प्रधानमंत्री ने कहा, नोटबंदी देश की जनता द्वारा कालेधन के ख़िलाफ़ लड़ी गई निर्णायक लड़ाई. कांग्रेस ने कहा, पीएम माफ़ी मांगें.
नई दिल्ली: नोटबंदी लागू होने के एक साल पूरे होने पर आठ नवंबर बुधवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष में दिन भर जुबानी महाभारत चली. प्रधानमंत्री मोदी समेत समूची केंद्र सरकार ने जहां कालाधन विरोधी दिवस मनाते हुए दिन भर नोटबंदी के फायदे गिनाए और अपनी वाहवाही की, वहीं विपक्षी दलों ने जनता को हुई तकलीफों का जिक्र करते हुए काला दिवस मनाया.
कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों ने नोटबंदी का कोई मकसद हासिल न होने को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को इस नाकाम निर्णय के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
सरकार द्वारा कालाधन विरोधी दिवस मनाने पर हमला बोलते हुए वामदलों ने कहा है कि मोदी सरकार नोटबंदी के दौरान मारे गए गए लोगों की मौत का जश्न मना रही है.
नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर विपक्ष की ओर से घोषित काला दिवस पर सभी छह वामदलों ने सामूहिक विरोध प्रदर्शन कर केंद्र सरकार पर नोटबंदी में मारे गए लोगों की मौत का जश्न मनाने का आरोप लगाया.
प्रदर्शन में माकपा नेता वृंदा करात ने कहा कि मोदी सरकार ने दो रिकार्ड कायम किए. पहला, जनता को कतारों में खड़े होने को मजबूर कर दिया और दूसरा देश दुनिया को नोटबंदी से कालाधन वापस लाने का भरोसा दिलाया. जबकि हकीकत में उन्होंने नोटबंदी के दौरान कालाबाजारी करने वालों को कालेधन को वैध बनाने में मदद की.
करात ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब कोई सरकार अपने नागरिकों की मौत और परेशानियों का जश्न मना रही है.
भाजपा की अगुवाई वाली मोदी सरकार ने नोटबंदी लागू किए जाने का एक साल पूरा होने पर इसके फायदों से जनता को अवगत कराने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं. वहीं भाजपा इसे कालाधन विरोधी दिवस के रूप में मना रही है.
वामदलों द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में शिरकत करते हुए भाकपा नेता अतुल अनजान ने कहा कि नोटबंदी के बाद किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हुए हैं और नौजवान अपनी नौकरी गंवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सरकार नोटबंदी लागू करने की अपनी भूल को स्वीकार करने को भी तैयार नहीं है. अनजान ने नोटबंदी के कारण लोगों की आजीविका छिनने और कारखाने बंद होने का दावा करते हुए कहा कि मोदी ने लोगों के लिए नरक बना दिया है.
इस मौके पर भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि नोटबंदी और इसके बाद जीएसटी ने आर्थिक तबाही कर दी. इससे न तो रोजगार के अवसर पैदा हुए ना ही आर्थिक वृद्धि हुई.
सभी छह वामदलों भाकपा, माकपा, फारवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, भाकपा माले और सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया ने नोटबंदी के विरोध में आयोजित सामूहिक प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
सरकार को माफी मांगनी चाहिए
कांग्रेस ने नोटबंदी की घोषणा होने के एक वर्ष पूरा होने पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली को आज के दिन इस निर्णय के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए. पार्टी ने सरकार से यह भी सवाल किया कि आखिर इस फैसले से हासिल क्या हुआ.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, नोटबंदी एवं जीएसटी का प्रभाव अब पूरे देश में महसूस किया जा रहा है. यह केवल कांग्रेस नहीं बल्कि लगभग प्रत्येक अर्थशास्त्री का मानना है. इसके कारण न केवल भारत की विकास गाथा थम गई है बल्कि लाखों लोग रोजगारहीन हो गए.
