की सरकार गिराते हुए आईपीएफटी के साथ सत्ता संभाली थी.
नगालैंड के 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को मतदान हुआ था. यहां नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) की सरकार है, जिसमें भाजपा, एनपीपी और जदयू शामिल हैं.
वहीं, मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ था. 2018 के में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं. एनपीपी को 19 सीटें मिली थीं, जिसके बाद इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस की सरकार बनाई थी. भाजपा को यहां 2 सीटें को मिली थीं.
त्रिपुरा
भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन ने 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में 31 सीट जीतकर पूर्वोत्तर राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है.
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 32 सीट मिली हैं, जबकि इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा(आईपीएफटी) को एक सीट मिली है. टिपरा मोठा को 13, माकपा को 11 और कांग्रेस को तीन सीटें मिली हैं.
भाजपा ने मौजूदा मुख्यमंत्री माणिक साहा के चेहरे पर चुनाव लड़ा था, हालांकि इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, भाजपा प्रतिमा भौमिक को के बारे में विचार कर रही है. पार्टी ऐसे समय में भौमिक को त्रिपुरा का मुख्यमंत्री नियुक्त करने पर विचार कर रही है जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश के बाद समर्थन आधार के रूप में महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करने की इच्छुक है. भौमिक भारत-बांग्लादेश सीमा के करीब सुदूरवर्ती धनपुर गांव के कृषक परिवार से आती हैं.
नगालैंड
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, नगालैंड में 60 सीटों के नतीजे आ चुके हैं. सत्तारूढ़ एनडीपीपी को 25 सीटें मिली हैं, वहीं भाजपा 12 सीटों पर विजयी हुई है.
द प्रिंट के अनुसार, नेफ्यू रियो का पांचवीं बार नगालैंड का मुख्यमंत्री बनना तय है. इस जीत के साथ रियो ने वरिष्ठ नेता एससी जमीर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिन्होंने तीन बार इस राज्य की सत्ता संभाली है.
इस बार भी एनडीपीपी-भाजपा ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया था और दोनों दलों के बीच यह समझ बनी थी कि रियो राज्य में नई सरकार का चेहरा होंगे.
मेघालय
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, मेघालय के 59 सीटों के परिणाम आ चुके हैं, जहां एनपीपी को 26 सीटों पर जीत मिली है. कांग्रेस को पांच और भाजपा को 2 सीट मिली हैं. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) ने 11 सीट पर जीत हासिल की है, जबकि नवगठित वॉयस ऑफ द पीपुल पार्टी (वीपीपी) ने 4 और तृणमूल कांग्रेस ने पांच सीट जीती हैं.
चुनाव बाद सर्वेक्षणों में मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा का पूर्वानुमान लगाया जा रहा था. अब बहुमत के आंकड़े से दूर रहने के चलते मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के भाजपा के साथ गठबंधन की खबर है. एनपीपी और भाजपा ने मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) के तहत पिछली सरकार को एक साथ चलाया, लेकिन चुनाव उन्होंने अलग-अलग लड़ा था.