उन्होंने कहा, इसके लिए प्रधानमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए. अच्छा होता कि आज के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली देश से माफी मांगते कि उनसे गलती हो गई है और वे इसकी जांच कराएगे. माफी मांगने से कोई छोटा नहीं होता. किन्तु वे सत्ता के अहंकार में इतने चूर हैं कि वह कभी ऐसा नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की घोषण कर 130 करोड़ भारतीयों को अपराधी घोषित कर दिया. उन्होंने सवाल किया कि गृहणियां, छोटे व्यापारी, किसान, मजदूर जो लोग नकदी में लेनदेन करते हैं, वे क्या अपराधी हैं.
न खाऊंगा न खाने दूंगा कहने वाले लोगों के रोजगार खा गए
सुरजेवाला ने कहा, नोटबंदी का एक वर्ष बीत गया, पर सूट-बूट वाली सरकार द्वारा लगाई गई आग को जनता आज भी अपने आंसुओं से बुझा रही है. न खाऊंगा न खाने दूंगा कहने वाले नोटबंदी के नाम पर इस देश की अर्थव्यवस्था एवं लोगों के रोजगार खा गए और अब जश्न मना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी की घोषणा के समय इसके तीन लक्ष्य बताए गए थे…काले धन पर लगाम लगाना, जाली मुद्रा को पकड़ना तथा उग्रवाद एवं नक्सलवाद का खात्मा. जब 99 प्रतिशत मुद्रा वापस आ गई तो फिर कालाधन कहां गया? कहां गये फर्जी नोट? क्या उग्रवाद एवं नक्सलवाद रुका? अगर यह सब नहीं हुआ तो नोटबंदी की तालाबंदी क्यों की गई?
कांग्रेस नेता ने सरकार से पूछा कि उसे आज के दिन यह भी बताना चाहिए कि आखिर इस नोटबंदी से हासिल क्या हुआ? उन्होंने दावा किया कि देश की अर्थव्यवस्था को तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी दो प्रतिशत कम हो गई. उद्योग चौपट हो गए. साथ ही संगठित क्षेत्र में 15 लाख और असंगठित क्षेत्र में 3.72 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गईं.
150 लोगों की जान चली गई
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, बैंकों की लाइनों में खड़े रहने के दौरान 150 लोगों की जान चली गई. भारतीय रिजर्व बैंक की स्वायत्ता को तहस-नहस कर दिया गया. मंत्रिमंडल को तीन घंटे तक कमरे में बंद रखा गया. नोटबंदी की घोषणा के लिए न किसी विशेषज्ञ की राय ली गई और न किसी अर्थशास्त्री की.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नोटबंदी की घोषणा से पहले देश भर में भाजपा की विभिन्न इकाइयों द्वारा बैंकों में धन जमा कराया गया और संपत्तियों की खरीद की गई. उन्होंने कहा कि इन मामलों की अभी तक कोई जांच नहीं करवाई गई है.
कालेधन के खिलाफ लोगों की निर्णायक लड़ाई है नोटबंदी: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि नोटबंदी देश के सवा सौ करोड़ लोगों द्वारा कालाधन के खिलाफ लड़ी गई निर्णयक लड़ाई थी जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई.
मोदी ने कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को समर्थन देने के लिए वह भारत के लोगों को नमन करते हैं.
प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की पहली वर्षगांठ के अवसर पर कई ट्वीट किए. उन्होंने एक ट्वीट के जरिये एक लघु फिल्म पोस्ट की जिसमें इसके फायदों को बताया गया है.
उन्होंने लोगों से एक सर्वे में हिस्सा लेने का आग्रह किया जो नरेंद्र मोदी ऐप पर उपलब्ध है, साथ ही कहा कि कालाधन एवं भ्रष्टाचार को समाप्त करने के सरकार के प्रयासों के बारे में भी अपनी राय बताएं.
नुकसान की भरपाई का तरीका बताये सरकार
वरिष्ठ सांसद और जदयू के बागी नेता शरद यादव ने नोटबंदी से अर्थव्यवस्था और समाज के विभिन्न वर्गों को हुए भारी नुकसान की भरपाई करने के केंद्र सरकार से उसकी कार्ययोजना उजागर करने की मांग की है.
नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर विपक्षी दलों की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शनों को जायज ठहराते हुए यादव ने कहा कि सरकार ने खुद इस फैसले से जनता को परेशानी होने और आर्थिक विकास की दर धीमी पड़ने की बात को स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अब यह बताना चाहिए कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए उसके पास क्या योजना है?
यादव ने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. देश के सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट आना और कृषि सहित छोटे तथा मझोले उद्योगों का बंद होना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है. 97 प्रतिशत नगदी कारोबार वाले देश में नोटबंदी का फैसला आत्मघाती साबित हुआ है.
नोटबंदी, जीएसटी ने कपड़ा कारोबार की टांग तोड़ दी: राहुल
नोटबंदी का एक साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी के क्रियान्वयन से सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार की टांग टूट गई.
गांधी ने सूरत में कातरगाम औद्योगिक विकास क्षेत्र में निर्माण इंडस्ट्रीज के करघा कारखाने में उद्योग के प्रतिनिधियों और श्रमिकों के साथ बातचीत में कहा कि एक साल पहले देश की अर्थव्यवस्था पर हमला किया गया था.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, मैंने यहां लोगों से बात की है. उन्होंने बताया कि नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी ने सूरत उद्योग की टांग तोड़ दी. इन दो झटकों से पूरे देश में उद्योग समाप्त हो गया है.
गांधी ने संवाददाताओं से कहा, लोगों ने कहा कि उन्हें डराया जा रहा है. लेकिन सच को दबाया नहीं जा सकता. यह सामने आएगा. सरकार द्वारा एक जुलाई से पेश की गई नई जीएसटी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा, हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली से कहा था कि जीएसटी को इस तरीके से लागू नहीं किया जाए.
उन्होंने कहा, यह कोई राजनीतिक चीज नहीं है, जो कांग्रेस और भाजपा के बीच की बात हो. यह देश की प्रतिस्पर्धा की बात है, हमें चीन से मुकाबला करना है. आप कृपया हमारे उद्योग और कारोबार को न मारें. लेकिन उन्होंने कहा कि हम इसे आज 12 बजे मध्यरात्रि से लागू करने जा रहे हैं.
गांधी ने कहा कि मीडिया के लोग हमसे पूछते थे कि हम जीएसटी क्यों लागू नहीं होने दे रहे हैं, उसका जवाब है कि हम सूरत और देश को बचाना चाहते थे. जीएसटी का मतलब एक देश एक कर है. लेकिन मोदीजी ने जो जीएसटी लागू किया है उसकी पांच परतें हैं, वह काम नहीं करेगा. हमने कहा था कि जीएसटी में अधिकतम कर 18 प्रतिशत होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी.
सीबीआई ने नोटबंदी के बाद 396 करोड़ के कालेधन का पता लगाया
सीबीआई ने नोटबंदी के बाद अवैध तरीके से मुद्रा बदलने से जुड़े 84 मामलों में 396 करोड़ रुपये का कालाधन का पता लगाया. इन मामलों को सीबीआई ने दर्ज किया है. सरकार ने एक साल पहले 500 और 1,000 रुपये के नोटों पर पाबंदी लगाई थी. जांच एजेंसी ने बुधवार को यहां जानकारी दी.
इन 84 मामलों में सात प्रारंभिक जांच के मामले शामिल हैं. ये मामले वाणिज्यिक बैंकों, सहकारी-बैंकों, डाकघरों, रेलवे और बीमा कंपनी में धोखाधड़ी कर चलन से हटाये गये नोटों को बदले जाने से जुड़े हैं.
सीबीआई के अनुसार उसने यह सुनिश्चित किया है कि कानून के उल्लंघन से जुड़ी प्रत्येक सूचना पर गौर किया जाएगा और उसकी जांच की जाएगी तथा जरूरत पड़ने पर मामले दर्ज किए जाएंगे. एजेंसी को आम लोगों से 92 शिकायतें मिली हैं.
नोटबंदी भारत विरोधी बलों को झटका: पर्रिकर
पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि नोटबंदी ने भारत विरोधी बलों को झटका दिया है और वित्तीय समावेशिता एवं अर्थव्यवस्थता के संगठित विकास के जरिये गरीब से गरीब को भी सशक्त बनाया.
गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर ने नोटबंदी की प्रशंसा करते हुए ट्विटर पर कहा, वित्तीय समावेशिता एवं हमारी अर्थव्यवस्था के संगठित विकास के जरिये नोटबंदी ने गरीब से गरीब को सशक्त बनाया है.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, आतंकवाद और नक्सलवाद बेहिसाब नकदी एवं कालेधन के बल पर फलते फूलते हैं. नोटबंदी ने भारत विरोधी बलों को झटका दिया है.
नोटबंदी ने भ्रष्टाचार के अनेक स्रोतों को जन्म दिया: मायावती
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा एक साल पहले जल्दबाजी में उठाए गए नोटबंदी के कदम से भ्रष्टाचार के अनेक नये स्रोतों का जन्म हुआ, जिसका लाभ भाजपा एंड कंपनी के करीबी तथा चहेते लोगों ने ही उठाया है.
बसपा अध्यक्ष ने नोटबंदी का एक साल पूरा होने पर यहां संवाददाताओं से कहा कि आठ नवंबर, 2016 को मोदी सरकार द्वारा जल्दबाजी में अपरिपक्व तरीके से 500 तथा 1,000 रुपये के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया. यह कदम मुट्ठीभर चहेते नेताओं तथा उद्योगपतियों को छोड़कर पूरे देश के लिए संकट साबित हुआ.
मायावती ने कहा कि भ्रष्टाचार तथा काले धन के अभिशाप से देश के लोग काफी दु:खी हैं, लेकिन इससे छुटकारा मिलता हुआ कहीं नज़र नहीं आ रहा है. नोटबंदी से तो अनेक प्रकार के नये भ्रष्टाचार के स्रोतों का जन्म हुआ है जिसका लाभ भाजपा एंड कंपनी के करीबी तथा चहेते लोगों ने उठाया.
उन्होंने नोटबंदी को भारत के इतिहास का एक काला अध्याय बताते हुये कहा कि पैराडाइज पेपर भंडाफोड़ तथा मीडिया द्वारा अन्य रहस्योद्घाटन इस बात को प्रमाणित करते हैं कि भाजपा एंड कंपनी के लोग जनता को ठग रहे हैं.
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के संबंध में सरकारी दावे एक के बाद एक पूरी तरह गलत तथा झूठे साबित हो रहे हैं. क्या भाजपा और मोदी सरकार इसके लिए जनता से माफी मांगेगी?
मायावती ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार बड़े-बड़े पूंजीपतियों की ही सरकार है और उनके हित तथा फायदे के लिए सब कुछ करने को तैयार रहती है. इसका एक और उदाहरण तब उजागर हुआ जब अभी हाल ही में सरकारी बैंकों को 2.11 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी मुहैया कराई गई है, जबकि इन्हीं धन्नासेठों को अनुचित लाभ पहुंचाने की नीति के कारण ही सरकारी बैंक कंगाल बन गए हैं. देश की आम जनता की गाढ़ी कमाई का धन बैंकों में डूबता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता तथा मंत्री लगातार धन्नासेठ बनते जा रहे हैं, भाजपा धन प्रवाह से लगातार फूलती-फलती जा रही है. यह तथ्य साबित करता है कि मोदी सरकार की नीति तथा कार्यकलाप पाक-साफ नहीं होकर काफी जुगाड़ तथा गड़बड़ घोटाले वाली है. अपनी इन कमियों पर पर्दा डालने के लिए ही इन्होंने द्वेष, नफरत तथा जातिवादी राजनीति अपनाई है.
नोटबंदी आम लोगों के लिए केवल परेशानी लाई: स्टालिन
नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने मदुरै में आरोप लगाया कि नोटबंदी आम जनता के लिये केवल परेशानी लेकर आई.
स्टालिन ने यहां राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी के काला दिवस प्रदर्शन का नेतृत्व किया और नोटबंदी के लिए नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
राजग सरकार के नोटबंदी लागू करने की आलोचना करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल आम लोगों के लिये परेशानी का कारण बनी. उन्होंने कहा, यह दिन आठ नवंबर एक ऐसे दिन में तब्दील हो गया जो सिर्फ देश की सवा करोड़ जनता के लिए निराशा लेकर आया जबकि भाजपा ने वादा किया था कि वे कालेधन को जड़ से खत्म कर देंगे.
बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने मनाया काला दिवस
तृणमूल कांग्रेस ने भी नोटबंदी की पहली वर्षगांठ पर बंगाल में पूरे प्रदेश में काला दिवस मनाया. जगह-जगह पार्टी नेताओं और राज्य के मंत्रियों ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और कई जगह कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया.
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी को डीमो दिवस करार दिया और अपने ट्विटर अकांउट पर नजर आने वाली तस्वीर को काला कर दिया.
ममता ने अपनी फेसबुक पोस्ट में आरोप लगाया कि नोटबंदी बड़ा घोटाला था, जिसे निजी हितों को काला धन सफेद करने में मदद के लिये घोषित किया गया था.
पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम ने कोलकाता के चेतला इलाके में विरोध मार्च का नेतृत्व किया. इस दौरान नोटबंदी और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को लेकर पोस्टर प्रदर्शित किए गए.
अमित शाह ने नोटबंदी पर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नोटबंदी का एक वर्ष पूरा होने पर भाजपा की ओर से मनाए जा रहे कालाधन विरोधी दिवस के मौके पर जूनागढ़ में एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया और कहा कि वह भ्रष्टाचार और कालेधन से मुक्त एक नये भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता का समर्थन करते हैं. शाह ने अपने दिन की शुरुआत सोमनाथ मंदिर में दर्शन करके की.
भाजपा अध्यक्ष शाह गत शनिवार से गुजरात में हैं और अगले महीने होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
शाह ने ट्वीट किया, कालाधन विरोधी दिवस के दिन भ्रष्टाचार और कालेधन से मुक्त एक नये भारत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता का समर्थन करने वाले देशव्यापी हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुआ.
भाजपा के शहर इकाई अध्यक्ष शशिकांत भिमानी ने कहा, शाह ने शहर के मोती बाग चौक क्षेत्र में रखे एक बड़े बोर्ड पर हस्ताक्षर करके आठ नवंबर को कालाधन विरोधी दिवस के तौर पर मनाने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया.
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता हर्षद पटेल ने कहा कि नोटबंदी के समर्थन में पूरे राज्य में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है.
कांग्रेस भ्रष्टाचार को संस्थागत कर रही है: जावड़ेकर
नोटबंदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बेंगलुरु में आरोप लगाया कि पार्टी भ्रष्टाचार को संस्थागत कर रही है.
इसे दो राजनीतिक संस्कृति के बीच जंग बताते हुए मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में ईमानदारी को सम्मानित किया जाएगा और बेइमानी को दंडित किया जाएगा.
जावड़ेकर 2018 कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी प्रभारी भी हैं. उन्होंने कहा, भाजपा देश भर में कालाधन विरोधी दिवस मना रही है. आश्चर्य है कि कांग्रेस भी मना रही है लेकिन एक अंतर है… कांग्रेस यह दिन कालाधन समर्थन दिवस के तौर पर मना रही है.
उन्होंने कहा, वे कालाधन का समर्थन कर रहे हैं, हम कालाधन का विरोध कर रहे हैं. वे भ्रष्टाचार को संस्थागत कर रहे हैं, हम व्यवस्था में ईमानदारी और पारदर्शिता ला रहे हैं. यह दो राजनीतिक संस्कृतियों के बीच की जंग है और पिछले साढ़े तीन साल इसके गवाह हैं.
राहुल ने कांग्रेस को भारतीय फर्जी न्यूज कांग्रेस बना दिया: भाजपा
भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा कि जिस पूर्व सैनिक के चित्र को राहुल गांधी ने नोटबंदी की आलोचना करने के संदर्भ में जारी किया था, उसने सार्वजनिक रूप से नोटबंदी का समर्थन किया है. भाजपा ने दावा किया कि राहुल गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भारतीय फर्जी न्यूज कांग्रेस में तब्दील कर दिया है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी का एक पूर्व सैनिक के चित्र का इस तरह अपनी गलत सोच के लिए इस्तेमाल करना अनुचित है. उन्होंने इस संदर्भ में नंदलाल की टिप्पणी का भी उल्लेख किया जिन्होंने एक साक्षात्कार में नोटबंदी का पक्ष लिया था.
भाजपा नेता ने कहा कि नोटबंदी की आलोचना करने के लिए राहुल गांधी ने कुछ फर्जी चित्रों का इस्तेमाल किया. नंद लाल सेना के सम्मानित सैनिक रहे हैं. वे सेवानिवृत्त हो गए हैं. उन्होंने सार्वजनिक रूप से नरेंद्र मोदी और नोटबंदी का समर्थन किया है. उनका कार्य पूरी तरह से अनुचित है.
प्रसाद ने कहा कि यही राहुल गांधी का स्तर है. वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भारतीय फर्जी न्यूज कांग्रेस बनाने पर आमादा हैं. कम से कम अपनी गलत सोच के लिए उन्हें सैनिकों का अपमान करना बंद करना चाहिए.
प्रसाद ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है कि कांग्रेस ने देश के लोगों को गुमराह किया है. वह कर्नाटक में कतारों में गरीब लोगों की पीड़ा को रेखांकित करती है और वहां कांग्रेस का सबसे अमीर नेता निकलता है जिसके परिसरों पर सरकार की एजेंसियां छापेमारी करती हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नोटबंदी को संगठित लूट और वैधानिक डाका बता चुके हैं. सिंह पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि ऐसा लगता है कि पूर्व प्रधानमंत्री लिखी हुई पटकथा पढ़ने लगे हैं जैसा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी करते हैं.
नोटबंदी पर देश की जनता हमारे साथ: सुरेश प्रभु
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने नोटबंदी को साफ सुथरी अर्थव्यवस्था की ओर एक मजबूत और दूरगामी कदम बताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर देश की जनता सरकार के साथ है. उन्होंने कहा कि सरकार अपने तमाम प्रयासों से नया भारत बनाने के काम में लगी है.
नोटबंदी को एक साल पूरा होने पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से मनाए जा रहे कालाधन विरोध दिवस के मौके पर प्रभु जयपुर में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने नोटबंदी के निर्णय को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि आम लोगों को इसका फायदा मिला है. आतंकवाद, नस्लवाद पर अकुंश लगा है, आम लोगों को सस्ता ऋण, सस्ते मकान मिलने लगे है. आने वाले समय में ऋण, मकान और सस्ते होंगे.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के निर्णय से आने वाले समय में आर्थिक ढाचे में मजबूती आएगी जिसका फायदा आम लोगों, किसानों, महिलाओं को मिलेगा. कालाधन जमा करने वालों की कमर टूटेगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)